एक साथ तीन रूट पर चलेगी वंदे भारत स्लीपर ट्रेन, 17 घंटे का सफर 11 घंटे में होगा पूरा, मिलेंगी ये सुविधाएं
दिवाली से पहले लंबी दूरी का सफर अब वंदे भारत स्लीपर ट्रेन से और अधिक सुविधाजनक होने वाला है. इंडियन रेलवे दीपावली से इस नई सेवा की शुरुआत कर सकती है. यह ट्रेन लंबी दूरी के सफर के लिए बनाई गई है और फिलहाल अहमदाबाद, भोपाल और पटना से वाराणसी जैसे शहरों के रूट पर चलाने की तैयारी की जा रही है.
देश की राजधानी दिल्ली से लंबी दूरी का सफर अब वंदे भारत स्लीपर ट्रेन से जल्दी ही सुगम और सुविधाजनक होने वाला है. इंडियन रेलवे दीपावली से इस नई सेवा की शुरुआत कर सकती है. यह ट्रेन लंबी दूरी के सफर के लिए बनाई गई है. इकनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस स्लीपर ट्रेन को फिलहाल अहमदाबाद, भोपाल और पटना के रूट पर चलाया जाएगा. इसका मकसद ज्यादा डिमांड वाले रूट्स पर यात्रियों को बेहतर सुविधा देना है. नई वंदे भारत स्लीपर ट्रेन 24 कोच की होगी और इसे 180 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम रफ्तार से चलाने के लिए डिजाइन किया गया है. हालांकि इसकी सर्विस स्पीड 160 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी.
खास बात यह है कि दिल्ली से प्रयागराज, वाराणसी होते हुए पटना के लिए जो वंदे भारत स्लीपर ट्रेन चलेगी, वह साढ़े 11 घंटे में पहुंचाएगी. आमतौर पर इस रूट पर 12 से 17 घंटे तक का वक्त लगता है. ऐसे में एक तरफ जहां यह ट्रेन यात्रियों को कम समय में पहुंचाएगी तो वहीं दूसरी तरफ यह सफर सुविधाजनक भी होगा.
यात्रियों को क्या सुविधाएं मिलेंगी?
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन खास तौर से लंबी दूरी के सफर को ध्यान में रखकर तैयार की गई है. यात्रियों को निम्नलिखित सुविधाएं मिलेंगी-
- ऑनबोर्ड वाई-फाई और एयरक्राफ्ट जैसी इंटीरियर डिजाइन.
- ऑटोमैटिक दरवाजे और साउंड इंसुलेशन.
- रिक्लाइनिंग ऑप्शन वाले कुशन बर्थ और बेहतर सस्पेंशन.
- सुरक्षा के लिए क्रैश बफर, डिफॉर्मेशन ट्यूब और फायर बैरियर वॉल.
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन को लेकर फ्यूचर में क्या है प्लानिंग?
पिछले दिनों संसद में पूछे गए एक सवाल के जवाब में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने साफ किया था कि वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों की योजना लंबी और मीडियम दूरी की यात्राओं के लिए बनाई गई है. मंत्री ने जानकारी दी थी कि 200 वंदे भारत स्लीपर रैक बनाने का कॉन्ट्रैक्ट टेक्नोलॉजी पार्टनर्स को दिया जा चुका है. इस समय भारतीय रेलवे 150 वंदे भारत चेयर कार चला रही है. ये ट्रेनें दिन के समय की यात्रा के लिए बनाई गई है. अब स्लीपर वेरिएंट आने से रात के सफर में भी यात्रियों को आधुनिक और आरामदायक यात्रा का अनुभव मिलेगा.
रेलवे मंत्रालय का कहना है कि वंदे भारत ट्रेनों की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है. साल 2024-25 में इनकी औसत ऑक्युपेंसी 102 फीसदी रही, जबकि इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही में यह 105 फीसदी तक पहुंच गई. साथ ही रेलवे आने वाले पांच सालों में करीब 17,000 जनरल और नॉन-एसी कोच भी तैयार कर रहा है, ताकि यात्रियों को बेहतर सुविधा मिल सके.
इसे भी पढ़ें- VISA स्लॉट के लिए अब दूसरे देश जाने की सुविधा खत्म, USA ने की सख्ती; भारतीयों छात्रों, पर्यटकों पर असर