Solarworld Energy IPO में कितना दम, Waaree Renewable से बेहतर या कमजोर? खुलने से पहले GMP ने भरी उड़ान
Solarworld Energy Solutions का IPO 23 से 25 सितंबर तक खुला रहेगा. कंपनी सोलर EPC और BESS प्रोजेक्ट्स में काम करती है और हाल ही में 1.2 GW सोलर मॉड्यूल मैन्युफैक्चरिंग लाइन शुरू की है. इश्यू खुलने से पहले ही आईपीओ का जीएमपी चढ़ना शुरू कर दिया है. देखें डिटेल में.
Solarworld Energy IPO GMP Brokerage: सोलर एनर्जी सेक्टर इन दिनों निवेशकों के बीच सबसे ज्यादा चर्चा में है. इसी बीच Solarworld Energy Solutions Ltd. (SESL) अपना आईपीओ लेकर आ रही है. यह इश्यू मंगलवार, 23 सितंबर से खुलेगा और 25 सितंबर तक निवेशक इसमें दांव लगा सकेंगे. सवाल यह है कि क्या यह IPO दमदार है और Waaree Renewable जैसी दिग्गज कंपनी के मुकाबले कितना बेहतर है? इसी को लेकर ब्रोकरेज फर्म SBI Securities ने अपनी रिपोर्ट जारी की है. आइए उसी के आधार पर हम जानकारी देते हैं.
इश्यू डिटेल्स
सोलरवर्ल्ड एनर्जी सॉल्यूशंस का आईपीओ 23 सितंबर को खुलेगा और 25 सितंबर को बंद हो जाएगा. इश्यू के जरिये कंपनी 490 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है. इसमें फ्रेश के साथ साथ ऑफर फॉर सेल भी शामिल है. 440 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू है और 50 करोड़ रुपये का ऑफर सेल है. आईपीओ के एक लॉट में 42 शेयर शामिल हैं. कंपनी ने आईपीओ के लिए 333 रुपये और 351 रुपये का प्राइस बैंड तय किया है.
क्या है GMP के हाल?
इश्यू खुलने से पहले ही ग्रे मार्केट में कंपनी का इश्यू 9.40 फीसदी लिस्टिंग गेन के संकेत दे रहा है. इसके तहत मौजूदा समय में इश्यू का जीएमपी 33 रुपये पर है. यानी लिस्टिंग के साथ निवेशकों को प्रति शेयर 33 रुपये और प्रति लॉट 1386 रुपये का मुनाफा हो सकता है.
कंपनी का बिजनेस मॉडल
Solarworld Energy Solutions एक सोलर एनर्जी EPC (Engineering, Procurement & Construction) कंपनी है. यह दो मॉडल्स पर काम करती है-
- CAPEX मॉडल- ग्राहक के लिए प्रोजेक्ट डिजाइन, इंस्टॉलेशन और कमिशनिंग करती है, लेकिन स्वामित्व ग्राहक के पास रहता है.
- RESCO मॉडल- कंपनी खुद प्रोजेक्ट लगाती और चलाती है और ग्राहक तय दर पर बिजली खरीदता है.
इसके अलावा कंपनी O&M (ऑपरेशंस और मेंटेनेंस) सर्विस भी देती है. इसके ग्राहकों में SJVN Green Energy, Haldiram Snacks जैसी नामी कंपनियां शामिल हैं.
मजबूत ऑर्डर बुक और नई मैन्युफैक्चरिंग यूनिट
ब्रोकरेज की रिपोर्ट के मुताबिक, जुलाई 2025 तक कंपनी का ऑर्डर बुक 2,528 करोड़ रुपये का है. इसमें EPC (1,198 करोड़ रुपये), O&M (58 करोड़ रुपये) और BESS (Battery Energy Storage System) प्रोजेक्ट्स (1,272 करोड़ रुपये) शामिल हैं. कंपनी ने हाल ही में 1.2 GW की TopCon सोलर मॉड्यूल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट शुरू की है और आगे सोलर सेल और बैटरी स्टोरेज यूनिट भी लगाने की योजना है. इससे कंपनी की मार्जिन प्रोफाइल बेहतर होने की संभावना है क्योंकि अब इसे बाहर से मॉड्यूल और बैटरियां मंगाने पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा.
Solarworld बनाम Waaree Renewable- तुलना
Particulars (FY25) | Solarworld Energy (SESL) | Waaree Renewable Technologies |
---|---|---|
CMP (₹) | 351 | 1,094 |
Sales (₹ Cr) | 545 | 1,597 |
EBITDA (₹ Cr) | 109 | 311 |
Net Profit (₹ Cr) | 81 | 230 |
Mkt Cap (₹ Cr) | 3,042 | 11,409 |
EBITDA Margin (%) | 20.1 | 19.5 |
Net Margin (%) | 14.9 | 14.4 |
RoCE (%) | 13.4 | 65.5 |
RoE (%) | 10.9 | 50.3 |
P/E (x) | 37.4 | 49.6 |
EV/EBITDA (x) | 23.7 | 36.2 |
क्या कहता है डेटा?
- प्रॉफिट मार्जिन: Solarworld का EBITDA Margin (20.1 फीसदी) और Net Margin (14.9 फीसदी), Waaree से थोड़ा बेहतर है.
- वैल्यूएशन: Solarworld का P/E (37.4x) Waaree (49.6x) से सस्ता दिख रहा है.
- रिटर्न रेशियो: Waaree का RoCE (65.5 फीसदी) और RoE (50.3 फीसदी) Solarworld (RoCE 13.4 फीसदी, RoE 10.9 फीसदी) से कई गुना ज्यादा है.
- साइज: Waaree की बिक्री और मुनाफा Solarworld से कई गुना बड़ा है.
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डिसक्लेमर: इस खबर में GMP से संबंधित जानकारी दी गई है. मनी9लाइव का GMP तय करने से कोई संबंध नहीं है. मनी9लाइव निवेशकों को यह भी सचेत करता है कि केवल जीएमपी के आधार पर निवेश पर फैसला नहीं करें. निवेश से पहले कंपनी के फंडामेंटल जरूर देखें और एक्सपर्ट की सलाह अवश्य लें.