Bihar Election 2025 Exit Poll: कौन जीत रहा बिहार, एग्जिट पोल में NDA और महागठबंधन में कौन आगे?

Bihar Election 2025 Exit Poll: तमाम एग्जिट पोल के अनुसार एनडीए की बिहार की सत्ता में वापसी होती हुई नजर आ रही है. 243 सीटों वाली बिहार विधानसभा में जादुई आंकड़ा 122 है. परिणाम जो भी हों यह चुनाव बिहार के लिए एक युग का अंत होगा, क्योंकि व्यापक रूप से यह माना जा रहा है कि यह जदयू सुप्रीमो नीतीश कुमार का अंतिम चुनाव होगा, जो 19 वर्षों से अधिक समय से मुख्यमंत्री हैं.

बिहार विधानसभा चुनाव एग्जिट पोल. Image Credit: Tv9 Bharatvarsh

Bihar Election 2025 Exit Poll: बिहार विधानसभा चुनाव के आखिर चरण के मतदान समाप्त होने के बाद एग्जिट पोल आ गए हैं. ज्यादातर एजेंसियों के एग्जिट पोल में बिहार में भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के सत्ता में वापसी करने का अनुमान है.

तमाम एग्जिट पोल के अनुसार एनडीए की बिहार की सत्ता में वापसी होती हुई नजर आ रही है. 243 सीटों वाली बिहार विधानसभा में जादुई आंकड़ा 122 है.

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के एग्जिट पोल

SOURCENDARJD+JSPOTH
Matrize147–16770–900–22–8
People’s Insight133–14887–1020–23–6
Peoples Pulse133–15975–1010–52–8
JVC’s Poll135–15088–1030–13–6
Kamakhya Analytics167–18754–740–22–7
Chanakya130–138100–1080–03–5
Polstrat133–14887–1020–03–5

पोलस्ट्रैट के आंकड़े में कौन आगे?

एनडीए: 133-148
महागठबंधन: 87-102
जनसुराज पार्टी: 0-0
अन्य: 3-5

कामाख्या एनालिटिक्स ने एनडीए के खाते में कितनी सीटें दिखाईं?

एनडीए: 167-187
महागठबंधन: 54-74
जनसुराज पार्टी: 0-2
अन्य: 2-7

क्या कहते हैं पोल्स ऑफ पोल्स के आंकड़े?

पोल्स ऑफ पोल्स के एग्जिट पोल में दावा किया गया है कि एनडीए को इस बार 138 से 155 सीटें मिल सकती हैं. जबकि महागठबंधन को 82 से 98 सीटें हासिल होंगी. वहीं, प्रशांत किशोर की जनसुराज को 2 सीटें मिल सकती हैं. वहीं, अन्य के खाते में 3 से 7 सीटें जा सकती है.

एग्जिट पोल में एनडीए को बहुमत

सभी एग्जिट पोल में एनडीए को 130 से अधिक सीटें जीतने का अनुमान लगाया गया है, जो 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा में 122 सीटों के बहुमत के आंकड़े को आसानी से पार कर जाएगा.

एक युग का होगा अंत

परिणाम जो भी हों यह चुनाव बिहार के लिए एक युग का अंत होगा, क्योंकि व्यापक रूप से यह माना जा रहा है कि यह जदयू सुप्रीमो नीतीश कुमार का अंतिम चुनाव होगा, जो 19 वर्षों से अधिक समय से मुख्यमंत्री हैं. उनके राजद समकक्ष लालू प्रसाद यादव पहले ही अपनी पार्टी की बागडोर बेटे तेजस्वी प्रसाद यादव को सौंप चुके हैं, जो विपक्ष के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हैं.

जोरदार प्रचार और सौगातों की बौछार

बिहार में एनडीए, महागठबंधन और प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी के बीच त्रिकोणीय मुकाबले के बीच चुनाव प्रचार में ताबड़तोड़ रैलियां और तीखे राजनीतिक बयान देखने और सुनने को मिले

एनडीए, अपनी चुनावी रणनीति के अनुसार, सत्ता विरोधी लहर से लड़ने और सत्ता में वापसी के लिए विकास कार्यों और कल्याणकारी योजनाओं पर निर्भर होकर चुनावी मैदान में थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने राज्य में घूम-घूम कर राजद के खिलाफ ‘जंगल राज’ को एक बार फिर से चुनावी हथियार की तरह इस्तेमाल किया और वोटरों को बताया कि अगर महागठबंधन की सरकार बनी तो जंगल राज आ जाएगा.

एनडीए ने मतदाताओं से कई वादे भी किए हैं. खासकर महिलाओं को लुभाने के लिए, जिनमें व्यवसाय शुरू करने पर 10,000 रुपये और 125 मेगावाट मुफ्त बिजली देने का वादा शामिल है.

दूसरी ओर, महागठबंधन ने एनडीए के साथ-साथ हर परिवार के लिए एक सरकारी नौकरी और आर्थिक रूप से वंचित महिलाओं को एकमुश्त 30,000 रुपये देने का वादा किया है. कांग्रेस ने मतदाता सूची के एसआईआर अभियान को भाजपा सरकार पर वोट चोरी के अपने आरोपों से जोड़ दिया. एनडीए ने महागठबंधन पर ‘घुसपैठियों’ को बढ़ावा देने का आरोप लगाकर इसका जवाब दिया.

दूसरे चरण में भी रिकॉर्ड मतदान

बिहार चुनाव के दूसरे चरण में मंगलवार को शाम 5 बजे तक लगभग 67.14 फीसदी मतदान हुआ. इस चरण में मगध, चंपारण और सीमांचल (जिसे हर चुनाव का निर्णायक चरण माना जाता है) की कई महत्वपूर्ण सीटें शामिल हैं. 6 नवंबर को हुए पहले चरण में रिकॉर्ड 65.08 फीसदी मतदान हुआ था. नतीजे 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे. 2020 के विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 58.8 फीसदी मतदान हुआ था, जबकि 2015 और 2010 के दूसरे चरणों में क्रमशः 58.3 फीसदी और 53.8 फीसदी मतदान हुआ था.

एग्जिट पोल मतदाताओं की भावनाओं का एक आकर्षक प्रीव्यू पेश करते हैं, लेकिन पिछले चुनावों ने दिखाया है कि इसके आंकड़े गलत भी साबित होते हैं. इसलिए, इन आंकड़ों पर पूरी तरह से भरोसा नहीं किया जाना चाहिए.