सौर ऊर्जा की नई दौड़ में उतरी Saatvik Green, IPO से जुटाएगी 900 करोड़, GMP 17% आगे; क्या कहते हैं एक्सपर्ट
भारत की ऊर्जा तस्वीर तेजी से बदल रही है और निवेशकों की नजरें एक नए अवसर पर टिकी हैं. एक ऐसी कंपनी, जिसने कम समय में उद्योग में पहचान बनाई है, अब पूंजी बाजार में दस्तक दे रही है. जानें कंपनी के शेयर ग्रे मार्केट में कैसा पर्फॉम कर रहे हैं.
Saatvik Green Energy IPO Review: भारत में सौर ऊर्जा की रफ्तार लगातार तेज हो रही है और अब इसी सेक्टर की दिग्गज कंपनी Saatvik Green Energy Ltd (SGEL) अपने आईपीओ के जरिए बाजार में उतर रही है. हरियाणा के अंबाला में 2015 में शुरू हुई इस कंपनी ने कम समय में सौर मॉड्यूल निर्माण में मजबूत पकड़ बनाई है. तेजी से बढ़ते कारोबार और सरकार की ग्रीन एनर्जी नीतियों का सहारा मिलने से कंपनी का आईपीओ निवेशकों के लिए चर्चा का बड़ा मौका बन गया है.
कंपनी का कारोबार और विस्तार
Saatvik Green Energy सोलर फोटोवोल्टाइक (PV) मॉड्यूल बनाती है. इसमें आधुनिक तकनीकों जैसे MonoPERC, Bifacial और N-TOPCon मॉड्यूल शामिल हैं. कंपनी के अंबाला में तीन मैन्युफैक्चरिंग यूनिट हैं, जिनकी कुल क्षमता 3.80 गीगावाट (GW) है. जून 2025 तक इन यूनिट्स का उपयोग 83.70% तक हुआ, जिसे सौर उद्योग में अच्छा माना जाता है.
कंपनी अब अपनी अंबाला यूनिट को 1 GW से बढ़ाकर कुल 4.80 GW करने की योजना पर काम कर रही है. इसके अलावा ओडिशा में भी बड़ा प्लांट लगाया जा रहा है, जहां 4 GW मॉड्यूल और 4.8 GW सेल मैन्युफैक्चरिंग सुविधा तैयार होगी. यह 2026–27 तक शुरू हो सकती है. इन प्रोजेक्ट्स के पूरा होने के बाद कंपनी की कुल क्षमता 8.8 GW हो जाएगी.
वित्तीय प्रदर्शन
वित्त वर्ष 2025 में Saatvik Green Energy ने ₹2,158.39 करोड़ का राजस्व दर्ज किया, जो पिछले साल के मुकाबले 98 फीसदी ज्यादा है. कंपनी का नेट प्रॉफिट ₹213.93 करोड़ रहा, जो 113% की जबरदस्त बढ़त है. EBITDA मार्जिन 16.4% और नेट मार्जिन 9.9% रहा. वहीं ROE 63.4% और ROCE 60.5% जैसी मजबूत रिटर्न रेशियो कंपनी की दक्षता और लाभप्रदता को दिखाते हैं.
आईपीओ की डिटेल
कंपनी अपने आईपीओ के जरिए 900 करोड़ रुपये जुटा रही है. इसमें 200 करोड़ रुपये का ऑफर फॉर सेल और 700 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू शामिल है. जुटाई गई रकम का इस्तेमाल कंपनी कर्ज चुकाने, ओडिशा में नए प्रोजेक्ट की फंडिंग और सामान्य कॉर्पोरेट जरूरतों के लिए करेगी.
IPO का प्राइस बैंड 465 रुपये तय किया गया है. इस भाव पर कंपनी का पोस्ट-इश्यू P/E 27.6 गुना बैठता है. मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि कंपनी की मजबूत स्थिति और सरकार की नीतिगत मदद को देखते हुए यह वैल्यूएशन आकर्षक है.
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GMP
Saatvik Green Energy के आईपीओ का ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) 71 रुपये है. इस हिसाब से कंपनी का लिस्टिंग प्राइस लगभग 536 रुपये तक रह सकता है, यानी निवेशकों को करीब 15 फीसदी का फायदा हो सकता है.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
ब्रोकरेज फर्म Angel One ने आईपीओ की जानकारी देते हुए इसे सब्सक्राइब करने की सलाह दी है. फर्म का मानना है कि आने वाले वक्त में कंपनी के शेयरों में तेजी देखने को मिलेगी. मौजूदा वक्त में कंपनी में प्रोमोटर्स की होल्डिंग 90.05 फीसदी तक है लेकिन आईपीओ के लिस्टिंग के बाद ये आंकड़ा घट कर 76 फीसदी तक आ जाएगा.
हालांकि कंपनी के सामने चुनौतियां भी हैं. सबसे बड़ी चुनौती ग्राहक केंद्रित कारोबार की है, यानी कुछ बड़े ग्राहकों पर निर्भरता. इसके अलावा प्रोजेक्ट समय पर पूरा न होने और नई यूनिट्स के स्थिरीकरण में देरी जैसी दिक्कतें भी आ सकती हैं.
डिसक्लेमर: इस खबर में GMP से संबंधित जानकारी दी गई है. मनी9लाइव का GMP तय करने से कोई संबंध नहीं है. मनी9लाइव निवेशकों को यह भी सचेत करता है कि केवल जीएमपी के आधार पर निवेश पर फैसला नहीं करें. निवेश से पहले कंपनी के फंडामेंटल जरूर देखें और एक्सपर्ट की सलाह अवश्य लें.