ऑनलाइन शॉपिंग में बढ़ा EMI का चलन! कैसे काम करती है क्रेडिट कार्ड EMI, जानें कब लें-कब नहीं
ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर बढ़ती ऑनलाइन शॉपिंग के साथ ही क्रेडिट कार्ड से EMI पर खरीदारी करना लोगों के बीच काफी फेमस हो रहा है. क्रेडिट कार्ड EMI वह सुविधा है जिसके जरिए आप किसी भी महंगे प्रोडक्ट को एक साथ भुगतान करने की बजाय हर महीने छोटी-छोटी तय किस्तों में चुका सकते हैं.
Credit Card EMIs explained: ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर बढ़ती ऑनलाइन शॉपिंग के साथ ही क्रेडिट कार्ड से EMI पर खरीदारी करना लोगों के बीच काफी फेमस हो रहा है. EMI यानी ‘इक्वेटेड मंथली इंस्टॉलमेंट’ की मदद से कोई भी महंगी चीज आसानी से छोटी-छोटी किश्तों में खरीदी जा सकती है. लेकिन EMI चुनने से पहले इसके फायदे और नुकसान समझना बहुत जरूरी है, ताकि आगे चलकर किसी तरह की दिक्कत न हो.
क्या होती है क्रेडिट कार्ड EMI?
क्रेडिट कार्ड EMI वह सुविधा है जिसके जरिए आप किसी भी महंगे प्रोडक्ट को एक साथ भुगतान करने की बजाय हर महीने छोटी-छोटी तय किस्तों में चुका सकते हैं. EMI की अवधि बैंक के हिसाब से 3 महीने से लेकर 24 महीने तक होती है. इसमें हर महीने आपको तय किस्त भरनी होती है, जिससे बजट बनाना आसान हो जाता है.
क्रेडिट कार्ड EMI की खास बातें
हर महीने कितनी EMI देनी है, यह पहले से तय रहता है. इससे खर्चों की पहले से योजना बन जाती है. EMI लेने पर बैंक कुछ प्रोसेसिंग शुल्क और ब्याज भी लगा सकता है. अब ज्यादातर बैंक चेकआउट के समय या अपने ऐप पर तुरंत EMI ऑप्शन देते हैं. जब आप EMI का ऑप्शन चुनते हैं तो बैंक व्यापारी को पूरा पैसा तुरंत दे देता है. इसके बाद आप बैंक को हर महीने EMI के रूप में भुगतान करते हैं. जब तक आपकी EMI पूरी नहीं हो जाती, उतनी राशि आपके क्रेडिट कार्ड लिमिट से ब्लॉक रहती है.
EMI में बदलने के स्टेप
- बैंक एक न्यूनतम राशि तय करता है. आमतौर पर 3000–5000, जिसके बाद खरीदारी को EMI में बदला जा सकता है.
- Tenure चुनें: 3, 6, 12 या 24 महीने तक का ऑप्शन मिलता है.
- ब्याज और शुल्क जांचें: कई बार बैंक त्योहारों पर नो-कॉस्ट EMI भी देते हैं.
- EMI हर महीने आपके क्रेडिट कार्ड बिल में जुड़ती रहती है.
- हर महीने स्टेटमेंट SMS/ईमेल के जरिए भेजा जाता है, जिसमें EMI और बाकी बकाया दिखता है.
कब लें क्रेडिट कार्ड EMI?
जब महंगी चीज खरीदना चाहें और एक बार में भुगतान न करना पड़े. जब नो-कॉस्ट EMI का विकल्प उपलब्ध हो. जब हर महीने तय किस्त देकर अपनी इनकम-अनुसार खर्च संभालना चाहते हों.
कब न लें EMI?
- जब EMI पर ब्याज बहुत ज्यादा हो.
- जब आपकी इनकम में EMI संभालना मुश्किल हो.
- जब EMI समय पर न भरने पर लगने वाले चार्ज और कानूनी जोखिम की जानकारी न हो.
क्रेडिट कार्ड EMI सही तरीके से इस्तेमाल की जाए तो फायदेमंद साबित होती है, लेकिन बिना जानकारी के लेने पर खर्च बढ़ सकता है. इसलिए EMI लेने से पहले शर्तें जरूर पढ़ें और अपनी क्षमता के अनुसार ही repayment प्लान बनाएं.
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