Aggcon IPO: हरियाणा की ये कंपनी ला रही आईपीओ, 332 करोड़ के फ्रेश इश्‍यू और 94 लाख के OFS से जुटाएगी रकम

आईपीओ बाजार में जल्‍द ही एक नए इश्‍यू की एंट्री होगी, जिसका नाम Aggcon Equipments International Limited है. ये हरियाणा की कंपनी फ्रेश इश्‍यू और ओएफएस के जरिए रकम जुटाएगी. कंपनी जीआर इंफ्रा और टाटा जैसे दिग्‍गजों को सर्विस दे चुकी है.

Aggcon Equipments International Limited IPO Image Credit: money9

Aggcon Equipments International Limited IPO: आईपीओ बाजार में जल्‍द ही एक और पब्लिक इश्‍यू की एंट्री होने वाली है, जिसका नाम Aggcon Equipments International Limited है. हरियाणा की ये कंपनी 332 करोड़ रुपये के फ्रेश इक्विटी और 94 लाख शेयरों के ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए फंड जुटाएगी. इसके लिए कंपनी ने सेबी के पास अपने ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) दाखिल किए हैं. ऐसे में निवेशकों के पास कमाई का एक और मौका हो सकता है.

हरियाणा की यह कंपनी भारत की तेजी से बढ़ती इक्विपमेंट रेंटल कंपनियों में से एक है, जो सड़क, रेलवे, पावर और इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे क्षेत्रों में सेवाएं देती है. IPO बुक-बिल्ट इश्यू है, जिसमें ताजा इक्विटी और OFS जिसकी वैल्‍यू 1 रुपये प्रति शेयर है, शामिल है. इसके तहत प्रमोटर्स जितेंद्र अग्रवाल (54 लाख शेयर) और रेनू अग्रवाल (40 लाख शेयर) अपनी हिस्सेदारी बेच रही हैं. IPO से जुटाए गए फंड का उपयोग 168 करोड़ रुपये के कर्ज चुकाने, 84 करोड़ रुपये नए इक्विपमेंट खरीदने और बाकी राशि सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा.

कौन होगा बुक लीड मैनेजर?

मोतीलाल ओसवाल इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स लिमिटेड इस IPO का बुक-रनिंग लीड मैनेजर है, जबकि MUFG इंटाइम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (पूर्व में लिंक इंटाइम) रजिस्ट्रार है. शेयर BSE और NSE पर लिस्ट होंगे.

क्‍या कहता है कंपनी का पोर्टफोलियो?

2003 में स्थापित एगकॉन के पास 337 मशीनों का फ्लीट है. कंपनी अर्थमूविंग, रोड कंस्ट्रक्शन, कंक्रीट, फाउंडेशन और एरियल वर्क प्लेटफॉर्म जैसे उपकरण किराए पर देती है. इसके उपकरण मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक, कुडनकुलम न्यूक्लियर पावर प्लांट और INS वरशा जैसे बड़े प्रोजेक्ट्स में इस्तेमाल हुए हैं. मार्च 2025 तक, कंपनी ने 27 राज्यों और 5 केंद्र शासित प्रदेशों में 500 से अधिक ग्राहकों को सेवाएं दीं, जिनमें एफकॉन्स इंफ्रास्ट्रक्चर, टाटा प्रोजेक्ट्स और जीआर इन्फ्रा प्रोजेक्ट्स जैसे दिग्गज शामिल हैं.

यह भी पढ़ें: अडानी का नाम जुड़ते ही इस दिवालिया कंपनी की खुली किस्‍मत, स्‍टॉक ने बनाया नया ऑल टाइम हाई, 2 महीने में 85% उछले

कैसा है वित्तीय प्रदर्शन?

FY25 में एफकॉन का रेवेन्‍यू 19.47% बढ़कर 164.02 करोड़ रुपये और शुद्ध मुनाफा 35.64% बढ़कर 30.71 करोड़ रुपये हो गया था. रेंटल और फ्रेट आय में भी वृद्धि हुई और ऑपरेशनल ग्रोथ को भी बढ़ावा मिला. कंपनी ने चार सहायक कंपनियाें- सावब्री इंटरनेशनल, RJSP लॉजिस्टिक्स, रिमॉडलर्स बिल्डकॉन और मैक्स रेंटल्स के जरिए अपनी मौजूदगी मजबूत की है.