8वें वेतन आयोग में अलग- अलग फिटमेंट फैक्टर पर कितनी बढ़ेगी सैलरी, जानें लेवल 1 से 5 तक का पूरा कैलकुलेशन

8वें वेतन आयोग के गठन के बाद केंद्रीय कर्मचारी और पेंशनधारक सैलरी बढ़ोतरी का इंतजार कर रहे हैं. हालांकि अंतिम सिफारिशें लागू होने में समय लगेगा. फिटमेंट फैक्टर के आधार पर संभावित सैलरी का अनुमान लगाया जा रहा है. कर्मचारी संगठनों के अनुसार फिटमेंट फैक्टर 2.13 हो सकता है.

कर्मचारी संगठनों के अनुसार फिटमेंट फैक्टर 2.13 हो सकता है. Image Credit: Canva/ Money9

8th Pay Commission: केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनधारकों के लिए वेतन आयोग हमेशा एक बड़ी उम्मीद लेकर आता है. हर 10 साल में गठित होने वाला वेतन आयोग सैलरी और भत्तों में बदलाव करता है. अब 8वें वेतन आयोग के गठन के बाद लाखों कर्मचारी और पेंशनधारक वेतन बढ़ोतरी का इंतजार कर रहे हैं. हालांकि अंतिम सिफारिशें लागू होने में अभी समय लग सकता है. लेकिन फिटमेंट फैक्टर के आधार पर संभावित सैलरी का अनुमान लगाया जा सकता है. इस रिपोर्ट में लेवल 1 से 5 तक के कर्मचारियों की संभावित सैलरी को आसान भाषा में समझाया गया है.

पे मैट्रिक्स कैसे काम करता है

7वें वेतन आयोग में केंद्रीय कर्मचारियों को कुल 18 लेवल में बांटा गया है. लेवल 1 की शुरुआत ग्रुप डी कर्मचारियों से होती है. वहीं लेवल 18 पर कैबिनेट सेक्रेटरी जैसे उच्च अधिकारी आते हैं. इन सभी लेवल में ग्रुप डी सी बी और ए कैटेगरी के कर्मचारी शामिल होते हैं. हर लेवल के लिए अलग अलग न्यूनतम बेसिक सैलरी पहले से तय की गई है.

फिटमेंट फैक्टर क्या होता है और कैसे तय होता है

फिटमेंट फैक्टर सैलरी बढ़ाने का सबसे अहम आधार होता है. इसे बेसिक पे और ग्रेड पे को ध्यान में रखकर तय किया जाता है. फिटमेंट फैक्टर तय करते समय महंगाई जीवन यापन की लागत और सरकारी बजट की स्थिति देखी जाती है. इसके अलावा प्राइवेट सेक्टर की सैलरी और बाजार में चल रही वेतन दरों से भी तुलना की जाती है. वेतन आयोग और सरकार मिलकर इस पर अंतिम फैसला करती है.

8वें वेतन आयोग में संभावित फिटमेंट फैक्टर

कर्मचारी संगठनों के अनुसार 8वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 2.13 हो सकता है. इसमें मौजूदा महंगाई भत्ता और आगे होने वाली संभावित बढ़ोतरी को शामिल किया गया है. इसके साथ ही सालाना वेतन बढ़ोतरी का भी इसमें आकलन किया गया है. हालांकि यह अभी सिर्फ एक अनुमान है. अंतिम फैसला वेतन आयोग की सिफारिशों और सरकार की मंजूरी पर निर्भर करेगा.

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लेवल 1 से 5 की मौजूदा न्यूनतम बेसिक सैलरी

7वें वेतन आयोग के तहत लेवल 1 की न्यूनतम बेसिक सैलरी 18000 रुपये है. लेवल 2 के कर्मचारियों को 19900 रुपये बेसिक सैलरी मिलती है. लेवल 3 में यह 21700 रुपये तय है. लेवल 4 के लिए न्यूनतम बेसिक सैलरी 25500 रुपये है. वहीं लेवल 5 में कर्मचारियों को 29200 रुपये बेसिक सैलरी दी जाती है.

फिटमेंट फैक्टर के हिसाब से संभावित सैलरी बढोतरी

अगर फिटमेंट फैक्टर 1.92 लागू होता है तो कर्मचारियों की सैलरी में अच्छी बढ़ोतरी देखने को मिलेगी. इस स्थिति में लेवल 1 की सैलरी बढकर करीब 34560 रुपये हो सकती है. वहीं ज्यादा फिटमेंट फैक्टर लागू होने पर यह 46260 रुपये तक पहुंच सकती है. लेवल 5 के कर्मचारियों की सैलरी 56064 रुपये से लेकर 75044 रुपये तक जाने का अनुमान है. इससे कर्मचारियों और पेंशनधारकों को सीधा और बड़ा फायदा मिलने की उम्मीद है.

1.92 फिटमेंट फैक्टर पर लेवल 1 से 5 की संशोधित बेसिक सैलरी

कर्मचारी लेवलसंभावित न्यूनतम बेसिक सैलरी
लेवल 134560 रुपये
लेवल 238208 रुपये
लेवल 341664 रुपये
लेवल 448960 रुपये
लेवल 556064 रुपये

2.15 फिटमेंट फैक्टर पर लेवल 1 से 5 की संशोधित बेसिक सैलरी

कर्मचारी लेवलसंभावित न्यूनतम बेसिक सैलरी
लेवल 138700 रुपये
लेवल 242785 रुपये
लेवल 346655 रुपये
लेवल 454825 रुपये
लेवल 562780 रुपये

2.57 फिटमेंट फैक्टर पर लेवल 1 से 5 की संशोधित बेसिक सैलरी

कर्मचारी लेवलसंभावित न्यूनतम बेसिक सैलरी
लेवल 146260 रुपये
लेवल 251143 रुपये
लेवल 355769 रुपये
लेवल 465535 रुपये
लेवल 575044 रुपये