बिहार चुनाव में हो रहा बड़ा बदलाव, वेबकास्टिंग से लेकर EVM तक का बदलेगा रंग रूप; मोबाइल इस्तेमाल पर भी आया अपडेट
आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में कई नए सुधारों की शुरुआत हुई है. इसके तहत ईवीएम पर रंगीन फोटो से लेकर 100 फीसदी वेबकास्टिंग जैसी तकनीकें शामिल की गई हैं. ये बदलाव चुनाव प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और विश्वसनीय बनाने के उद्देश्य से किए गए हैं.
बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव में इस बार कई अहम बदलाव देखने को मिलेंगे. चुनाव आयोग ने रविवार यानी 5 अक्टूबर 2025 को अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि बिहार चुनाव को सुचारू और पारदर्शी तरीके से संपन्न कराने के लिए कुल 17 नए बदलाव किए गए हैं. मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा है कि इन पहलों को आगे चलकर पूरे देश में भी लागू किया जाएगा. आइए जानते हैं इस बार के बिहार विधानसभा चुनाव में कौन-कौन से नए बदलाव दिखाई देंगे.
क्या हैं नए बदलाव?
- मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने बताया कि बीएलओ (BLO) को अब मॉडर्न स्मार्ट आईटी कार्ड दिए गए हैं, ताकि जब वे मतदाताओं से मिलें तो लोग उन्हें आसानी से पहचान सकें.
- मतदान केंद्रों पर आने वाले मतदाताओं को अपने मोबाइल फोन मतदान बूथ से बाहर जमा करने होंगे. इसके लिए देश में तैयार किए गए जूट के बैग रखे जाएंगे, जिनमें मोबाइल सुरक्षित रखा जा सकेगा.
- ज्ञानेश कुमार ने कहा कि अब देश के किसी भी मतदान केंद्र पर 1200 से अधिक मतदाता नहीं होंगे. इसके अलावा, वन स्टॉप डिजिटल प्लेटफॉर्म भी पहली बार बिहार में लागू किया जा रहा है.
- अब मतदान केंद्रों के पास प्रत्याशियों के लिए सुविधा टेबल 100 मीटर की दूरी पर लगाने की अनुमति होगी, जबकि पहले यह दूरी 150 मीटर थी.
- मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने बताया कि अब से हर मतदान केंद्र पर 100 फीसदी वेबकास्टिंग की जाएगी. इससे मतदान प्रतिशत, बूथवार ट्रेंड और अन्य आंकड़ों को अधिक सटीकता और तेजी से जुटाया जा सकेगा.
- चुनाव आयोग ने बताया है कि अब EVM पर लगे बैलेट पेपर में उम्मीदवारों की रंगीन फोटो होगी. साथ ही, उम्मीदवारों के नाम मोटे और बड़े अक्षरों में छापे जाएंगे ताकि मतदाता उन्हें आसानी से पहचान सकें.
- विधानसभा चुनाव में एक महत्वपूर्ण सुधार यह है कि पोस्टल बैलेट की गिनती, EVM की आखिरी गिनती से दो राउंड पहले पूरी की जाएगी. इससे मतगणना प्रक्रिया और परिणामों की सटीकता में सुधार होगा.
मुख्य चुनाव आयुक्त का बयान
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा कि इन सभी सुधारों का उद्देश्य स्वतंत्र, निष्पक्ष, पारदर्शी और समावेशी चुनाव सुनिश्चित करना है. इन बदलावों के साथ बिहार न केवल चुनाव सुधारों की प्रयोगशाला बनेगा बल्कि सफल परिणामों के बाद ये सुधार पूरे देश में लागू किए जाएंगे.
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