अगस्त में 9 फीसदी बढ़ी EPFO के नए सदस्यों की संख्या, 18-25 वर्ष के उम्र के लोगों का दबदबा
श्रम एवं रोजगार मंत्रालय ने कहा कि इससे रोजगार के अवसरों में बढ़ोतरी तथा कर्मचारी बेनिफिट के बारे में जागरूकता में इजाफा के संकेत मिलते हैं. इससे ईपीएफओ की प्रभावी आउटरीच पहलों से बल मिला है.

इंप्लॉई प्रोविडेंट फंड ऑर्गेनाइजेशन (EPFO) में नए सदस्यों की संख्या अगस्त के महीने में सालाना आधार पर 9.07 फीसदी बढ़कर 18.53 लाख हो गई. EPFO ने अगस्त में लगभग 9.30 लाख नए सदस्यों को जोड़ा है. यह अगस्त 2023 में पिछले वर्ष की तुलना में नए सदस्यों में 0.48 फीसदी की बढ़ोतरी को दर्शाता है. श्रम एवं रोजगार मंत्रालय ने कहा कि इससे रोजगार के अवसरों में बढ़ोतरी तथा कर्मचारी बेनिफिट के बारे में जागरूकता में इजाफा के संकेत मिलते हैं. इससे ईपीएफओ की प्रभावी आउटरीच पहलों से बल मिला है.
सबसे बड़ा इजाफा
श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के आंकड़ों से पता चलता है कि इस साल जुलाई में रिकॉर्ड तोड़ 19.9 लाख नौकरियों के सृजन में महीने-दर-महीने 7.03 फीसदी की कमी आई है. जुलाई का यह आंकड़ा 2018 में डेटा कैलकुलेशन शुरू होने के बाद से ईपीएफओ में अब तक का सबसे बड़ा इजाफा है. मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि आंकड़ों के अनुसार, अगस्त 2024 के दौरान लगभग 9.30 लाख नए सदस्य जुड़े हैं, जो अगस्त 2023 की तुलना में 0.48 फीसदी अधिक हैं.
18-25 आयु वर्ग का दबदबा
जोड़े गए नए सदस्यों में 18-25 आयु वर्ग का दबदबा है, जो अगस्त 2024 में कुल जोड़े गए नए सदस्यों का 59.26 फीसदी हैं. अगस्त, 2024 में 18-25 आयु वर्ग का नेट पेरोल डेटा 8.06 लाख था. पेरोल डेटा से पता चलता है कि लगभग 13.54 लाख सदस्य ईपीएफओ से बाहर निकले और फिर इसमें शामिल हुए.
फाइनल सेटलमेंट नहीं ट्रांसफर का ऑप्शन
यह आंकड़ा साल-दर-साल आधार पर 14.03 फीसदी की बढ़ोतरी को दर्शाता है. इन सदस्यों ने अपनी नौकरी बदल ली और ईपीएफओ के दायरे में आने वाले संस्थानों में फिर से शामिल हो गए. इसके अलावा सदस्यों ने फाइनल सेटलमेंट के लिए आवेदन करने की बजाय अपनी सेविंग्स तो ट्रांसफर करने के ऑप्शन को चुना. पेरोल डेटा के अनुसार, अगस्त के दौरान जोड़े गए नए सदस्यों में से लगभग 2.53 लाख नई महिला सदस्य हैं. यह आंकड़ा सालाना आधार पर 3.75 फीसदी अधिक है.
इन राज्यों में ग्रोथ
अगस्त 2024 में महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, हरियाणा और गुजरात में सामूहिक रूप से नए सदस्यों में इजाफा देखने को मिला. कुल जुड़े नए सदस्यों का 59.1 फीसदी है. इस अवधि के दौरान अकेले महाराष्ट्र ने कुल सदस्यों में 20.1 फीसदी का योगदान दिया.
मंत्रालय के अनुसार, महीने के आधार पर उद्योग के अनुसार, आंकड़ों की तुलना से पता चलता है कि ट्रेडिंग-कमर्शियल संस्थान, इंजीनियर-इंजीनियरिंग कॉन्ट्रैक्टर, बिल्डिंग एवं कंस्ट्रक्शन उद्योग, कृषि फार्म और बीड़ी निर्माण जैसे अलग-अलग सेक्टरों सदस्यता में बढ़ोतरी हुई.
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