Shanti Gold IPO का SBI Securities ने किया रिव्यू, जानें दांव लगाएं या नहीं; कैसी है कंपनी की हालत?

Shanti Gold International का IPO सब्सक्रिप्शन के लिए 25 जुलाई को खुल रहा है. SBI Securities ने इसका रिव्यू किया है, जिसमें बताया गया है कि कंपनी की वित्तीय स्थिति कैसी है, भविष्य को लेकर कंपनी के सामने क्या जोखिम हैं और बाजार में कंपनी की स्थिति कैसी है?

शांति गोल्ड इंटरनेशनल आईपीओ. Image Credit: Getty image

Shanti Gold International भारत की जूलरी इंडस्ट्री में एक प्रतिष्ठित नाम है. अब यह कंपनी देश के शेयर बाजार में कदम रखने जा रही है. बाजार नियामक सेबी को सौंपे गए आवेदन के मुताबिक 25 जुलाई से 29 जुलाई तक इसके IPO के लिए सब्सक्रिप्शन किया जा सकता है. इस IPO के जरिये कंपनी को कुल 360.1 करोड़ रुपये जुटाने हैं.

क्या करती है कंपनी?

शांति गोल्ड इंटरनेशनल को 2003 में पंकजकुमार एच. जगावत और मनोजकुमार एन. जैन ने स्थापित किया. दोनों फाउंडर जूलरी इंडस्ट्री में दो दशक से ज्यादा का अनुभव रखते हैं. कंपनी 22 कैरेट क्यूबिक जिरकोनिया (CZ) कास्टिंग गोल्ड ज्वैलरी बनाने मे माहिर है. मोटे तौर पर कंपनी B2B मॉडल पर काम करती है. इसके प्रोडक्ट पोर्टफोलियो में शादी, त्योहारों और रोजमर्रा में इस्तेमाल होने वाली चूड़ियां, अंगूठियां, हार व सेट्स शामिल हैं.

कैसा है इश्यू का स्ट्रक्चर?

360.1 करोड़ रुपये जुटाने के लिए कंपनी पूरी तरह फ्रेश इश्यू ला रही है. IPO के तहत कुल 1,80,96,000 नए शेयर जारी किए जाएंगे. यह एक बुक बिल्डिंग इश्यू होगा, जिसका प्राइस बैंड 189 से 199 रुपये प्रति शेयर होगा. 30 जुलाई, 2025 को शेयरों का अलॉटमेंट होगा और अगले महीने 1 अगस्त को इसकी लिस्टिंग होनी है.

श्रेणीविवरण
IPO खुलने की तारीख25 जुलाई 2025
IPO बंद होने की तारीख29 जुलाई 2025
प्राइस बैंड₹189 – ₹199 प्रति शेयर
फेस वैल्यू₹10 प्रति शेयर
इश्यू का प्रकारफुली फ्रेश इश्यू
फ्रेश इश्यू का आकार₹360.1 करोड़ (ऊपरी प्राइस बैंड पर)
कुल शेयर1,80,96,000 इक्विटी शेयर्स
लिस्टिंग एक्सचेंजBSE और NSE (अनुमानित)
न्यूनतम बिड साइज75 शेयर और उसके गुणक में
कंपनी का सेक्टरकंजम्प्शन (Gems & Jewellery)
ब्रोकरेज फर्म (BRLM)Choice Capital Advisors Pvt. Ltd.
रजिस्ट्रारBigshare Services Pvt. Ltd.
पोस्ट-इश्यू मार्केट कैप₹1,363 करोड़ – ₹1,435 करोड़

कहां खर्च होगी आईपीओ की रकम?

कंपनी की तरफ से आईपीओ आवेदन में दी गई जानकारी के मुताबिक पूरी रकम कंपनी के विस्तार पर खर्च की जाएगी. कंपनी अपने कारोबार को बढ़ाना चाहती है. इसके लिए नई फैक्टरी लगाना चाहती है. इसके अलावा कुछ कर्ज भी चुकाना चाहती है. मोटे तौर पर इस इश्यू से मिलने वाली रकम इन कामों में इस्तेमाल होगी. जयपुर में प्रस्तावित मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगने के बाद कंपनी की कुल उत्पादन क्षमता 2,700 किलोग्राम से बढ़कर 3,900 किलोग्राम प्रतिवर्ष हो जाएगी.

कैसा है कंपनी का वित्तीय प्रदर्शन

कंपनी ने FY23 से FY25 के बीच शानदार ग्रोथ रिपोर्ट की है. इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू FY23 में 679 करोड़ रुपये से बढ़कर FY25 में 1,106 करोड़ रुपये हो गया है. हालांकि, कंपनी ने लगातार तीन वर्षों में ऑपरेटिंग कैश फ्लो निगेटिव रखा है, जो चिंता का विषय है. इसके अलावा रेवेन्यू में दक्षिण भारत पर अत्यधिक निर्भरता भौगोलिक जोखिम को बढ़ाती है. FY25 में 72.8% रेवेन्यू दक्षिण भारत से आया है. SBI Securities ने IPO के रिव्यू नोट में बताया है कि FY23 से FY25 तक रेवेन्यू ग्रोथ 27.6% CAGR से हुई है. इस दौरान PAT भी 67.9% CAGR से बढ़ा है. इसके अलावा FY25 में ROE 36.6% रहा, जो इंडस्ट्री में काफी अच्छा माना जाता है. लेकिन, तीनों सालों में Cash Flow from Operations नेगेटिव रहा है, जो एक बड़ा जोखिम है.

वित्तीय मानकFY23FY24FY25
रेवेन्यू6797111,106
EBITDA435092
EBITDA मार्जिन (%)6.3%7.0%8.3%
PAT202756
PAT मार्जिन (%)2.9%3.8%5.0%
ROE (%)28.4%27.8%36.6%
ROCE (%)18.3%16.3%23.9%
EPS (अनुमानित)~3.7~5.0~10.4
कर्ज करोड़ रुपये164198233
Debt-to-Equity Ratio (x)2.42.21.5


बाजार में स्थिति और मूल्यांकन

अपर प्राइस बैंड पर कंपनी का P/E 25.7X है, जो कि पीयर ग्रुप की लिस्टेड कंपनी RBZ Jewellers के 14.5X और Utssav CZ Gold के 21.2X की तुलना में थोड़ा ज्यादा है. हालांकि, ROE और मार्जिन्स में शांति गोल्ड इन कंपनियों से बेहतर प्रदर्शन कर रही है. वहीं, अगर जोखिमों को देखा जाए, तो FY25 में कंपनी का 34.5% रेवेन्यू टॉप 10 ग्राहकों से आया है. इसके अलावा कंपनी पर उधार का बोझ और हाई वर्किंग कैपिटल चुनौतियां बढ़ा रहे हैं.

क्या है SBI Securities की राय?

SBI Securities ने इस आईपीओ को रिव्यू करते हुए न्यूट्रल रेटिंग दी है. इस आईपीओ को लेकर ब्रोकरेज का मानना है कि इसमें निवेश के इच्छुक लोगों को कंपनी की भौगोलिक विविधता, कैश फ्लो और विस्तार योजनाओं की प्रगति को आईपीओ के बाद करीब से मॉनिटर करना चाहिए.

यह भी पढ़ें: Tata Capital IPO: 20 अरब डॉलर तक हो सकता है वैल्यूएशन, बनेगी देश की चौथी सबसे बड़ी NBFC

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल इनके बारे में जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.