रिकॉर्ड तोड़ने को तैयार 2026! Jio, OYO, Phonepe समेत इन 5 कंपनियों के IPO एंट्री से बाजार में मचेगी हलचल
भारत में IPO बाजार तेजी पर है और 2026 में कई दिग्गज कंपनियां JIO, PhonePe, OYO, SBI म्यूचुअल फंड और NSE, स्टॉक मार्केट में उतरने की तैयारी कर रही हैं. 2020 से 2025 के बीच कंपनियों ने रिकॉर्ड 5,390 बिलियन रुपये जुटाए, और अब आने वाला साल एक नए माइलस्टोन की ओर इशारा कर रहा है.
भारत का IPO बाजार पिछले कुछ वर्षों में जिस रफ्तार से बदला है, वह भारतीय कैपिटल मार्केट की दिशा ही बदलता हुआ दिखता है. 2020 से 2025 के बीच भारतीय कंपनियों ने पब्लिक इश्यूज के जरिये लगभग 5,390 बिलियन रुपये जुटा लिए, यह राशि 2000 से 2020 के पूरे बीस वर्षों में जुटाई गई रकम से भी ज्यादा है. इतना ही नहीं, यह तेजी कम संख्या में आए IPOs के बावजूद हासिल हुई. इसका मतलब साफ है, निवेशकों की भागीदारी बढ़ी, कंपनियों में भरोसा बढ़ा और भारत का स्टार्टअप व कॉरपोरेट इकोसिस्टम बड़े पैमाने पर पब्लिक मार्केट्स की ओर झुक रहा है.
2026 अब करीब है, और बाजार की गति किसी भी तरह से धीमी होती नहीं दिख रही. अलग-अलग सेक्टरों की कई बड़ी कंपनियां आने वाले साल में स्टॉक मार्केट में उतरने की तैयारी कर रही हैं. आइए जानते हैं, 2026 के पांच सबसे बड़े और सबसे चर्चित IPOs के बारे में.
Reliance Jio
रिलायंस जियो ने 2016 में जिस तरह भारत के इंटरनेट परिदृश्य को बदला था, उसी तरह इसका IPO भी भारतीय बाजार में एक नया दौर ला सकता है. Jio के आने से पहले भारत मोबाइल डेटा उपयोग में दुनिया में 155वें स्थान पर था, लेकिन सस्ती 4G सेवाओं ने देश को सीधे अमेरिका और ब्रिटेन जैसे विकसित बाजारों से आगे पहुंचा दिया.
अब जियो अपना अगला बड़ा कदम उठाने की तैयारी में है. कंपनी ने 2026 की पहली छमाही में IPO लाने के लिए निवेश बैंकों से अनौपचारिक चर्चा शुरू कर दी है. शुरुआती अनुमान बताते हैं कि सिर्फ 5 फीसदी हिस्सेदारी बेचकर जियो 6 अरब अमेरिकी डॉलर से ज्यादा जुटा सकती है, जो इसे भारत के सबसे बड़े IPOs में से एक बना देगा.
जियो प्लेटफॉर्म्स का मौजूदा अनुमानित वैल्यूएशन 130 से 170 अरब डॉलर के बीच बताया जा रहा है, हालांकि अंतिम मूल्य बाजार की स्थिति और निवेशकों की मांग पर निर्भर करेगा.
रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने भी अगस्त 2025 की AGM में साफ कहा कि कंपनी जियो को 2026 की पहली छमाही में लिस्ट करना चाहती है. करीब 500 मिलियन ग्राहकों के साथ जियो भारत की सबसे बड़ी वायरलेस कंपनी है. आने वाला विस्तार AI आधारित सेवाओं (Reliance Intelligence), फिक्स्ड वायरलेस एक्सेस (FWA) और 6G तकनीक के विकास पर टिका होगा.
OYO
OYO की IPO यात्रा काफी उतार-चढ़ाव वाली रही है. तकनीक आधारित हॉस्पिटैलिटी मॉडल वाली यह कंपनी कई बार अपने ड्राफ्ट पेपर्स दाखिल कर चुकी, लेकिन बाजार स्थिति, निवेशकों की चिंताओं और आंतरिक निर्णयों के कारण इसे बार-बार पीछे हटना पड़ा.
पहली बार 2021 में IPO फाइल किया गया, लेकिन SEBI ने 2023 में वापस लौटा दिया. 2024 और 2025 में कंपनी ने दो बार कमजोर हालात और SoftBank की मांगों के चलते लिस्टिंग टाल दी. अगस्त 2025 में कंपनी ने एक बार फिर निवेश बैंकों के साथ रणनीति पर चर्चा शुरू की.
रिपोर्ट्स बताती हैं कि OYO लगभग 800 मिलियन डॉलर जुटाने की तैयारी कर रही है, और इसका वैल्यूएशन 7-8 अरब डॉलर के बीच हो सकता है. नया, सरल बोनस ढांचा भी कंपनी ने लागू किया है जिससे सभी शेयरधारकों के लिए लाभ स्पष्ट और समान हो सके.
अगर सब कुछ योजना के अनुसार रहा, तो OYO का IPO 2026 में आ सकता है, जो हॉस्पिटैलिटी सेक्टर का सबसे बड़ा इश्यू होगा.
PhonePe
वॉलमार्ट समर्थित PhonePe एक फुल-स्टैक फिनटेक कंपनी बन चुकी है. पेमेंट्स के अलावा यह क्रेडिट, इंश्योरेंस, वेल्थ मैनेजमेंट और अन्य वित्तीय सेवाएं भी प्रदान करती है.
सितंबर 2025 में कंपनी ने DRHP दाखिल किया, जिससे इसका IPO रास्ता साफ हो गया. PhonePe लगभग 1.5 अरब डॉलर का IPO ला सकती है, और इसका वैल्यूएशन करीब 15 अरब डॉलर तक माना जा रहा है. RBI से पेमेंट एग्रीगेटर लाइसेंस मिलने के बाद PhonePe अब ऑनलाइन व्यापारियों को सीधे भुगतान सेवाएं दे सकेगी, जिससे उसके डिजिटल कॉमर्स ऑपरेशन और मजबूत होंगे.
2026 में PhonePe का IPO भारत के फिनटेक स्पेस का सबसे बड़ा सार्वजनिक इश्यू बन सकता है.
SBI Mutual Fund
1987 में स्थापित SBI Mutual Fund देश का पहला गैर-UTI म्यूचुअल फंड है और आज इसकी पहचान भारत के सबसे बड़े एसेट मैनेजर के रूप में है. यह SBI और अमुंडी एसेट मैनेजमेंट के बीच जॉइंट वेंचर है.
30 सितंबर 2025 तक कंपनी 16.32 लाख करोड़ रुपये के एसेट्स मैनेज कर रही थी और इसका MF उद्योग में लगभग 15.5 फीसदी मार्केट शेयर है. 7 नवंबर 2025 को SBI ने घोषणा की कि SBI Funds Management Ltd (SBIFML) को लिस्टेड किया जाएगा. अनुमान है कि इसका वैल्यूएशन 1 लाख करोड़ रुपये के आसपास हो सकता है.
यह SBI की तीसरी कंपनी होगी जो पब्लिक मार्केट में उतरेगी और MF उद्योग के इतिहास का सबसे बड़ा IPO साबित हो सकता है.
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NSE
भारत का नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) 1990 के दशक से भारतीय बाजार की पहचान है. हाई-स्पीड तकनीक, विविध प्रोडक्ट्स, सेटलमेंट सेवाओं और डेटा बिजनेस ने NSE को दुनिया के शीर्ष एक्सचेंजों में खड़ा किया है.
लगातार लंबित रही लिस्टिंग अब संभव लग रही है. SEBI 2025 में LODR नियमों की समीक्षा शुरू कर चुका है और चेयरपर्सन तुहिन कांत पांडे के अनुसार NSE को NOC के बारे में स्पष्टता उचित समय पर दी जाएगी. अगर नियमों पर सहमति बन गई, तो NSE सम्वत 2082, यानी 2026 के आसपास अपनी ऐतिहासिक लिस्टिंग कर सकता है.
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.