10 साल में करोड़पति टैक्सपेयर्स 5 गुना बढ़े, संख्या पहुंची 2,30,000

रिपोर्ट के मुताबिक, 2013-14 में करोड़पति टैक्सपेयर की संख्या केवल 44,078 थे जो अब बढ़कर 2,30,000 हो गई हैं. कुल टैक्सपेयर में इनका हिस्सा लगभग 52 फीसदी है जो पहले 49 फीसदी था.

10 साल में करोड़पति टैक्सपेयर्स की संख्या पांच गुना बढ़कर हो गई 2,30,000: रिपोर्ट Image Credit: Pixabay

भारत में टैक्स भरने वालों की संख्या में लगातार इजाफा देखा गया है लेकिन नए डेटा के मुताबिक टैक्स भरने वाले करोड़पतियों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है. ये अच्छी खबर है क्योंकि इससे सरकार का खजाना भरेगा जो आखिर में देश की तरक्की पर खर्च होगा. चलिए देखतें हैं कैसे हैं आंकड़े?

करोड़पती टैक्सपेयर की संख्या बढ़ी

असेसमेंट ईयर 2023-24 में सालाना 1 करोड़ रुपये से ज्यादा की इनकम वाले लोगों की संख्या में पांच गुना की बढ़ोतरी हुई है, यानी अब करोड़पति टैक्सपेयर्स की संख्या पांच गुना बढ़ गई है. 2013-14 में करोड़पति टैक्सपेयर केवल 44,078 थे जो अब बढ़कर 2,30,000 हो गए हैं. यह आंकड़े टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट में छपे हैं.

रिपोर्ट के मुताबिक, इसी दौरान कुल टैक्सपेयर की संख्या 2.2 गुना बढ़ी है, ये संख्या पहले 3.3 करोड़ थी जो अब बढ़कर 7.5 करोड़ हो गई है. यानी अब 7.5 करोड़ भारतीय इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करते हैं.

पिछले असेसमेंट ईयर में, कुल टैक्सपेयर में 1 करोड़ रुपये से ज्यादा कमाने वालों का हिस्सा लगभग 52% रहा जो 2022-23 में 49% था और 2013-14 में 51% था.

  • 53% टैक्सपेयर 1 से 5 करोड़ रुपये की इनकम वाले हैं.
  • 19 टैक्सपेयर ऐसे हैं जिनकी इनकम 100 करोड़ से 500 करोड़ के बीच है.
  • और, 500 करोड़ से ज्यादा इनकम वाले टैक्सपेयर की संख्या 23 है.

टैक्स और जीडीपी

मनीकंट्रोल के मुताबिक, भारत के जीडीपी का 6.64 फीसदी हिस्सा टैक्स के रूप में सरकार के पास आता है. ये आंकड़ा ऑल टाइम हाई है इससे पहले जीडीपी में टैक्स का हिस्सा कम था. इसे टैक्स टू जीडीपी रेश्यो कहते हैं.

पिछले 10 सालों में डायरेक्ट टैक्स जमा करने में भारी इजाफा हुआ है. केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) के ‘टाइम सीरीज डेटा’ के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, यह रकम 182 प्रतिशत बढ़कर वित्त वर्ष 2024 में 19.60 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा हो गई है.