Fabtech vs Glottis IPO: सब्सक्रिप्शन के हीरो, GMP में जीरो, क्या लिस्टिंग से लौटेगा निवेशकों का भरोसा?
Fabtech vs Glottis IPO: सब्सक्रिप्शन में शानदार डिमांड, लेकिन GMP में दोनों कमजोर. जानें किस IPO के फाइनेंशियल्स और वैल्यूएशन बेहतर हैं, कौनसा शेयर लिस्टिंग पर दे सकता है गेन और किसमें रिस्क ज्यादा है. सब्सक्रिप्शन, GMP ट्रेंड, P/E, P/S और सेक्टर तुलना के आधार पर पूरा एनालिसिस.

Fabtech और Glottis दोनों IPO ने सब्सक्रिप्शन में बढ़िया प्रदर्शन किया, लेकिन ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) के मोर्चे पर दोनों ही बेहाल नजर आ रहे हैं. निवेशकों के सामने अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या कमजोर GMP पर मांग हावी रहेगी और लिस्टिंग के दौरान भरोसा लौट पाएगा? बहरहाल, कौनसी कंपनी के फाइनेंशियल्स और वैल्यूएशन इसे आगे टिकाऊ बनाएंगे और किसमें रिस्क ज्यादा है, यही असली कसौटी है.
Glottis IPO
Glottis IPO आखिरी दिन तक सभी कैटेगरी में ओवरसब्सक्राइब हो गया. इस तरह माना जा सकता है कि इसे निवेशकों से मजबूत प्रतिक्रिया मिली है. इस आईपीओ के तहत कुल ऑफर किए गए शेयरों के मुकाबले 2.05 गुना बोलियां लगीं. सबसे ज्यादा डिमांड NII कैटेगरी में रही, जहां 2.97 गुना सब्सक्रिप्शन दर्ज हुआ. इसके बाद QIB सेगमेंट में 1.87x और रिटेल कैटेगरी में 1.42x सब्सक्रिप्शन हुआ है.
GMP पड़ा फीका: ग्लॉटिस आईपीओ का जब ऐलान हुआ, तो 29 सितंबर को इसका GMP 20 रुपये पर था. लेकिन, सब्सक्रिप्शन के आखिरी दिन यानी 1 अक्टूबर को तक घटकर सिर्फ 5 रुपये रह गया. इन्वेस्टरगेन पर मौजूद GMP डाटा के मुताबिक मौजूदा ट्रेंड के हिसाब से लिस्टिंग प्राइस 134 रुपये हो सकती है. यानी करीब 3.88% के लिस्टिंग गेन की अब भी उम्मीद की जा सकती है.
Fabtech IPO
Fabtech Technologies को भी निवेशकों ने हाथों-हाथ लिया. IPO को कुल 2.03 गुना सब्सक्रिप्शन मिला. QIBs से 2.02x, रिटेल से 2.08x और NII से 1.97x डिमांड आई. एम्प्लॉयी रिजर्व हिस्से में भी 2.01 गुना बोली लगी. वहीं, 27-28 सितंबर को इसका GMP 35 रुपये था, जो 1 अक्टूबर को शून्य हो गया. इस तरह GMP के आधार पर देखा जाए, तो Fabtech के शेयरों पर लिस्टिंग गेन मिलने की संभावना कम है.
निवेशकों के लिए क्या संकेत?
दोनों IPO ने सब्सक्रिप्शन के मामले में अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन GMP की गिरावट से संकेत साफ हैं कि मार्केट में सेंटिमेंट फिलहाल ठंडा है. Glottis भले ही हल्की-सी प्रीमियम लिस्टिंग दे सकता है, लेकिन Fabtech में निवेशकों को लिस्टिंग गेन की उम्मीद नहीं है. IPO मार्केट के जानकार बताते हैं कि ज्यादा GMP और मजबूत सब्सक्रिप्शन हमेशा दमदार लिस्टिंग का गारंटी नहीं होता. आखिर में लिस्टिंग डे के ग्लोबल और डोमेस्टिक मार्केट सेंटीमेंट, सेक्टर की ग्रोथ आउटलुक और कंपनी के फंडामेंटल्स ही तय करेंगे कि लिस्टिंग डे और उसके बाद निवेशकों का रुख कैसा रहता है.
Glottis का बड़ा रेवेन्यू बेस और बेहतर वैल्यूएशन
Glottis का FY25 रेवेन्यू करीब 941 करोड़ रुपये और PAT 56 करोड़ रुपये रहा. IPO के बाद इसका अनुमानित मार्केट-कैप 1,192 करोड़ रुपये बैठता है. इसका मतलब हुआ कि Glottis का प्राइस-टू-सेल्स (P/S) मल्टीपल 1.3x और प्राइस-टू-अर्निंग्स (P/E) 21x है. यानी कंपनी अपने साइज और बिक्री के मुकाबले अपेक्षाकृत किफायती वैल्यूएशन पर आ रही है. लॉजिस्टिक्स और सप्लाई चेन सेक्टर की अन्य लिस्टेड कंपनियों जैसे Allcargo Logistics या Mahindra Logistics की तुलना में यह रेंज निवेशकों के लिए आकर्षक मानी जा सकती है.
इसके अलावा कंपनी का बिजनेस स्केल बड़ा है और ग्रोथ तेज हो रही है. सेक्टर में डिमांड है और डिजिटल सप्लाई चेन व ई-कॉमर्स से लंबे समय तक ग्रोथ सपोर्ट मिल सकता है. हालांकि, ग्लोबल शिपिंग रेट्स, कमोडिटी प्राइस और ट्रेड-सेंटिमेंट पर लॉजिस्टिक्स कंपनियों का प्रदर्शन बहुत हद तक निर्भर करता है. इसलिए अगर मैक्रो कंडीशन में दबाव बढ़ा, तो शेयर का परफॉर्मेंस प्रभावित हो सकता है.
Fabtech का छोटा पर हाई मार्जिन बिजनेस
Fabtech Technologies का FY25 रेवेन्यू 326 करोड़ और PAT 46 करोड़ रहा. IPO के बाद इसका मार्केट कैप करीब 849 करोड़ रुपये हो सकता है. इस लिहाज से इसका P/S 2.6x और P/E 18x निकलता है. यानी प्राइस-टू-अर्निंग्स के हिसाब से Fabtech थोड़ा सस्ता दिखता है, लेकिन प्राइस-टू-सेल्स काफी महंगा है. इसका कारण यह है कि कंपनी का रेवेन्यू बेस छोटा है, लेकिन मार्जिन बेहतर हैं और निवेशक इसके भविष्य के ग्रोथ पोटेंशियल पर दांव लगा रहे हैं.
Fabtech का बिजनेस मॉडल बायोफार्मा इंजीनियरिंग और क्लीनरूम सॉल्यूशंस से जुड़ा है. जहां एंट्री बैरियर बहुत ज्यादा हैं. इसके अलावा क्लाइंट स्टिकनेस ज्यादा है. लिहाजा कंपनी अपनी ऑर्डरबुक को समय पर एक्सिक्यूट कर पाती है, तो प्रॉफिटेबिलिटी और तेजी से बढ़ सकती है. लेकिन रिस्क यह है कि छोटे साइज की वजह से किसी भी प्रोजेक्ट डिले या कैपेक्स मिसमैनेजमेंट का असर कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन पर तुरंत दिखाई देगा.
लिस्टिंग के बाद किससे बेहतर उम्मीद?
अगर केवल सब्सक्रिप्शन और GMP ट्रेंड देखें, तो Glottis की लिस्टिंग थोड़े प्रीमियम पर और Fabtech लगभग फ्लैट या मामूली गेन के साथ हो सकती है. लेकिन लॉन्गटर्म के लिहाज से देखें, तो Glottis की वैल्यूएशन और बड़ा रेवेन्यू बेस इसे स्थिर और सुरक्षित विकल्प बनाते हैं. वहीं, Fabtech में मार्जिन और बिजनेस पोजीशनिंग के चलते हाई ग्रोथ की संभावना है.
डिसक्लेमर: इस खबर में GMP से संबंधित जानकारी दी गई है. मनी9लाइव का GMP तय करने से कोई संबंध नहीं है. मनी9लाइव निवेशकों को यह भी सचेत करता है कि केवल जीएमपी के आधार पर निवेश पर फैसला नहीं करें. निवेश से पहले कंपनी के फंडामेंटल जरूर देखें और एक्सपर्ट की सलाह अवश्य लें.
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