इस दिन खुलेगा एग्रो-केमिकल कंपनी का IPO, जानें- कितना है प्राइस हैंड और एक लॉट में कितने शेयर
Advance Agrolife IPO: साल 2002 में शुरू हुई एडवांस एग्रोलाइफ एक एग्रो-केमिकल कंपनी है जो भारत में प्रमुख अनाज, सब्जियों और बागवानी फसलों की खेती में सहायक उत्पादों की एक विस्तृत रेंज बनाती है. एडवांस एग्रोलाइफ अपने प्रोडक्ट्स को घरेलू स्तर पर 19 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों में B2B चैनलों के जरिए बेचती है.
Advance Agrolife IPO: एडवांस एग्रोलाइफ लिमिटेड अपना इनिशियल पब्लिक ऑफर लेकर आएगी. कंपनी ने कहा है कि उसका पब्लिक ऑफर 30 सितंबर 2025 को खुलेगा और 3 अक्टूबर 2025 को बंद होगा. कंपनी ने 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले प्रत्येक शेयर के लिए 95 रुपये से 100 रुपये का प्राइस बैंड तय किया है. निवेशक कम से कम 150 शेयरों और उसके बाद 150 शेयरों के मल्टीपल में बोली लगा सकते हैं. आईपीओ में 19,285,720 फ्रेश शेयर जारी किए जाएंगे. इस इश्यू से प्राप्त राशि, जिसकी अनुमानित वैल्यू 135 करोड़ रुपये है, का उपयोग वर्किंग कैपिटल आवश्यकताओं और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा.
क्या करती है कंपनी?
साल 2002 में शुरू हुई एडवांस एग्रोलाइफ एक एग्रो-केमिकल कंपनी है जो भारत में प्रमुख अनाज, सब्जियों और बागवानी फसलों की खेती में सहायक उत्पादों की एक विस्तृत रेंज बनाती है. 31 मार्च 2025 तक कंपनी के पास 410 जेनेरिक रजिस्ट्रेशन थे, जिनमें 380 फ़ॉर्मूलेशन-ग्रेड और 30 तकनीकी-ग्रेड रजिस्ट्रेशन शामिल हैं. इसके पोर्टफोलियो में कीटनाशक, शाकनाशी, कवकनाशी, सूक्ष्म पोषक उर्वरक और जैव उर्वरक शामिल हैं.
कंपनी इंटीग्रेटेड फैसिलिटी के जरिए टेक-ग्रेड (रॉ एक्टिव इंडिग्रेडिएंट्स) और फ़ॉर्मूलेशन-ग्रेड (तैयार उत्पाद) एग्रो-केमिकल बनाती है. फॉर्मूलेशन प्रोडक्ट्स अलग-अलग फॉर्म में उपलब्ध हैं.
कंपनी का कारोबार
एडवांस एग्रोलाइफ अपने प्रोडक्ट्स को घरेलू स्तर पर 19 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों में B2B चैनलों के जरिए बेचती है और संयुक्त अरब अमीरात, बांग्लादेश, चीन, तुर्की, मिस्र, केन्या और नेपाल सहित सात देशों को निर्यात करती है. प्रमुख कॉर्पोरेट ग्राहकों में डीसीएम श्रीराम, इफको एमसी क्रॉप साइंस, इंडोगल्फ क्रॉपसाइंसेज, मैनकाइंड एग्रीटेक, एचपीएम केमिकल्स एंड फर्टिलाइजर्स और यूलिंक एग्रीटेक शामिल हैं.
वित्तीय प्रदर्शन
कंपनी ने वित्त वर्ष 2025 में 502.2 करोड़ रुपये का रेवेन्यू दर्ज किया, जो वित्त वर्ष 2023 में 397.8 करोड़ रुपये था, जबकि वित्त वर्ष 2025 में नेट प्रॉफिट 25.6 करोड़ रुपये रहा, जबकि वित्त वर्ष 2023 में यह 14.8 करोड़ रुपये था. चॉइस कैपिटल एडवाइजर्स बुक-रनिंग लीड मैनेजर है, और केफिनटेक टेक्नोलॉजीज आईपीओ का रजिस्ट्रार है.
कंपनी ने अपने बयान में कहा कि यह आईपीओ 30 सितंबर को अभिदान के लिए खुलेगा और तीन अक्टूबर को बंद होगा.
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.