बेरोजगारी दर जुलाई में घटकर 5.2 फीसदी पर आई, जानें- किस कैटेगरी में हुआ कितना सुधार
Unemployment Rate: मई में भी बेरोजगारी दर 5.6 फीसदी थी. वर्तमान साप्ताहिक स्थिति (CWS) में एकत्र किए गए ताजा आंकड़ों के अनुसार, जुलाई के दौरान सभी आयु वर्ग के लोगों के लिए बेरोजगारी दर 5.2 फीसदी रही. सर्वेक्षण के मुताबिक, 15 से 29 आयु वर्ग के युवाओं में बेरोजगारी घटकर जुलाई में 14.9 प्रतिशत रही.
Unemployment Rate: देश में बेरोजगारी दर जुलाई में घटकर 5.2 फीसदी पर आ गई, जबकि जून में यह 5.6 फीसदी थी. सोमवार को जारी एक सरकारी सर्वेक्षण में यह जानकारी दी गई. सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (PLFS) से यह आंकड़े सामने आए हैं. मई में भी बेरोजगारी दर 5.6 फीसदी थी. वर्तमान साप्ताहिक स्थिति (CWS) में एकत्र किए गए ताजा आंकड़ों के अनुसार, जुलाई के दौरान सभी आयु वर्ग के लोगों के लिए बेरोजगारी दर 5.2 फीसदी रही.
पुरुषों में बेरोजगारी की दर अधिक
पुरुषों में बेरोजगारी की दर थोड़ी अधिक 5.3 फीसदी रही, जबकि महिलाओं में यह 5.1 फीसदी थी. जुलाई में शहरी क्षेत्रों में सभी आयु वर्ग के लिए बेरोजगारी दर बढ़कर 7.2 फीसदी हो गई जो जून में 7.1 फीसदी थी. वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में सभी आयु वर्ग के लिए बेरोजगारी दर घटकर 4.4 फीसदी रही जो इससे जून में 4.9 प्रतिशत थी.
युवाओं में बेरोजगारी घटी
सर्वेक्षण के मुताबिक, 15 से 29 आयु वर्ग के युवाओं में बेरोजगारी घटकर जुलाई में 14.9 प्रतिशत रही, जो जून 2025 में 15.3 प्रतिशत थी. हालांकि, शहरी क्षेत्रों में इस आयु वर्ग के लिए बेरोजगारी दर जुलाई में मामूली रूप से बढ़कर 19 प्रतिशत हो गई, जो इससे पिछले महीने 18.8 प्रतिशत थी. ग्रामीण क्षेत्रों में इसी आयु वर्ग (15-29 वर्ष) के लिए यह दर घटकर जुलाई में 13 प्रतिशत हो गई जो इससे पिछले महीने 13.8 प्रतिशत थी.
CWS सर्वेक्षण की तिथि से पहले के सात दिनों की संदर्भ अवधि के आधार पर निर्धारित गतिविधि की स्थिति को बताता है. आंकड़ों से यह भी पता चला है कि सभी आयु वर्ग के व्यक्तियों के बीच सीडब्ल्यूएस में श्रम बल भागीदारी दर (LFPR) जुलाई 2025 में बढ़कर 41.4 प्रतिशत हो गई, जबकि जून 2025 में यह 41 प्रतिशत थी.
श्रमबल भागीदारी दर
ग्रामीण क्षेत्रों में सभी आयु वर्ग के CWS में श्रमबल भागीदारी दर 42 प्रतिशत थी जबकि एक महीने पहले यह 41.5 प्रतिशत थी. वहीं, शहरी क्षेत्रों में यह जुलाई में 40.1 प्रतिशत रही जो जून में 39.8 प्रतिशत थी.
ग्रामीण क्षेत्रों में जुलाई के दौरान 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों में कुल जनसंख्या में कार्यरत व्यक्तियों के अनुपात को परिभाषित करने वाला श्रमिक जनसंख्या अनुपात (डब्ल्यूपीआर) 54.4 प्रतिशत रहा. इससे पिछले महीने जून में यह 53.3 प्रतिशत था. इसी आयु वर्ग के लिए शहरी क्षेत्रों में श्रमिक जनसंख्या अनुपात जुलाई में 47 प्रतिशत था.
श्रमिक जनसंख्या रेश्यो
देश के स्तर पर श्रमिक जनसंख्या अनुपात 52 प्रतिशत था जबकि जून के दौरान यह 51.2 प्रतिशत था. उच्च आवृत्ति वाले श्रमबल संकेतकों की जरूरत को ध्यान में रखते हुए व्यापक दायरे के साथ पीएलएफएस की नमूना पद्धति को जनवरी 2025 से नया रूप दिया गया है. अखिल भारतीय स्तर पर जुलाई में प्रथम-चरण में नमूने के तौर पर 7,519 इकाइयों का सर्वेक्षण किया गया.
सर्वेक्षण में शामिल परिवारों की संख्या 89,505 थी (ग्रामीण क्षेत्रों में 49,355 और शहरी क्षेत्रों में 40,150) जबकि सर्वेक्षण किए गए व्यक्तियों की संख्या 3,79,222 (ग्रामीण क्षेत्रों में 2,16,832 और शहरी क्षेत्रों में 1,62,390) थी.