दिग्गज इथेनॉल कंपनी TruAlt IPO में लगा रहे हैं दांव? जानें इसके फंडामेंटल का पूरा हाल; GMP में है 20% उछाल
शेयर बाजार में एक नई कंपनी कदम रखने जा रही है जिसने कुछ ही सालों में कमाई और मुनाफे दोनों में जबरदस्त छलांग लगाई है. ग्रीन एनर्जी सेक्टर से जुड़ी यह कंपनी अब निवेशकों को भी अपने सफर में शामिल करना चाहती है. लेकिन इसमें रिस्क भी कम नहीं हैं.
Trualt Bioenergy IPO: भारत में ग्रीन फ्यूल और वैकल्पिक ऊर्जा की मांग तेजी से बढ़ रही है. सरकार लगातार पेट्रोल में इथेनॉल ब्लेंडिंग को बढ़ावा दे रही है ताकि कच्चे तेल पर निर्भरता घटे और पर्यावरण को भी राहत मिले. इसी मौके का फायदा उठाते हुए देश की सबसे बड़ी इथेनॉल निर्माता कंपनी में से एक Trualt Bioenergy शेयर बाजार में कदम रखने जा रही है. कंपनी का IPO 25 सितंबर 2025 को खुलेगा और 29 सितंबर 2025 को बंद होगा. इस इश्यू से कंपनी कुल 839 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य लेकर आई है.
IPO की मुख्य बातें
विवरण | आंकड़े |
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कुल इश्यू साइज | ₹839 करोड़ |
फ्रेश इश्यू | ₹750 करोड़ |
ऑफर फॉर सेल (OFS) | ₹89 करोड़ |
प्राइस बैंड | ₹472 – ₹496 |
लिस्टिंग के बाद अनुमानित M-cap | ₹4,253 करोड़ |
सब्सक्रिप्शन तारीखें | 25–29 सितंबर 2025 |
उद्देश्य | Capex, Working Capital, Corporate Purpose |
पोस्ट-IPO प्रमोटर होल्डिंग | 70.6% |
IPO से जुटाई गई राशि का इस्तेमाल इस प्रकार होगा.
- 151 करोड़ रुपये: नई इथेनॉल यूनिट लगाने में
- 425 करोड़ रुपये: वर्किंग कैपिटल जरूरतें
- शेष: कॉर्पोरेट कार्यों के लिए
इस इश्यू से जुटाई गई रकम में से करीब 151 करोड़ रुपये एक नई इथेनॉल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाने पर और 425 करोड़ रुपये वर्किंग कैपिटल की जरूरतें पूरी करने पर खर्च किए जाएंगे.
कंपनी का बिजनेस मॉडल
Trualt Bioenergy कर्नाटक के बागलकोट जिले में स्थित पांच डिस्टिलरी यूनिट्स चलाती है. इनमें से चार यूनिट्स गुड़ और सिरप आधारित फीडस्टॉक से इथेनॉल तैयार करती हैं. मार्च 2025 तक कंपनी की इंस्टॉल्ड कैपेसिटी 2,000 KLPD रही, जिनमें से 1,800 KLPD ऑपरेशनल थी. कंपनी का दावा है कि वह भारत की सबसे बड़ी इथेनॉल प्रोड्यूसर है और देश की कुल उत्पादन क्षमता में उसका हिस्सा 3.6% है.
कंपनी को कच्चे माल (गन्ना, शीरा और सिरप) की नियमित सप्लाई अपने प्रमोटर ग्रुप से मिलती है, जिसका cane crushing capacity 79,000 TCD है. इससे उत्पादन प्रक्रिया में स्थिरता और लागत पर नियंत्रण मिलता है.
कंपनी की वित्तीय स्थिति
Trualt Bioenergy ने बीते कुछ सालों में तेजी से ग्रोथ दिखाई है. FY23 से FY25 तक कंपनी की आय और मुनाफा, दोनों में शानदार उछाल देखने को मिला.
वित्तीय विवरण | FY23 | FY24 | FY25 | 2Y CAGR (%) |
---|---|---|---|---|
रेवेन्यू (₹ करोड़) | 762 | 1,223 | 1,908 | 58.2% |
EBIT (₹ करोड़) | 84 | 131 | 242 | 69.5% |
PAT (₹ करोड़) | 35 | 32 | 147 | 103.4% |
नेटवर्थ (₹ करोड़) | 240 | 265 | 769 | 78.8% |
कुल कर्ज (₹ करोड़) | 1,150 | 1,685 | 1,557 | 16.3% |
मुनाफे के लिहाज से FY25 में कंपनी का प्रदर्शन बेहतरीन रहा, जब उसने 147 करोड़ रुपये का PAT दर्ज किया. हालांकि, कुल कर्ज अभी भी 1,500 करोड़ रुपये से ज्यादा है. साफ है कि कंपनी की रिटर्न ऑन इक्विटी (ROE) FY25 में 28 फीसदी तक पहुंच गई है, जो निवेशकों के लिए आकर्षक संकेत है.
अनुपात | FY23 | FY24 | FY25 | 3Y एवरेज |
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ROE (%) | 14.7 | 12.6 | 28.4 | 18.6 |
ROCE (%) | 6.1 | 7.9 | 11.3 | 8.4 |
EBIT मार्जिन (%) | 11.1 | 10.7 | 12.7 | 11.5 |
Debt-to-Equity | 4.8 | 6.4 | 2.0 | 4.4 |
वैल्यूएशन और GMP पर नजर
IPO प्राइस बैंड के ऊपरी स्तर (₹496) पर Trualt Bioenergy का वैल्यूएशन FY25 की कमाई के 29 गुना (P/E) और बुक वैल्यू के 2.8 गुना (P/B) पर बैठता है. दिलचस्प बात यह है कि इसके पीयर ग्रुप का औसत P/E करीब 29 और P/B लगभग 2.5 है. यानी वैल्यूएशन पीयर कंपनियों के बराबर ही है.
TruAlt Bioenergy IPO का ताजा GMP 98 रुपये है, जिसे आखिरी बार 28 सितंबर 2025 सुबह 9:57 बजे अपडेट किया गया. कंपनी का प्राइस बैंड 496 रुपये तय है. इस आधार पर TruAlt Bioenergy IPO का अनुमानित लिस्टिंग प्राइस लगभग 594 हो सकता है, यानी प्रति शेयर निवेशकों को लगभग 20 फीसदी का संभावित लाभ मिल सकता है.
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कंपनी की ताकत
- देश की सबसे बड़ी इथेनॉल निर्माता
कंपनी के पास 2,000 KLPD की स्थापित क्षमता है. FY25 में कंपनी ने 1.82 लाख किलोलीटर इथेनॉल का प्रोडक्शन किया, जो FY24 के 1.41 लाख किलोलीटर से काफी ज्यादा है.
- कच्चे माल की उपलब्धता
कंपनी को अपने ग्रुप की शुगर मिलों से गन्ने और शीरे की स्थिर सप्लाई मिलती है. इससे प्रोडक्शन प्रभावित नहीं होता और लागत पर भी नियंत्रण रहता है.
- तेज रेवेन्यू ग्रोथ
FY23 में कंपनी का रेवेन्यू 762 करोड़ रुपये था, जो FY25 में बढ़कर 1908 करोड़ रुपये हो गया. यह इथेनॉल की बढ़ती मांग और प्रोडक्शन कैपेसिटी में सुधार की वजह से संभव हुआ.
कंपनी की चुनौतियां
- इथेनॉल पर अत्यधिक निर्भरता
FY25 में कंपनी की लगभग 80% आय इथेनॉल बिक्री से आई. ऐसे में अगर मांग घटी या सरकारी नीतियों में बदलाव हुआ तो वित्तीय प्रदर्शन प्रभावित हो सकता है.
- भौगोलिक जोखिम
कंपनी के सभी प्लांट केवल कर्नाटक के बागलकोट जिले में हैं. किसी भी प्राकृतिक आपदा, सूखा या सामाजिक तनाव से इसका संचालन बाधित हो सकता है.
- सीमित ग्राहक आधार
FY25 में कंपनी की टॉप-10 क्लाइंट्स से ही 99.8% रेवेन्यू आया. अगर इनमें से कोई बड़ा ग्राहक हटता है, तो कंपनी की आय और नकदी प्रवाह पर बड़ा असर पड़ सकता है.
डिस्क्लेमर: मनी9लाइव किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.