केरल में ओणम पर शराब की बंपर बिक्री, पिछले साल से 9.34 फीसदी ज्यादा; 920 करोड़ का हुआ कारोबार

इस ओणम पर केरल में रिकॉर्ड तोड़ शराब बिक्री हुई. Bevco ने 920 करोड़ रुपये की शराब बेची, जो पिछले साल से 9.34% अधिक है. इसके साथ ही Consumerfed ने 187 करोड़ का कारोबार कर इतिहास रच दिया. त्योहार के साथ बिक्री में उछाल देखने को मिला.

शराब Image Credit: freepik

इस बार ओणम पर केरल में शराब की बिक्री ने नया रिकॉर्ड बना दिया है. केरल स्टेट बेवरेजेज कॉरपोरेशन लिमिटेड (Bevco) ने ओणम के दौरान 920.74 करोड़ रुपये की शराब बेची, जो पिछले साल के 842.07 करोड़ रुपये से 9.34 प्रतिशत अधिक है.
सबसे ज्यादा बिक्री उथ्राडम (ओणम के 10वें दिन) पर हुई, जब 137.64 करोड़ रुपये की शराब बिकी.

यह पिछले साल के 126.01 करोड़ रुपये से 9.23 प्रतिशत ज्यादा है. थिरुवोनम (11वां दिन) पर ड्राई डे होने के चलते बिक्री नहीं हुई, लेकिन अविट्टम (12वां दिन) पर बिक्री फिर से बढ़ी और 94.36 करोड़ रुपये तक पहुंच गई. यह 2024 में हुए 65.25 करोड़ रुपये की तुलना में काफी अधिक है.

वार्षिक बिक्री में भी इजाफा

New Indian Express की एक रिपोर्ट के मुताबिक ओणम की रिकॉर्ड बिक्री से Bevco की सालाना ग्रोथ को और मजबूत हुई है. वित्त वर्ष 2024–25 में केरल में शराब की कुल बिक्री 19,730.66 करोड़ रुपये रही, जबकि 2023–24 में यह 19,069.27 करोड़ रुपये थी. यह 3.5 प्रतिशत की सालाना वृद्धि को दर्शाता है.

6 दुकानों से बिकी 1 करोड़ की शराब

रिपोर्ट में Bevco की मैनेजिंग डायरेक्टर हर्षिता अट्टलुरी के हवाले से बताया गया है महज 6 दुकानों ने 1 करोड़ रुपये से ज्यादा की हुई. इनमें से मनोरा सुपर प्रीमियम दुकान ने अकेले 67 लाख रुपये की बिक्री की, जो पिछले साल की तुलना में पांच गुना अधिक है. अट्टलुरी के मुताबिक जब भी केरल में कोई जश्न या त्योहार मनाया जाता है, तो शराब की बिक्री भी बढ़ जाती है. अट्टलुरी के मुताबिक पूरे साल की स्थिर ग्रोथ रहती है. लेकिन, त्योहारों में बिक्री में उछाल दिखाता है और Bevco की बिक्री के रिकॉर्ड टूटने लगते हैं.

Consumer Fed ने भी तोड़ा रिकॉर्ड

कोझिकोड Consumer Fed ने भी इस ओणम पर इतिहास रच दिया. इस साल 187 करोड़ रुपये का कारोबार किया, जो अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है. यह बिक्री केरल में 1,579 ओणम बाजारों और 164 त्रिवेणी सुपरमार्केट्स के जरिए हुई.

वहीं, सरकार की तरफ से त्योहार के दौरान राहत देने के लिए 13 आवश्यक वस्तुओं को सब्सिडाइज्ड रेट उपलब्ध कराया गया. इसके अलावा अन्य रोजमर्रा की चीजों पर 10 से 40 प्रतिशत तक की छूट दी गई. कुल बिक्री में से 110 करोड़ रुपये की बिक्री सरकारी सब्सिडी योजना के तहत हुई, जबकि 77 करोड़ रुपये की बिक्री डिस्काउंट वाले उत्पादों से हुई.