बाजार में एक और ₹2342 करोड़ का IPO होने जा रहा लॉन्च… स्टार्टअप से मार्केट लीडर बनने की तैयारी, फाइल किया अपडेटेड DRHP
Shiprocket ने सितंबर 2025 तक के छह महीनों में 943 करोड़ रुपये की ऑपरेटिंग रेवेन्यू दर्ज की है. यह आंकड़ा पिछले साल से 15 फीसदी ज्यादा है, जो कंपनी की लगातार बढ़ती मांग को दिखाता है. इसी अवधि में कंपनी का नेट लॉस भी कम हुआ है.
Shiprocket IPO: गुरुग्राम की लॉजिस्टिक्स और शिपिंग सर्विसेज देने वाली कंपनी Shiprocket ने अपना अपडेटेड ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) दायर कर दिया है. कंपनी 2342 करोड़ रुपये का IPO लाने की तैयारी में है. इस IPO में कंपनी 1100 करोड़ रुपये का नया फंड जुटाएगी. बाकी रकम ऑफर फॉर सेल के जरिए मौजूदा निवेशक और कंपनी के संस्थापक बेचेंगे. कंपनी का कहना है कि नया पैसा बिजनेस को बढ़ाने, टेक्नोलॉजी मजबूत करने और ऑपरेशंस विस्तार में इस्तेमाल किया जाएगा.
कौन बेच रहा है अपना हिस्सा
इस IPO में कई पुराने निवेशक अपने शेयर बेचने वाले हैं. इनमें Tribe Capital, Arvind Ltd, March Capital और Bertelsmann जैसे निवेशक शामिल हैं. कंपनी के तीनों को-फाउंडर्स साहिल गोयल, गौतम कपूर और विशेश खुराना भी अपना थोड़ा-सा हिस्सा बेचेंगे. इससे निवेशकों को आंशिक रूप से पैसे निकालने का मौका मिलेगा, जबक कंपनी को आगे बढ़ने के लिए नई पूंजी मिलेगी.
कंपनी की कमाई और नुकसान की स्थिति
Shiprocket ने सितंबर 2025 तक के छह महीनों में 943 करोड़ रुपये की ऑपरेटिंग रेवेन्यू दर्ज की है. यह आंकड़ा पिछले साल से 15 फीसदी ज्यादा है, जो कंपनी की लगातार बढ़ती मांग को दिखाता है. इसी अवधि में कंपनी का नेट लॉस भी कम हुआ है. अप्रैल–सितंबर 2024 में जहां कंपनी को 42 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था, वहीं इस बार नुकसान घटकर 38 करोड़ रुपये रह गया. इससे पता चलता है कि कंपनी अपने खर्चों को बेहतर तरीके से संभाल रही है और धीरे-धीरे प्रॉफिट की तरफ बढ़ रही है.
Shiprocket का बिजनेस मॉडल
Shiprocket ऑनलाइन बेचने वाले छोटे और बड़े ब्रांड्स के लिए शिपिंग और चेकआउट सेवाएं देता है. यह सिस्टम दुकानों को ऑर्डर मैनेजमेंट, पैकेट पिकअप से लेकर डिलीवरी तक पूरी सुविधा प्रदान करता है. कंपनी का चेकआउट प्लेटफॉर्म भी काफी लोकप्रिय है, क्योंकि इससे ऑनलाइन खरीदारी आसान हो जाती है. भारत में हजारों D2C ब्रांड Shiprocket की सेवाओं पर निर्भर रहते हैं.
IPO क्यों खास माना जा रहा है
तेजी से बढ़ते ई-कॉमर्स और D2C मार्केट में लॉजिस्टिक्स सबसे अहम हिस्सा बन चुका है. ऐसे समय में Shiprocket का IPO निवेशकों को इस उभरते सेक्टर में शामिल होने का बड़ा अवसर देता है. कंपनी लगातार टेक्नोलॉजी, नेटवर्क और ऑपरेशंस में निवेश कर रही है, जिससे बाजार में इसके भविष्य को लेकर सकारात्मक नजरिया है. लॉजिस्टिक्स और डिलीवरी इकोसिस्टम में मजबूत पकड़ होने से यह IPO मार्केट की नजरों में खास बन गया है.
डेटा सोर्स: DRHP, ET
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