KSH International IPO का साइज घटा, जानें- कंपनी ने क्यों लिया फैसला; क्या रद्द हो सकता था पब्लिक इश्यू?
KSH इंटरनेशनल का दावा है कि वह भारत में मैग्नेट वाइंडिंग तारों का तीसरा सबसे बड़ा निर्माता और सबसे बड़ा निर्यातक है. कंपनी ने अपना पहला पब्लिक इश्यू 16 दिसंबर को ओपन किया था और 18 दिसंबर को बंद हुआ, जिसे कुल 83 फीसदी सब्सक्रिप्शन मिला था.
मैग्नेट वाइंडिंग वायर्स बनाने वाली कंपनी KSH इंटरनेशनल ने पिछले हफ्ते एक्सचेंजों में फाइल किए गए फाइनल प्रॉस्पेक्टस के अनुसार, न्यूनतम 90 प्रतिशत सब्सक्रिप्शन की शर्त को पूरा करने के लिए अपने IPO का साइज पहले के 710 करोड़ रुपये से घटाकर 644.4 करोड़ रुपये कर दिया है. इसलिए, कंपनी 23 दिसंबर को तय समय पर मार्केट में डेब्यू करने के लिए तैयार है.
कब आया था ऑफर
कंपनी ने अपना पहला पब्लिक इश्यू 16 दिसंबर को ओपन किया था और 18 दिसंबर को बंद हुआ, जिसे कुल 83 फीसदी सब्सक्रिप्शन मिला, जिसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIBs) के लिए रिजर्व हिस्सा पूरी तरह से सब्सक्राइब हो गया था. नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स और रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए रखे गए हिस्से क्रमशः 42 फीसदी और 86 फीसदी सब्सक्राइब हुए थे.
सेबी ने दिए थे ऑप्शन
SEBI ने कंपनी को यह सुनिश्चित करने के लिए कुछ विकल्प दिए, कि इश्यू कम से कम 90 फीसदी सब्सक्राइब हो. इनमें ऑफर-फॉर-सेल (OFS) का साइज कम करना, इश्यू सब्सक्रिप्शन की अवधि बढ़ाना, या प्राइस बैंड कम करना शामिल है. अगर कंपनी इनमें से कोई भी उपाय करने में विफल रहती है, तो IPO रद्द कर दिया जाएगा और पूरी रकम निवेशकों को वापस कर दी जाएगी.
ओएफएस का साइज कम किया
KSH ने पहला ऑप्शन चुना है और अपने ऑफर-फॉर-सेल का साइज पहले के 290 करोड़ रुपये से घटाकर 224.4 करोड़ रुपये कर दिया है, जबकि फ्रेश इश्यू का साइज़ 420 करोड़ रुपये पर बरकरार रखा है. इसके चलते, IPO सब्सक्रिप्शन 90 फीसदी का आंकड़ा पार कर गया.
संशोधित ऑफर साइज के साथ, IPO में 420 करोड़ रुपये के शेयरों का फ्रेश इश्यू और प्रमोटर्स द्वारा 224.4 करोड़ रुपये का ऑफर-फॉर-सेल शामिल है, जिसकी कीमत 365-384 रुपये प्रति शेयर के प्राइस बैंड के ऊपरी सिरे पर तय की गई है.
15 दिसंबर को IPO के पब्लिक सब्सक्रिप्शन के लिए खुलने से एक दिन पहले, KSH इंटरनेशनल ने 10 एंकर इन्वेस्टर्स से 384 रुपये प्रति शेयर पर 213 करोड़ रुपये जुटाए थे.
फंड का क्या करेगी कंपनी?
पुणे बेस्ड यह कंपनी नेट फ्रेश इश्यू से मिली रकम में से 226 करोड़ रुपये का इस्तेमाल कर्ज चुकाने के लिए, 87 करोड़ रुपये का इस्तेमाल सुपा फैसिलिटी और चाकन में यूनिट 2 में विस्तार के लिए नई मशीनरी खरीदने और लगाने के लिए और 8.8 करोड़ रुपये का इस्तेमाल सुपा फैसिलिटी में बिजली उत्पादन के लिए रूफटॉप सोलर पावर प्लांट खरीदने और लगाने के लिए करेगी. बची हुई रकम, 76.9 करोड़ रुपये तक का इस्तेमाल सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा.
क्या करती है कंपनी?
KSH इंटरनेशनल का दावा है कि वह भारत में मैग्नेट वाइंडिंग तारों का तीसरा सबसे बड़ा निर्माता और सबसे बड़ा निर्यातक है. इसके प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल ट्रांसफॉर्मर, मोटर्स, अल्टरनेटर और जनरेटर में किया जाता है, जिनका उपयोग पावर, रिन्यूएबल्स, इंडस्ट्रियल, रेलवे, ऑटोमोटिव, घरेलू उपकरण, रेफ्रिजरेशन और एयर कंडीशनिंग जैसे एंड-यूज उद्योगों में किया जाता है.
कंपनी के क्लाइंट्स
इसके प्रमुख ग्राहकों में भारत बिजली, वर्जीनिया ट्रांसफार्मर कॉर्पोरेशन, भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स, जॉर्जिया ट्रांसफार्मर कॉर्पोरेशन, हिताची एनर्जी इंडिया, सीमेंस एनर्जी इंडिया, GE वर्नोवा T&D इंडिया, हिंद रेक्टिफायर्स, ट्रांसफॉर्मर्स एंड रेक्टिफायर्स इंडिया, इंडो-टेक ट्रांसफॉर्मर्स, TBEA, अटलांटा इलेक्ट्रिकल्स, तोशिबा ट्रांसमिशन एंड डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम्स (इंडिया), और CG पावर एंड इंडस्ट्रियल सॉल्यूशंस शामिल हैं.
नुवामा वेल्थ मैनेजमेंट और ICICI सिक्योरिटीज ने KSH इंटरनेशनल IPO के लिए मर्चेंट बैंकर के रूप में काम किया.
Latest Stories
कब आएगा SBI Mutual Fund का IPO? खुद चेयरमैन ने बता दी इश्यू की टाइमलाइन, बताया कब हो सकती है एंट्री
लिस्टिंग के साथ हो सकती है ₹1 लाख की कमाई! IPO खुलते ही दौड़ा GMP; रिटेल निवेशकों ने 90X किया सब्सक्राइब
इस IPO का GMP हुआ धड़ाम, लेकिन अब भी 9600 रुपये मुनाफे का मिल रहा सिग्नल, बुधवार तक लगा सकते हैं दांव
