मार्केट गिरा और आपने SIP रोकी? कहीं तोड़ ना दे करोड़पति बनने का सपना!
SIP यानी Systematic Investment Plan को लेकर लोगों में तेजी से भरोसा बढ़ा है, लेकिन यह कोई जादुई तरीका नहीं है जो हर बार फायदा ही दिलाए. SIP तभी कारगर होती है जब निवेशक इसे बिना रोके लगातार जारी रखता है और बाजार गिरने पर घबराकर पैसा नहीं निकालता. पिछले कुछ सालों में SIP एक तरह की EMI बन चुकी है, जहां लोग हर महीने नियमित रूप से निवेश कर रहे हैं. हालांकि, अगर कोई निवेशक बीच में SIP रोक देता है या मार्केट गिरने पर panic होकर यूनिट बेच देता है, तो सबसे ज्यादा नुकसान वही झेलता है.
SIP का असली फायदा गणित नहीं बल्कि आदत, धैर्य और अनुशासन है. मार्केट करेक्शन में ज्यादा यूनिट्स मिलने से लंबे समय में बेहतर रिटर्न मिलते हैं, लेकिन exit timing खराब पड़ने पर रिटर्न गिर भी सकता है. Lump sum निवेश गणना के हिसाब से SIP से ज्यादा पैसा बना सकता है, लेकिन सबके पास एक साथ बड़ी रकम नहीं होती और मार्केट टाइमिंग हर किसी के बस की बात नहीं.




