Vikram Solar IPO: 19 Aug से खुलेगा 2,079 करोड़ का इश्यू, जानें कितने प्रॉफिट में कंपनी, क्यों जुटा रही पैसे?
Vikram Solar का 2,079 करोड़ का IPO 19 अगस्त को खुलेगा. इसका प्राइस बैंड 315-332 रुपये रखा गया है. यह एक मिक्स इश्यू होगा, जिसमें 1,500 करोड़ रुपये फ्रेश और 579 करोड़ OFS से जुटाने की योजना है. जानते हैं कंपनी फिलहाल कितने प्रॉफिट में है और IPO की रकम कहां काम ली जाएगी?
Vikram Solar IPO: सोलर मॉड्यूल मैन्युफैक्चरर विक्रम सोलर (Vikram Solar) ने 2,079 करोड़ के इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) की घोषणा की है. कंपनी का पब्लिक इश्यू 19 अगस्त को सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा और 21 अगस्त को बंद होगा. कंपनी ने बुधवार को एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि इस इश्यू में 1,500 करोड़ रुपये फ्रेश इक्विटी शेयर जारी कर जुटाए जाएंगे. इसके अलावा प्रमोटर्स व शेयरहोल्डर्स की तरफ से 1.74 करोड़ शेयरों को ऑफर-फॉर-सेल (OFS) के तहत बिक्री के लिए रखा जाएगा. अपर प्राइस बैंड पर OFS की वैल्यू 579.37 करोड़ रुपये होगी. इस तरह दोनों को मिलाकर इश्यू साइज 2,079.37 करोड़ का रहेगा.
निवेशक कैटेगरी | रिजर्व शेयर (%) | अनुमानित शेयर्स की संख्या |
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क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) | 50% | ~3,12,00,000 |
नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NII/HNI) | 15% | ~93,60,000 |
रिटेल इन्वेस्टर्स | 35% | ~2,18,40,000 |
कुल | 100% | ~6,24,00,000 |
कहां होगा रकम का इस्तेमाल?
IPO के तहत फ्रेश इश्यू से जुटाए गए फंड का इस्तेमाल कंपनी अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली सब्सिडियरी VSL Green Power Private Ltd में कैपिटल एक्सपेंडिचर के लिए करेगी. यह निवेश प्रोजेक्ट के फेज I और फेज II दोनों में होगा. वहीं, OFS से मिलने वाली रकम शेयर बेचने वाले प्रमोटर्स और शेयरहोल्डर्स के हिस्से में जाएगी.
कैसा है बिजनेस मॉडल?
Vikram Solar का बिजनेस मॉडल इंटीग्रेटेड सोलर एनर्जी सॉल्यूशंस पर आधारित है, जिसमें कंपनी सोलर PV मॉड्यूल और सेल्स की मैन्युफैक्चरिंग, इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट, कंस्ट्रक्शन (EPC) सर्विसेज और ऑपरेशन-मेंटेनेंस (O&M) सॉल्यूशंस देती है.
कितना बड़ा है कारोबार?
विक्रम सोलर ने 2009 में सोलर मॉड्यूल की मैन्युफैक्चरिंग शुरू की थी. शुरुआत में कंपनी की इंस्टॉल्ड क्षमता 12 मेगावॉट थी, जो अब बढ़कर 4.50 गीगावॉट हो गई है. CRISIL रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी के पास जून 2025 तक 2.85 गीगावॉट की क्षमता है, जो मिनिस्ट्री ऑफ न्यू एंड रिन्यूएबल एनर्जी (MNRE) की अप्रूव्ड लिस्ट में नॉन-कैप्टिव मैन्युफैक्चरर्स में सबसे बड़ी क्षमताओं में से एक है. इसके अलावा कंपनी के पास पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु में दो सोलर PV मॉड्यूल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स हैं, साथ ही तमिलनाडु के गंगईकोंडन में दो यूनिट्स वाली सोलर सेल मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी है. विक्रम सोलर की पहुंच 19 राज्यों और 2 केंद्रशासित प्रदेशों में है.
ग्राहक और प्रोजेक्ट्स
कंपनी के ग्राहकों में सरकारी और निजी दोनों सेक्टर के बड़े क्लाइंट हैं. इनमें NTPC, नेयवेली लिग्नाइट कॉर्पोरेशन, गुजरात इंडस्ट्रीज पावर कंपनी, ACME क्लीनटेक सॉल्यूशंस, अदानी ग्रीन एनर्जी, अज्योर पावर इंडिया, JSW एनर्जी और रेज पावर इंफ्रा जैसी कंपनियां शामिल हैं.
कैसा है वित्तीय प्रदर्शन
वित्त वर्ष 2025 में कंपनी का रेवेन्यू 36% बढ़कर 3,423 करोड़ हो गया, जो FY24 में 2,511 करोड़ था. इसी अवधि में टैक्स के बाद मुनाफा (PAT) 75% उछलकर 140 करोड़ पर पहुंच गया, जो FY24 में 80 करोड़ था. इस तरह पिछले दो वित्त वर्ष में कंपनी ने लगातार प्रॉफिट रिपोर्ट किया है और रिटर्न ऑन इक्विटी (ROE) व अर्निंग पर शेयर (EPS) में भी ग्रोथ रिकॉर्ड की है.
फाइनेंशियल मेट्रिक | FY25 | FY24 |
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रेवेन्यू (₹ करोड़) | 3,423 | 2,511 |
प्रॉफिट आफ्टर टैक्स (₹ करोड़) | 140 | 80 |
EBITDA मार्जिन (%) | 11.5% | 9.2% |
नेट प्रॉफिट मार्जिन (%) | 4.09% | 3.18% |
ROE (%) | 13.2% | 8.4% |
ऋण-इक्विटी अनुपात | 0.38 | 0.45 |
EPS (₹) | 4.10 | 2.34 |
कौन कर रहा IPO मैनेजमेंट
इस इश्यू के लिए JM Financial, Nuvama Wealth Management, UBS Securities, Equirus Capital और Phillip Capital बुक-रनिंग लीड मैनेजर्स नियुक्त किया गया है. वहीं, Link Intime India IPO के लिए रजिस्ट्रार रहेगा.
डिस्क्लेमर: मनी9लाइव किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.