दिल्ली-महाराष्ट्र नहीं इस राज्य के लोग कमाते हैं सबसे ज्यादा पैसा, मंथली 50 हजार है इनकम
सिक्किम ने प्रति व्यक्ति आय के मामले में देश के सभी राज्यों को पछाड़ दिया है. यहां हर व्यक्ति की सालाना औसत आय लगभग 5.9 लाख रुपये है. दिल्ली 4.93 लाख रुपये की औसत आय के साथ दूसरे और गोवा तीसरे स्थान पर है. बड़े राज्यों जैसे तमिलनाडु, हरियाणा और कर्नाटक की प्रति व्यक्ति आय लगभग 3.2 से 3.3 लाख रुपये है.
देश में प्रति व्यक्ति आय (Per Capita Income) के मामले में सिक्किम ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पीछे छोड़ दिया है. सिक्किम के हर व्यक्ति की औसत वार्षिक आय करीब 5.9 लाख रुपये है, जो बाकी राज्यों की तुलना में काफी ज्यादा है. दिलचस्प बात यह है कि सिक्किम की कुल राज्य घरेलू उत्पाद (GSDP) यानी कुल अर्थव्यवस्था का आकार, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्यों के मुकाबले काफी छोटा है. फिर भी, कम जनसंख्या के कारण वहां प्रति व्यक्ति औसत आय देश में सबसे ज्यादा है.
दिल्ली दूसरे स्थान पर, गोवा तीसरे पर खिसका
वहीं दिल्ली ने आर्थिक ताकतों की रैंकिंग में बड़ी छलांग लगाते हुए दूसरा स्थान हासिल कर लिया है. यहां प्रति व्यक्ति आय 4,93,024 रुपये तक पहुंच गई है, जो पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 7.3% ज्यादा है. इससे पहले गोवा दूसरे स्थान पर था ( ताजा डेटा अभी जारी होना बाकी है) टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, अगर गोवा का नया आंकड़ा आने के बाद वह फिर से आगे निकल भी जाए, तब भी दिल्ली टॉप-3 में बनी रहेगी.
पर कैपिटा इनकम रैंकिंग
सिक्किम में सालाना औसत आय लगभग 5.9 लाख रुपये है. दूसरे स्थान पर दिल्ली और तीसरे स्थान पर गोवा है. वहीं बड़े राज्यों में तमिलनाडु की प्रति व्यक्ति आय लगभग 3.2 लाख रुपये, हरियाणा की 3.3 लाख रुपये और कर्नाटक की भी लगभग 3.3 लाख रुपये है.
राज्य/UT | प्रति व्यक्ति आय (₹/सालाना) | क्या है खासियत |
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सिक्किम | 5.9 लाख | सबसे ज्यादा, लेकिन जनसंख्या बहुत कम |
दिल्ली | 4.93 लाख | दूसरे स्थान पर, बड़े शहरों में सबसे आगे |
गोवा | 4.9 लाख (पुराना डेटा) | लेटेस्ट डेटा आना बाकी |
हरियाणा | 3.3 लाख | बड़े राज्यों में टॉप पर |
कर्नाटक | 3.3 लाख | आईटी हब, लेकिन दिल्ली से पीछे |
तमिलनाडु | 3.2 लाख | बड़ा औद्योगिक राज्य |
दिल्ली का GSDP देश में 11वें स्थान पर
दिल्ली सरकार की रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली का सकल राज्य घरेलू उत्पाद (GSDP) 12 लाख करोड़ रुपये है. इस हिसाब से दिल्ली देश में 11वें स्थान पर है. वहीं सबसे ऊपर महाराष्ट्र है, इसके बाद तमिलनाडु दूसरे और उत्तर प्रदेश तीसरे स्थान पर है.
राज्य/UT | GSDP (₹ लाख करोड़) |
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महाराष्ट्र | 40.4 |
तमिलनाडु | 27.2 |
उत्तर प्रदेश | 27.0 |
कर्नाटक | 25.0 |
गुजरात | 22.0 |
पश्चिम बंगाल | 17.0 |
राजस्थान | 16.0 |
तेलंगाना | 15.0 |
आंध्र प्रदेश | 14.4 |
मध्य प्रदेश | 13.6 |
दिल्ली | 12.0 |
आखिर दिल्ली इतनी अमीर क्यों बनती जा रही है?
इसके दो मुख्य कारण हैं. पहला कारण है आबादी से ज्यादा अर्थव्यवस्था वाला फॉर्मूला यानी दिल्ली की आबादी देश की कुल आबादी का सिर्फ 1.6 फीसदी है, लेकिन यह देश की कुल अर्थव्यवस्था में करीब 3.7 का योगदान देती है. इसका मतलब है कि यहां आबादी की तुलना में अर्थव्यवस्था अधिक बड़ी है.
वहीं दूसरा कारण है अमेरिका-यूरोप जैसी अर्थव्यवस्था. दिल्ली की अर्थव्यवस्था ज्यादातर सर्विस सेक्टर पर आधारित है, जैसे आईटी, मीडिया, बैंकिंग, रियल एस्टेट और पर्यटन. दिल्ली की अर्थव्यवस्था का 86 फीसदी से ज्यादा हिस्सा सर्विस सेक्टर से आता है.
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