संकट में Zomato! आकृति चोपड़ा ने दिया इस्तीफा, 2 साल में कंपनी का साथ छोड़ने वाली 5वीं को-फाउंडर
जोमैटी ने शुक्रवार को एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि कंपनी की को-फाउंडर व चीफ पीपल्स ऑफिसर आकृति चोपड़ा ने इस्तीफा दे दिया है. चोपड़ा 2011 से कंपनी से जुड़ी थीं. 13 साल पहले उन्होंने जोमैटो में फाइनेंस की सीनियर मैनेजर के तौर पर शुरुआत की थी.

जोमैटो में सीनियर मैनेजर के तौर पर कॅरियर शुरू करने वाली आकृति चोपड़ा को 2021 में कंपनी के को-फाउंडर का दर्जा दिया गया. 2011 में कंपनी के फाइनेंस डिपार्टमेंट की एक कर्मचारी के तौर पर शुरुआत करने वाली चोपड़ा 13 साल तक कंपनी में रहीं. इस दौरान वे कंपनी की चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (सीएफओ) भी रहीं. 2020 में अक्षांत गोयल ने सीएफओ के तौर पर उनकी जगह ली. इसके बाद उन्हें कंपनी का चीफ पीपल्स ऑफिसर (सीपीओ) और को-फाउंडर बनाया गया.
बहरहाल, एक तरफ कंपनी वित्तीय मोर्चे पर धीरे-धीरे मजबूत और स्थिर होती दिख रही है. वहीं, दूसरी तरफ एक के बाद एक को-फाउंडर कंपनी का साथ छोड़ रहे हैं. इसकी वजह से कंपनी के टॉप मैनेजमेंट और प्रमोटर्स के बीच टकराव के कयास भी लगाए जा रहे हैं. इसके साथ ही यह आशंकाएं भी व्यक्त की जा रही हैं कि कहीं कंपनी अंदरूनी तौर पर किसी बड़े संकट में तो नहीं है. इन सवालों के पीछे सबसे बड़ी वजह पिछले 2 साल में 5 को-फाउंडर का कंपनी से अलग होना है.
जोमैटो ने शुक्रवार को स्टॉक एक्सचेंज को दी गई एक फाइलिंग में बताया कि उनकी कंपनी की को-फाउंडर और चीफ पीपुल ऑफिसर आकृति चोपड़ा ने तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे दिया है. बताया जा रहा है कि आकृति ने कंपनी के सीईओ व को-फाउंडर दीपिंदर गोयल को भेजे ई-मेल में सिर्फ दो लाइन लिखीं. आकृति चोपड़ा ने अपने एग्जिट मेल में लिखा, दीपिंदर गोयल, जैसा कि पहले डिस्कस हुआ था, मैं औपचारिक रूप से अपना इस्तीफा भेज रही हूं, जो आज 27 सितंबर, 2024 से प्रभावी है. पिछले 13 साल की यात्रा अविश्वसनीय रही. यहां मिली हर चीज के लिए शुक्रिया. जब भी जरूरत हो, मुझे बस एक कॉल करना.
आकृति से पहले इन को फाउंडर्स ने छोड़ा साथ
आकृति चोपड़ा से पहले 4 को-फाउंडर कंपनी का साथ छोड़ चुके हैं. इनमें गुंजन पाटीदार, पंकज चड्ढा, गौरव गुप्ता और मोहित गुप्ता का नाम शामिल है. कंपनी की चीफ टेक्निकल ऑफिसर रहीं गुंजन पाटीदार ने जनवरी 2023 में कंपनी छोड़ी. उनसे पहले जनवरी 2023 में मोहित गुप्ता ने कंपनी को बाय बोल दिया. इसी तरह कंपनी के न्यू इनिशिएटिव्स हेड और फूड डिलीवरी चीफ राहुल गंजू ने भी पिछले दिनों कंपनी को अलविदा कह दिया. इंटरसिटी लीजेंड्स सर्विस के हेड सिद्धार्थ झावर ने भी इस्तीफा दे दिया.
ब्लिंकइट के सीईओ की पत्नी हैं आकृति
आकृति चोपड़ा ब्लिंकइट के सीईओ अलबिंदर ढींढसा की पत्नी भी हैं. ब्लिंकइट को 2022 में जोमैटो ने खरीद लिया. ब्लिंकिट के अधिग्रहण के बाद कई शेयरधारकों ने ब्लिंकिट के खराब प्रशासन और हितों के टकराव का सवाल उठाया, क्योंकि चोपड़ा ब्लिंकिट के संस्थापक व सीईओ अलबिंदर ढींडसा की पत्नी हैं.
बढ़ रहा है कंपनी का कारोबार
जोमैटो की तरफ से 1 अगस्त को चालू वित्तवर्ष की पहली तिमाही के नतीजे जारी करते हुए बताया कि इस दौरान कंपनी का मुनाफा साल-दर-साल आधार पर 126.5 गुना बढ़कर 253 करोड़ रुपए हो गया है. पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह करीब 2 करोड़ रुपये था. इसके साथ ही बताया कि साल-दर-साल आधार पर मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में जोमैटो के राजस्व में 74% की बढ़ोतरी हुई है. यह बढ़कर 4,206 करोड़ हो गया है. पिछल वर्ष की समान अवधि में यह 2,416 करोड़ रुपये था. कंपनी ने अपने कारोबार की शुरुआत के बाद से पिछले वित्त वर्ष में पहली बार मुनाफ दर्ज किया.
2008 में फूडीबे बनी फिर नाम बदलकर जोमैटो हुआ
दीपिंदर गोयल और पंकज चड्ढा ने 2008 में फूडीबे नाम एक फूड डायरेक्टरी वेबसाइट बनाई. इसमें सबसे पहले दिल्ली-एनसीआर के बड़े रेस्टोरेंट को शामिल किया गया. 2010 में कंपनी का नाम बदलकर जोमैटो रखा गया और कंपनी ने पुणे, अहमदाबाद, बेंगलुरु, चेन्नई और हैदराबाद जैसे शहरों में भी काम फैलाना शुरू कर दिया. 2012 में जोमैटो का यह कारोबार देश से बाहर ब्रिटेन, यूएई, कतर और दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों तक फैल गया. जोमैटो देश की पहली फूडटेक यूनिकॉर्न कंपनी बनी. यूनिकॉर्न 1 अरब डॉलर से ज्यादा बाजार मूल्य वाली कंपनियों को कहा जाता है. फिलहाल, कंपनी का बाजार मूल्य करीब 44 अरब डॉलर यानी 2.42 लाख करोड़ रुपये है. बाजारी पूंजीकरण के हिसाब से जोमैटो दुनिया की 693वीं सबसे मूल्यवान कंपनी है.
एक दिन 1.97% गिरा स्टॉक
शुक्रवार को कंपनी के शेयरों में 1.97% की गिरावट आई. गुरुवार को यह 283.90 के स्तर पर बंद हुआ. शुक्रवार को 275.95 रुपये पर खुला और 278.25 पर बंद हुआ. दिनभर के कारोबार के दौरान 286 रुपये का हाई और 273.50 रुपये लो लेवल छुआ. पिछले 5 दिन में कंपनी के शेयर में 4.52% की गिरावट आई है. हालांकि, 2021 में लिस्टिंग के बाद से कंपनी 120% से ज्यादा का मुनाफा दे चुकी है.
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