
Locker देने में बैंक कर रहे बड़ा गेम? कहीं आप भी तो नहीं फंस गए लॉकर के चक्कर में…?
भारत में ज्यादातर लोग बैंक लॉकर को सिर्फ कीमती चीजें रखने की जगह नहीं, बल्कि दिल का सुकून मानते हैं. परिवार के सोने-चांदी के गहने, ज़रूरी कागजात और अन्य बेशकीमती सामान लॉकर में रखने से उन्हें安心 महसूस होता है. लेकिन लॉकर लेना और उसके बाद की प्रक्रिया उतनी आसान नहीं होती, जितनी लोग सोचते हैं. बैंक लॉकर लेने के लिए ग्राहकों को पहले बैंक में अकाउंट खोलना पड़ता है. इसके बाद लॉकर के लिए आवेदन करना होता है. आमतौर पर लॉकर की उपलब्धता तुरंत नहीं होती और वेटिंग लिस्ट में नाम जुड़ जाता है. जैसे ही लॉकर खाली होता है, बैंक ग्राहक को सूचना देता है. लॉकर इस्तेमाल करने पर हर साल एक तय फीस भी देनी होती है. लॉकर का उपयोग करते समय कुछ नियमों का पालन करना जरूरी होता है. अगर सालों तक लॉकर ऑपरेट नहीं किया गया या फीस नहीं दी गई तो बैंक उसे बंद भी कर सकता है. इसलिए लॉकर लेने से पहले इसकी शर्तों को समझना जरूरी है. देखें पूरी वीडियो…