Advance Agrolife IPO: HDFC और SBI सिक्योरिटीज ने किया रिव्यू, जानें कंपनी का बिजनेस मॉडल, रिस्क और ग्रोथ प्लान?

Advance Agrolife Limited का IPO 30 सितंबर को सब्सक्रिप्शन के लिए खुलने जा रहा है. कंपनी को बाजार से कुल 192.9 करोड़ जुटाने हैं. Agrochemical सेक्टर की यह कंपनी भारत के कई बड़े क्लाइंट्स के साथ सहित दुनिया के कई देशों में भी निर्यात करती है. HDFC और SBI सिक्योरिटीज ने इस इश्यू को रिव्यू किया है. जानते हैं कंपनी के रिस्क और ग्रोथ प्लान.

आईपीओ Image Credit: FreePik

Advance Agrolife Ltd. का IPO 30 सितंबर से 3 अक्टूबर 2025 तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुला रहेगा. इसका प्राइस बैंड 95 से 100 रुपये तय किया गया है. कंपनी इस इश्यू के जरिये कुल 192.9 करोड़ जुटाना चाहती है. इस तरह पोस्ट इश्यू कंपनी का मार्केट कैप करीब 643 करोड़ होगा.

क्या करती है कंपनी?

कंपनी एग्रोकेमिकल मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में काम करती है. इसके प्रोडक्ट पोर्टफोलियो में इन्सेक्टिसाइड्स, हर्बिसाइड्स, फंगीसाइड्स के साथ ही प्लांट ग्रोथ रेगुलेटर्स शामिल हैं. मार्च 2025 तक कंपनी के पास 410 प्रोडक्ट के रजिस्ट्रेशन हैं. वहीं, 380 फॉर्म्यूलेशन ग्रेड और 30 टेक्निकल ग्रेड प्रोडक्ट शामिल हैं.

कहां-कहां फैला है कारोबार?

Advance Agrolife अपने उत्पाद 19 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों में बेचती है. इसके साथ ही कंपनी UAE, बांग्लोदश, चीन, तुर्किये, मिस्र, केन्या और नेपाल में एक्सपोर्ट भी करती है. कंपनी के बड़े क्लाइंट्स में DCM श्रीराम, इंडोगल्फ क्रॉपसाइंसेेज, IFFCO MC Crop Science और मैनकाइंड एग्रीटेक शामिल हैं.

कैसा है कंपनी का वित्तीय प्रदर्शन?

कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन पर नजर डालें, तो पिछले तीन सालों में मजबूत ग्रोथ दिखाई देती है. 12.4% के CAGR से FY23 से FY25 के बीच कंपनी का रेवेन्यू 397.8 करोड़ रुपये से बढ़कर 502.3 करोड़ रुपये हो गया है. वहीं, EBITDA 25.1 करोड़ से बढ़कर 47.6 करोड़ रुपये हो गया. इसी तरह 31.3% CAGR के साथ PAT 14.9 करोड़ रुपये से बढ़कर 25.6 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है.


इस दौरान कंपनी के मार्जिन्स में भी सुधार देखने को मिला है. FY23 में EBITDA मार्जिन 6.3% से बढ़कर FY25 में 9.5% हो गया. इसी तरह PAT मार्जिन 5% के आसपास रहा. हालांकि, इस दौरान कर्ज भी बढ़ा है, जिसकी वजह से Debt/Equity ratio 0.8x तक पहुंच गया है. Peer comparison में Advance Agrolife का P/E 25.1x है, जो उद्योग की अन्य कंपनियों की तुलना में औसत माना जा सकता है.

SBI Securities का रुख

SBI Securities ने Advance Agrolife के आईपीओ पर न्यूट्रल स्टांस लिया है. IPO Note में कहा गया है कि कंपनी के पास इंटीग्रेटेड मैन्यफैक्चरिंग फैसिलिटी और डायवर्सिफाइड प्रॉडक्ट पोर्टफोलियो की ताकतें हैं. इसके साथ ही बड़े क्लाइंट इसकी मजबूती को दिखाते हैं. लेकिन, दूसरी तरफ ऑपरेटिंग रेवेन्यू का लंबा सायकल चिंता का विषय है. FY23 में डिबेटर डेज जहां 78 थे, वहीं FY25 में यह बढ़कर 111 हो गए हैं. इसके अलावा कंपनी पर कर्ज है, जिससे कंपनी को ज्यादा वर्किंग कैपिटल की जरूरत है. इसी वजह से SBI Securities ने निवेशकों को फिलहाल इंतजार करने और कंपनी की लिस्टिंग के बाद पीयर्स के मुकाबले प्रदर्शन को देखने की सलाह दी है.

HDFC Securities का रुख

HDFC Securities ने भी IPO पर सीधी Buy call नहीं दी है और निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह दी है. HDFC की रिपोर्ट में कई बड़े जोखिमों की ओर इशारा किया गया है. इनमें सबसे अहम है रेवेन्यू कॉन्सन्ट्रेशन रिस्क, क्योंकि कंपनी का करीब 52% रेवेन्यू सिर्फ पांच बड़े क्लाइंट्स से आता है. इसके अलावा FY25 में कंपनी की लगभग 20% आय ऐसे पेस्टिसाइड्स से आई, जिन्हें भविष्य में बैन किया जा सकता है. इन सब कारणों से HDFC ने निवेशकों को सतर्क दृष्टिकोण अपनाने की सलाह दी है.

क्या है कंपनी का ग्रेाथ प्लान?

Advance Agrolife का ग्रोथ प्लान मुख्य रूप से कैपेसिटी एक्सपेंशन पर आधारित है. कंपनी अपनी मौजूदगी को मजबूत करने के लिए नई मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी लगाने की तैयारी कर रही है, जिससे प्रोडक्शन और बैकवर्ड इंटीग्रेशन दोनों में सुधार होगा. इसके अलावा घरेलू बाजार में पकड़ मजबूत करने के साथ ही UAE, सऊदी अरब और मिस्र जैसे बाजारों में अधिग्रहण के जरिए विस्तार करना चाहती है. B2B मॉडल को और स्केलेबल बनाने के लिए कंपनी डायवर्सिफिकेशन पर काम कर रही है.

डिस्क्लेमर: मनी9लाइव किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.