20% प्रीमियम तक पर क्यों ट्रेड कर रहे हैं ग्लोबल ETFs? क्या हैं इसके रिस्क? निवेशकों को क्या करना चाहिए?
ग्लोबल ETFs की मजबूत 1 साल और 3 साल रिटर्न के कारण इन फंड्स की डिमांड तेजी से बढ़ रही है. Mirae Asset Hang Seng TECH, FANG+ ETF, Motilal Oswal Nasdaq 100 ETF और Nippon Hang Seng BEES जैसे स्कीम्स निवेशकों को आकर्षित कर रहे हैं, जिससे इनके प्रीमियम और ट्रेडिंग वॉल्यूम दोनों बढ़े हैं. आइये जानते हैं कि ऐसे में निवेशकों को क्या करना चाहिए?
ग्लोबल ETFs Image Credit: canva
भारतीय निवेशकों में ग्लोबल मार्केट्स और खासकर टेक स्टॉक्स को लेकर आकर्षण लगातार बढ़ रहा है लेकिन म्यूचुअल फंड के ओवरसीज इन्वेस्टमेंट लिमिट्स बंद होने के बाद निवेशकों के पास सीमित विकल्प बचे हैं. इसी वजह से भारत में लिस्टेड ग्लोबल ETFs की डिमांड अचानक बढ़ गई है और डिमांड बढ़ने के कारण अब ये ETFs अपने NAV से काफी ज्यादा प्रीमियम पर ट्रेड कर रहे हैं. यही प्रीमियम निवेशकों के रिटर्न को सीधे प्रभावित कर सकता है. आइये जानते हैं कि ये प्रीमियम क्यों बढ़ रहे हैं, इसके क्या रिस्क हैं और ऐसे में निवेशकों को क्या कदम उठाने चाहिए?
ग्लोबल ETFs प्रीमियम पर क्यों ट्रेड हो रहे हैं?
- म्यूचुअल फंड्स की ओवरसीज इन्वेस्टमेंट लिमिट RBI द्वारा फिक्स है
- नई ETF यूनिट्स नहीं बन पा रही हैं
- उपलब्ध यूनिट्स की सप्लाई कम लेकिन डिमांड ज्यादा है
- ग्लोबल मार्केट और टेक स्टॉक्स की शानदार रैली
- समय का अंतर और आर्बिट्राज गड़बड़ी के कारण ETF कीमतें NAV से अलग हो रही हैं
- निवेशक FOMO में भारी खरीदारी कर रहे हैं
20% प्रीमियम तक पर चले गए कई ETF
| Scheme Name | NAV | iNAV | % Change |
|---|---|---|---|
| Mirae Asset NYSE FANG+ ETF | 171 | 144 | 19% |
| Mirae Asset S&P 500 Top 50 ETF | 70 | 59 | 19% |
| Nippon India ETF Hang Seng BEES | 526 | 439 | 20% |
| Motilal Oswal NASDAQ 100 ETF | 236 | 217 | 9% |
ग्लोबल ETFs का रिटर्न
| Scheme Name | 1 Year Return (%) | 3 Years Return (%) |
|---|---|---|
| Mirae Asset Hang Seng TECH ETF | 40.1 | 19.3 |
| Mirae Asset NYSE FANG+ ETF | 37 | 56 |
| Motilal Oswal Nasdaq 100 ETF | 25.7 | 32.4 |
| Nippon India ETF Hang Seng BEES | 45.2 | 20.1 |
सोर्स- Groww (सभी रिटर्न 18 अक्टूबर 2025 तक के हैं)
प्रीमियम पर ETF खरीदना क्यों जोखिम भरा है?
- निवेशक ETF की असली वैल्यू से अधिक दाम चुका रहे हैं.
- ETF की NAV बढ़े भी तो प्रीमियम गिर सकता है
- प्रीमियम गिरते ही निवेशक का रिटर्न तुरंत कम हो जाता है
- कई बार ETF बढ़ता है लेकिन निवेशक को घाटा हो जाता है
- ब्रेक-इवन तक पहुंचने में भी काफी समय लग सकता है
निवेशकों को क्या करना चाहिए?
- बढ़े हुए प्रीमियम पर तुरंत खरीदारी न करें बल्कि प्रीमियम कम होने का इंतजार करें
- हमेशा iNAV और लाइव प्राइस की तुलना करें
- लिमिट ऑर्डर का इस्तेमाल करें
- शॉर्ट-टर्म निवेशकों को ऐसे ETFs से अभी दूरी रखनी चाहिए
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.