NSDL IPO Review : दांव लगाने से पहले जान लें कंपनी की खामियां और खूबियां, क्या है ब्रोकरेज की राय?
भारतीय शेयर बाजार से जुड़ी कंपनी NSDL ने अपना IPO पेश कर दिया है. यह देश की पहली और सबसे बड़ी सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी है. NSDL को मार्केट इन्फ्रास्ट्रक्चर इंस्टीट्यूशन (MII) में शामिल किया गया है. शेयर बजार के संचालन में इसकी अहम भूमिका है. कई ब्रोकरेज हाउस और रिसर्च एनालिस्टों ने इस आईपीओ का रिव्यू किया है. यहां सबका सार दिया गया है.

National Securities Depository Limited (NSDL) IPO: शेयर बाजार में NSE-BSE महज एक्सचेंज हैं. असल में ये शेयर जहां जमा होते हैं, उसे नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी कहा जाता है. मोटे तौर पर यह समझ लें कि देश का हर D-Mat खाता NSDL से जुड़ा है. उसमें जमा शेयर असल में NSDL के पास जमा हैं. ठीक यही काम CDSL करती है. NDSL मूल रूप से NSE की डिपोजिटरी है. लेकिन, NSE-BSE दोनों ही एक्सचेंज इन दोनों कंपनियों के जरिये ही स्टॉक्स डिपोजिट और ट्रेड सैटलमेंट का काम करते हैं. हालांकि, 86.8% मार्केट शेयर (डिमैट वैल्यू के आधार पर) और 99.99% FPI होल्डिंग्स की कस्टडी के साथ NSDL का नेटवर्क CDSL की तुलना में बहुत बड़ा है.

कैसी है कंपनी की वित्तीय सेहत?
SBI Securities और Axis Capital के IPO Review Note में दी गई जानकारी के मुताबिक कंपनी के रेवेन्यू और प्रॉफिट में लगातार इजाफा हो रहा है. पिछले तीन वित्त वर्ष में कंपनी का रेवेन्यू 1,022 करोड़ रुपये से बढ़कर 1,420.1 करोड़ रुपये हो गया है. वहीं, कंपनी के आय के स्रोतों की बात की जाए, तो 60 फीसदी से ज्यादा आय स्थिर स्रोतों से आती है. इनमें वार्षिक कस्टडी फीस व DP फीस शामिल हैं. इसके अलावा कंपनी की वित्तीय स्थिती पर बाजार की अस्थिरता का बहुत सीमित प्रभाव है, क्योंकि रेवेन्यू ट्रांजैक्शन वॉल्यूम पर निर्भर नहीं करता है.
वित्तीय वर्ष | रेवेन्यू (₹ करोड़) | PAT (₹ करोड़) | EBITDA मार्जिन | RoE (%) |
---|---|---|---|---|
FY23 | 1,022 | 234.8 | 32.6% | 16.4% |
FY24 | 1,268.2 | 275.4 | 30.2% | 16.4% |
FY25 (Est.) | 1,420.1 | 343.1 | 34.5% | 17.1% |
क्या हैं कंपनी की मजबूतियां?
मार्केट लीडर: NSDL देश के सबसे बड़ी स्टॉक एक्सचेंज NSE की डिपोजिटरी है. डी-मैट वैल्यू के आधार पर यह 86.8% का मार्केट शेयर रखती है. इस तरह सिक्योरिटीज डिपोजिटरी के तौर पर कंपनी निर्विवाद लीडर है.
टेक्नोलॉजी बेस्ड ऑपरेशन: कंपनी का बिजनेस ऑपरेशन टेक्नोलॉजी बेस्ड है. इसके अलावा कंपनी टेक इनोवेशन से जुड़ी सेवाएं, जैसे API, कॉर्पोरेट एक्शन टूल्स और FPI मॉनिटर जैसी सुविधाएं देती है.
सहायक कंपनियों: NDML और NSDL Payments Bank, कंपनी की आय में विविधता ला रही हैं. इसके अलावा कंपनी पूरे फिनटेक सेक्टर के विस्तार को रफ्तार दे रही है.
प्रीमियम वैल्यूएशन में छूट: IPO का P/E FY25 अनुमानित लाभ के आधार पर 46.6x है, जबकि CDSL 66.6x पर ट्रेड कर रहा है.
क्या हैं कंपनी के लिए जोखिम?
ट्रांजैक्शन स्लोडाउन का असर: करीब 30% आय ट्रेडिंग से जुड़ी फीस से आती है, जो आर्थिक गिरावट के दौर में बाजार की गतिविधियां घटने से घट सकती है.
आईटी व साइबर सुरक्षा जोखिम: नेटवर्क या डाटा ब्रीच से कंपनी के ऑपरेशन और प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचने का जोखिम हमेशा बना रहता है.
रेगुलेटरी जोखिम: SEBI के सख्त दिशानिर्देशों के उल्लंघन की स्थिति में कंपनी के खिलाफ कठोर कार्रवाई हो सकती है.
नई सेवाओं की अस्वीकृति: अगर इनोवेशन निवेशकों या बाजार में स्वीकार नहीं किया गया, तो विकास धीमा हो सकता है.
दांव लगाएं या नहीं?
फिलहाल, किसी भी ब्रोकरेज हाउस ने इस IPO को सब्सक्राइब करने के लिए रेट नहीं किया है. मसलन, SBI Securities और Axis Capital ने इसे किसी भी तरह की रेटिंग देने के बजाय न्यूट्रल स्टांस दिया है. ऐसे में निवेशक कंपनी के जोखिम, वित्तीय प्रदर्शन और भविष्य की संभावनाओं को ध्यान में रखकर अपने हिसाब से सब्सक्राइब कर सकते हैं.
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल इनके बारे में जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.
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