बॉर्डर से कितनी दूर है किराना हिल, परमाणु रिसाव से क्या भारतीयों को भी खतरा! सबसे नजदीक ये शहर
पाकिस्तान के सरगोधा स्थित किराना हिल न्यूक्लियर रिसाव की अफवाह सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. दावा किया गया कि भारत ने मिसाइल हमला किया, जिससे रिएक्टर में रिसाव हुआ. हालांकि दोनों देशों ने इसकी पुष्टि नहीं की है. दिल्ली से यह क्षेत्र 400 किमी और अमृतसर से 180 किमी दूर है. परमाणु रिसाव का असर रिसाव की मात्रा और दूरी पर निर्भर करता है. भारत के लिए खतरे की पुष्टि नहीं हुई है.

Kirana Hills Nuclear Leak: भारत-पाकिस्तान के हालिया संघर्ष के बाद पाकिस्तानी पंजाब प्रांत के सरगोधा स्थित किराना हिल की चर्चा जोरों पर है. इस जगह पर पाकिस्तान के न्यूक्लियर पावर प्लांट हैं. सोशल मीडिया पर एक खबर आग की तरह फैल रही है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि दोनों देशों के संघर्ष के दौरान भारत ने इस जगह पर मिसाइल हमला किया, जिसके वजह से यहां पर रिएक्टर में रिसाव हो गया है. हालांकि ना ही पाकिस्तान सरकार और ना ही भारत सरकार ने इस तरह की बात की पुष्टि की है. भारत ने तो इस बात का खंडन भी किया है कि उसने किसी न्यूक्लियर पावर प्लांट पर हमला किया है. हालांकि इस बात की कोई आधिकारिक पुष्टि भले ही न हुई हो, लेकिन सोशल मीडिया पर लोग इसे जमकर शेयर कर रहे हैं. अगर ऐसी कोई घटना सही में होती है तो क्या भारत के लिए कितना खतरा है?
भारत से कितनी दूर है किराना हिल
सोशल मीडिया पर जिस जगह परमाणु रिसाव की बात हो रही है, उस जगह की दूरी राजधानी दिल्ली से लगभग 400 किलोमीटर है. वहीं सबसे नजदीकी शहर की बात करें तो पंजाब का फिरोजपुर का फाजिल्का बॉर्डर है, जो कि 160 किलोमीटर की दूरी पर है. वहीं अमृतसर इस जगह से 180 किलोमीटर की दूरी पर है. किरान हिल पर पाकिस्तान का एक बड़ा एयर बेस है. हाल ही में दोनों देशों के बीच झड़प क दौरान भारतीय वायुसेना ने इस जगह को निशान बनाया था.
कितनी दूर तक होता है रिसाव का असर
परमाणु रिसाव के असर की बात करें तो यह उसकी रिसाव की मात्रा पर निर्भर करता है कि यह कितनी दूरी तक असर डालेगा. लेकिन अगर परमाणु रिएक्टर रिसाव के अनुमानित प्रभाव क्षेत्र की बात करें तो गंभीर विकिरण क्षेत्र 0–10 किमी तक फैलता है, जिसमें मौत का जोखिम होता है. वहीं उच्च प्रदूषण क्षेत्र जो कि 10–30 किमी तक माना जाता है, इसमें कैंसर का खतरा होता है. इसके अलावा अगर मध्यम जोखिम क्षेत्र की बात करें तो यह 30 से 80 किमी तक माना जाता है और इसमें लोगों पर हल्का प्रभाव पड़ता है.
क्या भारत के लिए चिंता की बात है
इस हिसाब से देखा जाए तो अगर वहां पर परमाणु रिसाव हुआ भी है तो भारत के लिए कोई चिंता की बात नहीं है. हालांकि हमें इस बात पर भी गौर करना चाहिए कि यह कोई आधिकारिक खबर नहीं बल्कि सिर्फ सोशल मीडिया पर वायरल मैसेज हैं.
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