मलयालम एक्ट्रेस नव्या नायर को गजरा रखना पड़ा भारी, लगा 1.14 लाख का जुर्माना; जानें कहां हुई चूक
मलयालम फिल्म इंडस्ट्री की मशहूर एक्ट्रेस नव्या नायर के साथ. नव्या को अपने बैग में गजरा रखने की वजह से भारी-भरकम जुर्माना भरना पड़ा. इस बारे में जानकारी खुद नव्या ने सोशल मीडिया पर दी. उनके हैंड बैग में 15 सेंटीमीटर का चमेली का गजरा मिला. अधिकारियों ने इसे ऑस्ट्रेलिया के नियमों का उल्लंघन माना और उन पर 1,980 ऑस्ट्रेलियन डॉलर (करीब 1.14 लाख रुपये) का जुर्माना लगाया है. ऐसे में आइए जानते हैं उन पर सिर्फ 15 सेंटीमीटर के गजरे पर इतना भारी-भरकम जुर्माना क्यों लगा.
Navya Nair Fined For Jasmine Flower: वैसे तो भारतीय महिलाएं गजरे को आभूषण की तरह इस्तेमाल करती हैं, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इसी गजरे को लगाने पर 1 लाख से ज्यादा का जुर्माना लग सकता है? ऐसा ही हुआ मलयालम फिल्म इंडस्ट्री की मशहूर एक्ट्रेस नव्या नायर के साथ. नव्या को अपने बैग में गजरा रखने की वजह से भारी-भरकम जुर्माना भरना पड़ा. इस बारे में जानकारी खुद नव्या ने सोशल मीडिया पर दी. ऑस्ट्रेलिया के Melbourne International Airport पर नव्या को तब रोका गया जब उनके हैंड बैग में 15 सेंटीमीटर का चमेली का गजरा मिला. अधिकारियों ने इसे ऑस्ट्रेलिया के नियमों का उल्लंघन माना और उन पर 1,980 ऑस्ट्रेलियन डॉलर (करीब 1.14 लाख रुपये) का जुर्माना लगाया. ऐसे में आइए जानते हैं उन पर सिर्फ 15 सेंटीमीटर के गजरे पर इतना भारी-भरकम जुर्माना क्यों लगा.
पिता ने पैक किया था गजरा
नव्या नायर ने चमेली के गजरे को लेकर बताया कि मेरे पिता ने मेरे लिए चमेली का गजरा खरीदा था. उन्होंने गजरे को दो हिस्सों में काटकर मुझे दिए. उन्होंने कहा कि एक कोच्चि से सिंगापुर की फ्लाइट में पहन लो क्योंकि तब तक यह मुरझा जाएगा. दूसरा हिस्सा उन्होंने मेरे हैंडबैग में रखवा दिया ताकि मैं सिंगापुर से आगे की यात्रा में पहन सकूं. मैंने वही बैग में रख लिया. हालांकि नव्या ने इसे कानून का उल्लंघन मानकर खुद को दोषी माना. उन्होंने कहा, “जो मैंने किया, वह कानून के खिलाफ था. यह अनजाने में हुई गलती थी. लेकिन कानून कहता है कि अनजान होना कोई बहाना नहीं है. केवल 15 सेंटीमीटर के गजरे के लिए मुझे AUD 1,980 का जुर्माना भरना पड़ा. हालांकि ऑस्ट्रेलिया के अधिकारियों ने कहा कि यह जुर्माना मुझे 28 दिन के अंदर भरना होगा.
ऑस्ट्रेलिया में बायोसिक्योरिटी को लेकर क्या है नियम ?
Smartraveller, जो ऑस्ट्रेलिया सरकार की तरफ से विदेशी नागरिकों को यहां आने की सलाह देता है, उसकी रिपोर्ट के मुताबिक, ऑस्ट्रेलिया का भौगोलिक और एनवायरमेंटल फ्रेमवर्क दुनिया के बाकी हिस्सों से काफी अलग है. यहां की मिट्टी, फसलें, पेड़-पौधे और जंगली जानवर बहुत हद तक सिर्फ इसी देश में पाए जाते हैं. अगर बाहर से कोई बीज, फूल, पौधा या फल-सब्जी यहां पहुंच जाता है, तो उससे बीमारियां या कीट (insects) आ सकते हैं. ये चीजें उनकी एग्रीकल्चर और स्थानीय पर्यावरण को बुरी तरह नुकसान पहुंचा सकती हैं.
नियम क्या कहते हैं?
ऑस्ट्रेलिया में पौधे, फूल, बीज, फल, सब्जियां, मिट्टी और जानवरों से जुड़े सामान को बिना अनुमति लाना सख्त मना है. ऑस्ट्रेलिया में यात्रा के दौरान अगर कोई ऐसी चीज साथ है, तो उसे अराइवल कार्ड पर जानकारी देनी होती है.
क्या भारत में भी हैं ऐसे नियम ?
जी हां, भारत में भी विदेश से आने वाले यात्रियों को फूल, पौधे, बीज, मिट्टी लाने की अनुमति नहीं है. अगर कोई यात्री इन्हें लाना चाहता है तो पहले सरकारी अनुमति लेनी होगी. भारत के वाइल्डलाइफ प्रोटेक्शन एक्ट, 1972 के तहत किसी भी तरह के विदेशी जानवर, पक्षी, कीट या उससे जुड़े प्रोडक्ट (जैसे चमड़ा, फर, शंख आदि) को बिना अनुमति लाना प्रतिबंधित है.
पहले भी हुए हैं ऐसे मामले
साल 2002 में भारतीय क्रिकेटर हरभजन सिंह और वीरेंद्र सहवाग को न्यूजीलैंड एयरपोर्ट पर एक अजीब सी परेशानी का सामना करना पड़ा था. दोनों खिलाड़ी जब वहां पहुंचे तो उनके सामान की जांच के दौरान सुरक्षा अधिकारियों को उनके बैग में रखे हुए जूते गंदे मिले. न्यूजीलैंड में सफाई और बायोसिक्योरिटी नियम काफी सख्त होते हैं. वहां यह माना जाता है कि जूतों की मिट्टी या गंदगी से किसी तरह के कीट या बीमारी उनके देश की मिट्टी और पर्यावरण को नुकसान पहुंचा सकते हैं. क्योंकि खिलाड़ियों ने इन गंदे जूतों को पहले से जानकारी नहीं किया था, इसलिए नियम तोड़ने पर उन्हें तुरंत जुर्माना भरना पड़ा. दोनों को 200 न्यूजीलैंड डॉलर (लगभग 8-9 हजार रुपये उस समय) का फाइन लगाया गया.
इसे भी पढ़ें- एक साथ तीन रूट पर चलेगी वंदे भारत स्लीपर ट्रेन, 17 घंटे का सफर 11 घंटे में होगा पूरा, मिलेंगी ये सुविधाएं