स्टील सेक्टर की इस कंपनी ने IPO की तैयारी शुरू की, SEBI के पास दाखिल किए ड्राफ्ट पेपर्स, प्रॉफिट और रेवेन्यू दोनों में तेजी

स्टील मैन्युफैक्चरिंग से जुड़ी एक कंपनी ने पूंजी बाजार में उतरने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है. विस्तार योजनाओं, ग्रीन एनर्जी पर फोकस और बेहतर वित्तीय प्रदर्शन के बीच यह इश्यू निवेशकों के लिए चर्चा का विषय बन सकता है.

आईपीओ 2025 Image Credit: canva

स्टील सेक्टर की एक कंपनी ने शेयर बाजार में कदम रखने की तैयारी शुरू कर दी है. स्ट्रक्चरल स्टील प्रोडक्ट्स बनाने वाली रेनी स्ट्रिप्स लिमिटेड ने प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम यानी IPO के लिए बाजार नियामक सेबी के पास ड्राफ्ट पेपर्स दाखिल कर दिए हैं. कंपनी इस आईपीओ के जरिए नए निवेशकों से पूंजी जुटाकर अपने कारोबार के विस्तार और वित्तीय ढांचे को मजबूत करना चाहती है.

₹300 करोड़ का फ्रेश इश्यू, प्रमोटर्स भी बेचेंगे शेयर

ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) के मुताबिक, रेनी स्ट्रिप्स का आईपीओ दो हिस्सों में होगा. इसमें ₹300 करोड़ का फ्रेश इश्यू शामिल है. इसके अलावा, प्रमोटर्स की ओर से 1.2 करोड़ इक्विटी शेयरों का ऑफर फॉर सेल (OFS) भी लाया जाएगा. यानी इस इश्यू के जरिए कंपनी को भी पैसा मिलेगा और कुछ हिस्सेदारी प्रमोटर्स की ओर से बाजार में उतारी जाएगी.

कंपनी ने बताया है कि फ्रेश इश्यू से मिलने वाली रकम का बड़ा हिस्सा पंजाब के लुधियाना में एक नई मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी लगाने में लगाया जाएगा. इस यूनिट में स्कैफोल्डिंग और फॉर्मवर्क सिस्टम के साथ-साथ ERW पाइप्स और ट्यूब्स का निर्माण किया जाएगा. इसके अलावा, मौजूदा मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स के अपग्रेडेशन, कर्ज चुकाने और सामान्य कॉरपोरेट जरूरतों के लिए भी इस राशि का उपयोग किया जाएगा.

स्टील वैल्यू चेन में मजबूत मौजूदगी

रेनी स्ट्रिप्स स्टील वैल्यू चेन के कई हिस्सों में काम करती है. कंपनी माइल्ड स्टील बिलेट्स, वायर रॉड्स, ERW पाइप्स और ट्यूब्स के साथ-साथ डिजाइन आधारित स्कैफोल्डिंग और फॉर्मवर्क सिस्टम बनाती है. इन उत्पादों का इस्तेमाल कंस्ट्रक्शन, इंफ्रास्ट्रक्चर और अन्य कई इंडस्ट्रीज में होता है.

कंपनी पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए ग्रीन एनर्जी पर भी फोकस कर रही है. रेनी स्ट्रिप्स फिलहाल 22 मेगावॉट का सोलर पावर प्लांट कमीशन करने की प्रक्रिया में है. इससे कंपनी की पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों पर निर्भरता कम होगी और कार्बन फुटप्रिंट घटाने में मदद मिलेगी.

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वित्तीय प्रदर्शन कैसा रहा?

वित्तीय मोर्चे पर देखें तो वित्त वर्ष 2025 में कंपनी का ऑपरेशनल रेवेन्यू ₹856.25 करोड़ रहा, जबकि पिछले वित्त वर्ष में यह ₹882.2 करोड़ था. हालांकि, मुनाफे में सुधार देखने को मिला. FY25 में कंपनी का शुद्ध लाभ ₹19.66 करोड़ रहा, जो एक साल पहले ₹11.47 करोड़ था.

इस आईपीओ के लिए पैंटोमैथ कैपिटल एडवाइजर्स को एकमात्र बुक-रनिंग लीड मैनेजर नियुक्त किया गया है. अब निवेशकों की नजर सेबी की मंजूरी और आगे के आईपीओ डिटेल्स पर टिकी रहेगी.

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.