होम लोन वालों का सुपर वीकेंड! RBI की कटौती का असर, BoB ने घटाई ब्याज दरें; अब EMI में होगा सीधा फायदा
BoB की नई ब्याज दरें 6 दिसंबर 2025 से लागू होंगी. बैंक ने अपने BSE फाइलिंग में बताया है कि BRLLR को 8.15% से घटाकर 7.90% कर दिया गया है. इससे होम लोन लेने वाले ग्राहकों की EMI में सीधे राहत मिलेगी. RBI ने रेपो रेट को 5.50% से घटाकर 5.25% कर दिया है.
BOB Home Loan: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने शुक्रवार, 5 दिसंबर 2025 को अपनी Monetary Policy Committee (MPC) बैठक में रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट (0.25%) की कटौती की. इसके तुरंत बाद बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank of Baroda– BoB) ने भी अपने लाखों ग्राहकों को राहत देते हुए Benchmark Retail Loan Lending Rate (BRLLR) कम करने का ऐलान किया है.
नई दरें कब से लागू होंगी?
BoB की नई ब्याज दरें 6 दिसंबर 2025 से लागू होंगी. बैंक ने अपने BSE फाइलिंग में बताया है कि BRLLR को 8.15% से घटाकर 7.90% कर दिया गया है. इससे होम लोन लेने वाले ग्राहकों की EMI में सीधे राहत मिलेगी. RBI ने रेपो रेट को 5.50% से घटाकर 5.25% कर दिया है. इसके साथ ही, पूरे साल 2025 में अब तक कुल 125 बेसिस प्वाइंट की कटौती हो चुकी है. इससे पहले फरवरी में 25 अप्रैल में 25 और जून में 50 बेसिस प्वाइंट की कटौती हुई थी. अक्टूबर की बैठक में RBI ने कोई बदलाव नहीं किया था, लेकिन दिसंबर में आखिरकार राहत दी गई.
क्यों मिलेगा EMI में फायदा?
अब जब RBI का रेपो रेट कम हुआ है, तो बैंक भी इसके आधार पर अपनी कर्ज देने की दरें कम करते हैं. BoB ने BRLLR घटा दिया है, इसलिए होम लोन पर ब्याज दरें भी नीचे आएंगी. जो ग्राहक EBLR (External Benchmark Linked Rate) पर होम लोन चुका रहे हैं, उन्हें फायदा सबसे तेजी से मिलेगा, क्योंकि EBLR सीधे रेपो रेट से जुड़ा होता है. इसका मतलब है कि EMI घटेगी या लोन का समय (tenure) कम होगा. दोनों में से कोई एक फायदा आपको चुनने का ऑप्शन बैंक देगा.
मौजूदा MCLR, Base Rate और BPLR वाले ग्राहकों को क्या फायदा?
कई पुराने ग्राहक अब भी अपने होम लोन को MCLR, Base Rate या BPLR पर चुका रहे हैं. इन सभी में ब्याज दरें EBLR की तुलना में ज्यादा हैं और बदलाव भी धीमा होता है. लेकिन अच्छी खबर यह है कि-
- RBI ने लगातार कटौती की है,
- और इन पुराने सिस्टम में इसका असर धीरे-धीरे जरूर पहुंचेगा.
इसलिए आने वाले महीनों में इन ग्राहकों की ब्याज दरें भी कम होने की उम्मीद है.
EMI कम कराएं या लोन अवधि? क्या है बेहतर?
EMI कम करने के बजाय लोन की अवधि कम कराना ज्यादा फायदेमंद होता है. इससे कुल ब्याज कम देना पड़ता है और लोन जल्दी खत्म होता है. BoB के बाद उम्मीद है कि अन्य बड़े सरकारी और निजी बैंक भी इसी रास्ते पर चलेंगे और अपनी ब्याज दरें कम करेंगे. अगर ऐसा हुआ तो आने वाले समय में होम लोन ग्राहकों के लिए बड़ी राहत देखने को मिलेगी.
यह भी पढ़ें: Forex Reserves लगातार दूसरे सप्ताह गिरावट, 1.88 अरब डॉलर घटकर 686 अरब डॉलर पर पहुंचा
Latest Stories
2026 से बदल जाएगा जीरो बैलेंस अकाउंट का नियम, RBI ने BSBD नियमों में किए बड़े बदलाव; ग्राहकों को मिलेगी राहत
FD अब मुनाफे का सौदा नहीं!… और घटेंगी ब्याज दरें, RBI का बड़ा फैसला, रिन्यू या नए निवेश से पहले जानें असर
Credit Card ब्लॉक कर दिया… सोच रहे हैं बंद हो गया? RBI का ये नियम दूर करेगा आपकी गलतफहमी
