Moody’s ने Tata Motors की रेटिंग को घटाकर किया नेगेटिव, JLR साइबर अटैक का असर; प्रोडक्शन को लेकर दी चेतावनी

ग्लोबल रेटिंग एजेंसी Moody’s ने टाटा मोटर्स के आउटलुक को पॉजिटिव से घटाकर नेगेटिव कर दिया है. इसका कारण ब्रिटिश यूनिट जगुआर लैंड रोवर (JLR) पर साइबर अटैक है, जिससे प्रोडक्शन कई हफ्तों से ठप है. Moody’s का अनुमान है कि कंपनी का EBITDA 3 बिलियन डॉलर से घटकर 850 मिलियन डॉलर रह सकता है.

टाटा मोटर्स Image Credit: Getty image

Moody’s ग्लोबल रेटिंग एजेंसी Moody’s Ratings ने सोमवार, 29 सितंबर को टाटा मोटर्स के आउटलुक को पॉजिटिव से घटाकर नेगेटिव कर दिया है. यह फैसला कंपनी की ब्रिटिश यूनिट जगुआर लैंड रोवर (JLR) पर हुए बड़े साइबर अटैक के बाद लिया गया है, जिसके चलते कंपनी को पिछले कई हफ्तों से प्रोडक्शन रोकना पड़ा है.

क्यों घटाया गया आउटलुक?

Moody’s ने कहा कि JLR में हुए इस साइबर हमले से कंपनी की क्रेडिट रिकवरी में लंबा वक्त लग सकता है. एजेंसी की असिस्टेंट वाइस प्रेसिडेंट और एनालिस्ट स्वेता पाटोदिया ने कहा, “नेगेटिव आउटलुक बताता है कि कंपनी के क्रेडिट मैट्रिक्स की पूरी रिकवरी में कई महीने लग सकते हैं.” एजेंसी ने टाटा मोटर्स की कॉरपोरेट फैमिली रेटिंग (CFR) को Ba1 पर बरकरार रखा है. हालांकि, JLR में प्रोडक्शन रुकने से कंपनी की वित्तीय स्थिति पर बड़ा असर पड़ सकता है.

JLR प्रोडक्शन पर असर

Moody’s के मुताबिक, JLR का प्रोडक्शन पिछले चार हफ्तों से पूरी तरह ठप है और यह स्थिति कम से कम 1 अक्टूबर तक जारी रहेगी. भले ही प्रोडक्शन जल्द शुरू हो, लेकिन पूरी तरह सामान्य होने में कई महीने लग सकते हैं. एजेंसी का अनुमान है कि प्रोडक्शन रुकने से टाटा मोटर्स का कंसॉलिडेटेड EBITDA (ब्याज, टैक्स, डेप्रिसिएशन और अमोरटाइजेशन से पहले की कमाई) वित्त वर्ष 2025-26 में घटकर लगभग 850 मिलियन डॉलर रह सकता है, जबकि पहले यह अनुमान करीब 3 बिलियन डॉलर का था.

अगर प्रोडक्शन और देर तक रुका तो?

Moody’s ने चेतावनी दी कि अगर प्रोडक्शन लंबे समय तक रुका रहा या नॉर्मल ऑपरेशन में देरी हुई, तो कंपनी की कमाई और कैश फ्लो पर और ज्यादा नेगेटिव असर पड़ सकता है. एजेंसी ने कहा कि मौजूदा परिस्थितियों में टाटा मोटर्स की रेटिंग अपग्रेड की संभावना अगले 12–18 महीनों तक नहीं है. हालांकि, अगर JLR का आउटलुक स्थिर होता है तो टाटा मोटर्स का आउटलुक भी स्टेबल किया जा सकता है.

कंपनी का जवाब

हालांकि, JLR ने सोमवार को ही जारी बयान में कहा कि आने वाले दिनों में वह आंशिक रूप से प्रोडक्शन शुरू करेगी. Moody’s ने कहा कि टाटा मोटर्स का Ba1 CFR उसके लग्जरी कार सेगमेंट में ग्लोबल उपस्थिति, भारतीय पैसेंजर व्हीकल मार्केट में बढ़ते मार्केट शेयर और लगातार कर्ज घटाने एवं कमाई बढ़ाने के प्रयासों को दर्शाता है. एजेंसी ने यह भी जोड़ा कि टाटा मोटर्स की रेटिंग में टाटा संस से मिलने वाले अतिरिक्त सपोर्ट को भी शामिल किया गया है, जिससे रेटिंग में एक नॉच की बढ़त मिलती है.

दिख सकता है शेयर पर असर

हफ्ते के पहले दिन यानी सोमवार, 29 सितंबर को टोटो मोटर्स के शेयर 0.06 फीसदी की मामूली गिरावट के के साथ 672.50 रुपये पर कारोबार करते हुए बंद हुए. हालांकि कल यानी मंगलवार, 30 सितंबर को मूडीज के रेटिंग का असर टाटा मोटर्स पर दिख सकता है. कंपनी के शेयरों में गिरावट का दौर पिछले कुछ समय से चल ही रहा है. ऐसे में ये खबर स्टॉक को और तोड़ सकता है.

मालूम हो कि पिछले 1 महीने में स्टॉक का भाव केवल 0.36 फीसदी ही चढ़ा है. यहीं सिलसिला 6 महीने के दौरान भी देखने को मिल रहा है. सालभर में भी कंपनी ने अपने निवेशकों को 32 फीसदी का नेगेटिव रिटर्न दिया है. हालांकि, लॉन्ग टर्म के दौरान स्टॉक ने रिकवरी दिखाते हुए रिटर्न दिया है. 5 साल में स्टॉक का भाव तकरीबन 400 फीसदी तक चढ़ा है. टाटा मोटर्स का मार्केट कैप 2,47,817 करोड़ रुपये दर्ज किया गया.

नकदी पर दबाव

Moody’s ने कहा कि प्रोडक्शन रुकने के बावजूद JLR को हर हफ्ते लगभग 500 मिलियन पाउंड (675 मिलियन डॉलर) का कैश आउटफ्लो हो रहा है. इसमें सप्लायर्स के पेमेंट और कर्मचारियों की सैलरी जैसे खर्च शामिल हैं. हालांकि आने वाले हफ्तों में सप्लायर पेमेंट घटने से यह दबाव थोड़ा कम हो सकता है. साथ ही, JLR के पास लगभग 25,000 गाड़ियों का रेडी स्टॉक है, जिसकी बिक्री से वर्किंग कैपिटल पर दबाव कुछ हद तक कम हो सकता है.

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