NSE IPO: 3 महीने में 4 गुना बढ़े निवेशक, 11.81 फीसदी हुई रिटेल की हिस्सेदारी, आईपीओ को लेकर बढ़ा उत्साह

Q1 FY26 में NSE के निवेशकों की संख्या 4 गुना बढ़कर 1.59 लाख पहुंच गई है. ISIN लागू होने और शेयर ट्रांसफर में तेजी और IPO की उम्मीद के बीच लगातार नए निवेशक NSE के शेयर खरीद रहे हैं. SEBI से NOC मिलने के बाद NSE की तरफ से 7 लाख करोड़ के वैल्यूएशन पर आईपीओ लॉन्च किया जा सकता है.

NSE Image Credit: TV9 Bharatvarsh

भारत के सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज NSE में निवेशकों की संख्या में बंपर उछाल आया है. वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (Q1) के अंत तक NSE में निवेशकों की संख्या चार गुना बढ़ गई है. मार्च 2025 तक NSE के पब्लिक शेयरहोल्डर्स की संख्या जहां महज 39,200 थी 30 जून तक यह बढ़कर 1.59 लाख तक पहुंच गई है. इस तरह महज 3 महीने में NSE के पब्लिक शेयर होल्डर्स की संख्या में 4 गुना की बढ़ोतरी हुई है. निवेशक NSE के IPO आने की उम्मीद में इसके अनलिस्टेड शेयर खरीद रहे हैं.

क्यों आई यह तेजी?

BS की एक रिपोर्ट के मुताबिक यह तेजी मुख्य रूप से NSE के इक्विटी शेयरों पर ISIN (International Securities Identification Number) लागू होने और शेयर ट्रांसफर की प्रक्रिया के सरल होने से आई है. 24 मार्च, 2025 के बाद से शेयरों का हस्तांतरण अब कुछ हफ्तों की बजाय कुछ ही दिनों में पूरा हो रहा है, जिससे निवेशकों का भरोसा बढ़ा है.

रिटेल निवेशकों का बढ़ता भरोसा

NSE के 2 लाख रुपये या इससे कम कीमत के शेयर रखने वाले निवेशकों की संख्या मार्च से जून के बीच 34,000 से बढ़कर 1.46 लाख हो गई. Q4 FY25 में रिटेल निवेशकों की हिस्सेदारी 9.89% थी, जो अब बढ़कर 11.81% हो गई है. वहीं, 2 लाख रुपये से ज्यादा कीमत के शेयर रखने वाले निवेशकों की संख्या में मामूली गिरावट दर्ज की गई.

ग्रे मार्केट में शेयर प्राइस में उछाल

IPO की उम्मीद में NSE के शेयरों में निवेशकों की बढ़ती दिलचस्पी ग्रे मार्केट में दिखाई दे रही है, जहां NSE Share Price मार्च के अंत में करीब 1,550 रुपये के आसपास थी. वहीं, अब जुलाई में यह बढ़कर 2,250 प्रति शेयर तक पहुंच गई है. इस तरह तीन महीने में शेयर प्राइस में 45% की तेजी है आई है.

IPO की तैयारी और वैल्यूएशन

रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि NSE ने SEBI के साथ पुराने विवादों को सुलझाने के लिए 1,388 करोड़ का सेटलमेंट प्रस्ताव रखा है. अगर सेबी की तरफ से यह प्रस्ताव मंजूर होता है, तो अगले 2-3 महीनों में SEBI से NOC मिलने के बाद NSE की तरफ से 7 लाख करोड़ तक के वैल्यूएशन पर IPO लॉन्च किया जा सकता है. IPO के लिए शेयर प्राइस 2,800 रुपये तक रखा जा सकता है.

FII बेच रहे शेयर

NSE के संभावित IPO के बाद कंपनी में पब्लिक शेयरहोल्डिंग में वृद्धि होगी, जिससे बाजार में पारदर्शिता और लिक्विडिटी बढ़ेगी. हालांकि, लंबे समय से NSE के शेयर खरीदकर बैठे FII फिलहाल IPO की उम्मीद से ग्रे मार्केट में आई तेजी को भुनाते हुए लगातार NSE के शेयरों की बिकवाली कर रहे हैं. पिछले तीन महीनों में FII ने मुनाफावसूली करते हुए 5,870 करोड़ रुपये के शेयर बेचे हैं, जिससे उनकी शेयरहोल्डिंग 28% से घटकर 27% रह गई है.

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डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल इनके बारे में जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.