कौन है साउथ की ब्रांड ललिता जूलरी, IPO खुलने के बाद क्या ये दे पाएगी Tanishq-Kalyan जैसे बड़े नाम को टक्कर

भारत के ज्वेलरी बाजार में दो दशकों से कुछ ही नामों का दबदबा रहा है. लेकिन अब दक्षिण भारत की एक पुरानी कंपनी मैदान में उतर रही है. सवाल यही है कि क्या ये नया खिलाड़ी बड़े ब्रांड्स को टक्कर दे पाएगा या रह जाएगी सिर्फ चर्चा तक सीमित?

ललिता जूलरी आईपीओ Image Credit: Lalithaajewellery.com/

Lalithaa Jewellery IPO: दक्षिण भारत की जूलरी इंडस्ट्री में एक और बड़ा नाम अब शेयर बाजार की राह पकड़ चुका है. तमिलनाडु की प्रमुख जूलरी कंपनी ललिता जूलरी मार्ट ने अपने आरंभिक सार्वजनिक प्रस्ताव (IPO) के लिए बाजार नियामक SEBI के पास प्रारंभिक दस्तावेज दाखिल कर दिए हैं. करीब चार दशकों से इस क्षेत्र में सक्रिय यह कंपनी अब पूंजी बाजार से 1,700 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है.

IPO का आकार और उद्देश्य

इस प्रस्ताव में 1,200 करोड़ रुपये के ताजा इक्विटी शेयर जारी किए जाएंगे, जबकि 500 करोड़ रुपये के शेयर प्रमोटर किरण कुमार जैन की ओर से ऑफर फॉर सेल के तहत बेचे जाएंगे. कंपनी ताजा निर्गम से जुटाई गई राशि में से 1,014.5 करोड़ का इस्तेमाल देशभर में 12 नए स्टोर्स खोलने के लिए करेगी. शेष राशि सामान्य कॉर्पोरेट जरूरतों के लिए खर्च की जाएगी.

दक्षिण भारत में मजबूत पकड़

ललिता जूलरी मार्ट की शुरुआत 1985 में हुई थी और आज इसके दक्षिण भारत के पांच राज्यों व केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी के 46 शहरों में 56 स्टोर्स हैं. इसकी मजबूत मौजूदगी खासकर तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक में है.

Tracxn की रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी का प्रदर्शन बीते वर्षों में काफी मजबूत रहा है और लगातार बढ़ता रहा है. वित्त वर्ष 2023-24 में इसका कुल राजस्व 16,800 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले 13,300 करोड़ रुपये था. वहीं, 2021-22 में कंपनी ने 8,190 करोड़ रुपये का राजस्व कमाया था.

2020-21 से लेकर 2023-24 तक कंपनी की रेवेन्यू ग्रोथ की CAGR 43.62% रही. वहीं, 2023-24 में शुद्ध मुनाफा 51 फीसदी बढ़कर 359.8 करोड़ पहुंच गया.

प्रतिस्पर्धी कंपनियों से मुकाबला

बाजार में यह कंपनी दक्षिण के लिस्टेड जूलरी कंपनियों को टक्कर देगी जिसमें Titan (Tanishq), Kalyan Jewellers, PC Jeweller, Senco Gold, Sky Gold, Thangamayil Jewellery और Tribhovandas Bhimji Zaveri शामिल हैं. कुछ प्रमुख कंपनियों की मौजूदा स्थिती पर एक नजर:

कंपनी के आईपीओ आने के बाद निवेशक उसपर कितना भरोसा जताएंगे और कंपनी कैसी स्टैटजी अपनाएगी, इन सब पर ही निर्भर करेगा कि वह पहले से मौजूद जूलरी ब्रांड्स को पछाड़ पाएगी या नहीं.

डिस्क्लेमर: यह सामग्री केवल सूचना के उद्देश्य से प्रस्तुत की गई है और इसे निवेश सलाह या सिफारिश के रूप में न माना जाए. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें. बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन होता है.