क्रिप्टो टोकन के नाम पर क्या खरीद रहे हैं आप? जानें क्या है Utility और Security टोकन; कैसे करते हैं ये काम

क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने से पहले यह समझना जरूरी है कि आप किस तरह के टोकन में पैसा लगा रहे हैं- यूटिलिटी टोकन या सिक्योरिटी टोकन. यूटिलिटी टोकन किसी डिजिटल सेवा या ऐप की सुविधाएं उपलब्ध कराते हैं, जबकि सिक्योरिटी टोकन किसी कंपनी या प्रोजेक्ट में हिस्सेदारी का अधिकार देते हैं. आइए समझते हैं दोनों के बारे में विस्तार से.

यूटिलिटी और सिक्योरिटी टोकन Image Credit: @Money9live

What is Utility and Security Token: क्रिप्टोकरेंसी और ब्लॉकचेन की दुनिया में कई तरह के टोकन होते हैं, जिनमें सबसे प्रमुख हैं यूटिलिटी टोकन (Utility Tokens) और सिक्योरिटी टोकन (Security Tokens). दोनों के इस्तेमाल, कीमत और सरकारी नियमों में बड़ा अंतर होता है. आइए समझते हैं कि ये टोकन क्या हैं और किस निवेश में क्या मिलता है और सबसे जरूरी कि इन दोनों टोकन में अंतर क्या होता है.

क्या होता है यूटिलिटी टोकन?

यूटिलिटी टोकन को यूजर टोकन भी कहा जाता है. इनका इस्तेमाल किसी खास डिसेंट्रलाइज्ड एप्लिकेशन (DApp) या ब्लॉकचेन प्रोजेक्ट के अंदर फैसिलिटीज या सर्विसेज तक पहुंच पाने के लिए किया जाता है. इन्हें अधिकतर ICO (Initial Coin Offering) या IDO (Initial DEX Offering) के दौरान जारी किया जाता है.

इसको उदाहरण से समझते हैं. Basic Attention Token (BAT) एक यूटिलिटी टोकन है जिसे Brave ब्राउजर पर विज्ञापन सेवाओं के लिए पेमेंट में इस्तेमाल किया जाता है. यहां यूजर ऐड देखने पर BAT टोकन कमा सकते हैं, जिन्हें बाद में इसी इकोसिस्टम में खर्च किया जा सकता है. ध्यान देने वाली बात यह है कि यूटिलिटी टोकन किसी प्रोजेक्ट में हिस्सेदारी या मुनाफा नहीं देते. यानी इनसे कोई ‘मालिकाना हक’ नहीं जुड़ा होता. अब बात सिक्योरिटी टोकन की.

क्या होता है सिक्योरिटी टोकन?

सिक्योरिटी टोकन असल दुनिया की किसी संपत्ति (asset) में हिस्सेदारी को दर्शाते हैं. ये टोकन किसी कंपनी के शेयर, प्रॉपर्टी या किसी प्रोजेक्ट में हिस्सेदारी का डिजिटल रूप होते हैं. ठीक वैसे जैसे शेयर मार्केट में स्टॉक्स होते हैं. अगर जिस कंपनी या प्रोजेक्ट ने सिक्योरिटी टोकन जारी किया है उसकी वैल्यू बढ़ती है, तो उस टोकन की कीमत भी बढ़ जाती है.

लेकिन इसके साथ इन टोकनों पर कानूनी नियम-कायदों का पालन करना जरूरी होता है, जैसे कि अमेरिका में Howey Test, जो तय करता है कि टोकन इन्वेस्टमेंट के रूप में इस्तेमाल हो रहा है या नहीं.

यूटिलिटी और सिक्योरिटी टोकन में क्या है फर्क?

पॉइन्टयूटिलिटी टोकन (सर्विस वाला टोकन)सिक्योरिटी टोकन (हिस्सेदारी वाला टोकन)
क्या करता है?किसी ऐप, वेबसाइट या प्लेटफॉर्म की सुविधा देता हैकिसी कंपनी, प्रोजेक्ट या संपत्ति में हिस्सेदारी देता है
उदाहरण के तौर परऐप में प्रीमियम फीचर अनलॉक करना, डिस्काउंट पानाकिसी कंपनी के शेयर जैसा होता है, मुनाफा हो सकता है
मालिकाना हक?इससे कोई हिस्सेदारी नहीं मिलतीइससे प्रोजेक्ट या कंपनी में हिस्सा मिलता है
नियम-कानून?ज्यादातर पर कोई सरकारी नियम लागू नहीं होतेपूरी तरह से सरकारी नियमों के तहत आते हैं (जैसे शेयर बाजार)
कीमत कैसे तय होती है?उस सर्विस या ऐप की मांग और इस्तेमाल पर आधारित होता हैकंपनी या संपत्ति की कीमत बढ़ेगी तो टोकन की कीमत भी बढ़ेगी
रिस्क और फायदानई सुविधाओं तक पहुंच मिलती है लेकिन कीमत में उतार-चढ़ाव ज्यादानियमों के कारण सुरक्षित होता है, लेकिन कानूनी पेच भी हो सकते हैं

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