गोल्ड लोन लेने वालों को अब मिलेगा ज्यादा पैसा, RBI कर रहा बड़ी तैयारी, 1 लाख के सोने पर इतना मिलेगा कर्ज

Gold Loan LTV Limit: रिजर्व बैंक के मुख्यालय में संवाददाताओं से बातचीत में मल्होत्रा ने कहा कि यह छूट कुछ शर्तों के साथ दी जाएगी. LTV की गणना करते समय मूलधन और ब्याज दोनों को शामिल किया जाएगा. कुछ महीने पहले, आरबीआई ने गोल्ड लोन पर एक ड्राफ्ट जारी किया था.

गोल्ड लोन के नियम में बदलाव की तैयारी. Image Credit: Getty image

Gold Loan LTV Limit: छोटे कर्जदारों को राहत देने के उद्देश्य से भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने गोल्ड लोन के नियमों में ढील दी है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने गोल्ड के बदले लोन के नियमों में बदलाव की तैयारी कर रहा. रिजर्व बैंक के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने शुक्रवार को कहा कि केंद्रीय बैंक सोने के बदले कर्ज देने के लिए लोन टू वैल्यू (LTV) रेश्यो को मौजूदा 75 फीसदी से बढ़ाकर 85 फीसदी करने की तैयारी है. रिजर्व बैंक के मुख्यालय में संवाददाताओं से बातचीत में मल्होत्रा ने कहा कि यह छूट कुछ शर्तों के साथ दी जाएगी. LTV की गणना करते समय मूलधन और ब्याज दोनों को शामिल किया जाएगा, जबकि वर्तमान में केवल मूलधन पर ही जोर दिया जाता है.

लोन टू वैल्यू रेश्यो

उन्होंने कहा कि अभी तक लोन टू वैल्यू रेश्यो 75 फीसदी था. हम इसे 2.5 लाख रुपये से कम के छोटे लोन के लिए 85 फीसदी तक बढ़ा रहे हैं. उन्होंने कहा कि इसे सोने के लोन से जुड़े रेगुलेटरी में शामिल किया जाएगा. इस पर कुछ समय से काम चल रहा है. मल्होत्रा ने कहा कि संशोधित स्टैंडर्ड का उद्देश्य मिनिमम रिस्क के साथ इस कैटेगरी को बेहतर तरीके से रेगुलेट करता है.

अभी क्या कर रहे हैं बैंक?

आरबीआई गवर्नर ने कहा कि पब्लिक सेक्टर के वित्तीय संस्थान 75 फीसदी की मौजूदा LTV लिमिट के तहत गोल्ड लोन देते समय ब्याज और मूलधन दोनों को शामिल कर रहे हैं, लेकिन कुछ नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनियां और छोटे बैंकों में LTV को 88 फीसदी तक बढ़ाया जा रहा है.

कुछ महीने पहले, आरबीआई ने गोल्ड लोन पर एक ड्राफ्ट जारी किया था. उस समय मल्होत्रा ​​ने यह साफ किया था कि मसौदा पहले जारी किए गए सभी नियमों को केवल एक जगह लाने का कदम है.

क्या होगा फायदा?

अगर कोई उधारकर्ता 1 लाख रुपये का सोना गिरवी रखता है, तो उसे अब 85,000 रुपये तक का लोन मिल सकता है, जो पहले की तुलना में 10,000 रुपये अधिक है. इससे घरों और छोटे व्यवसायों के लिए लोन तक आसान पहुंच की उम्मीद है, खासकर ग्रामीण और सेमी-अर्बन क्षेत्रों में जहां गोल्ड लोन काफी पॉपुलर है.

गवर्नर ने कहा कि इस पर पब्लिक परामर्श और कदमों के प्रभाव का आकलन करने के बाद अंतिम निमन जारी किया जाएगा. मल्होत्रा ​​ने कहा कि अन्य पहलुओं के अलावा, नए गोल्ड लोन नियम मालिकाना हक पर भी स्पष्टता प्रदान करेंगे. इसमें स्व-घोषणा की सुविधा शामिल होगी.अगर उधारकर्ता सोने की खरीद की रसीद प्रस्तुत करने में असमर्थ हैं, वे स्व-घोषणा कर सकेंगे.

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