प्रीमैच्योर विड्राॅल रुल, रिकवरी प्रोसेस समेत इन चीजों को जाने बिना EPFO के पैसों को न लगाएं हाथ

अगर आप पीएफ का प्रीमैच्योर विड्राॅल करने की योजना बना रहे हैं तो यह आर्टिकल आपके काम का हो सकता है. कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने गलत कारण बताकर पीएफ निकालने वालों के लिए अलर्ट जारी किया है. आइये जानते हैं कि ईपीएफओ में समय से पहले निकासी का क्या मतलब है और अगर निकासी गलत तरीके से की जाती है, तो रिकवरी प्रक्रिया के नियम क्या हैं?

ईपीएफओ प्रीमैच्योर विड्राॅल Image Credit: TV9 भारतवर्ष

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने उन लोगों के लिए चेतावनी जारी की है जो अपनी भविष्य निधि की बचत को उन कारणों से खर्च करने का इरादा रखते हैं जिनका उल्लेख सरकारी संस्था के नियमों और विनियमों में नहीं है. इसलिए अपनी जीवन भर की बचत को निकालने से पहले आपको प्रीमैच्योर विड्राॅल रुल, रिकवरी प्रोसेस समेत इन चीजों को जान लेना जरूरी है.

क्या है प्रीमैच्योर विड्राॅल

ईपीएफओ से प्रीमैच्योर विड्राॅल, किसी व्यक्ति की सेवानिवृत्ति से पहले अपने कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ) खाते से अग्रिम राशि के रूप में निकालने की प्रक्रिया है, जो पूरी या आंशिक राशि हो सकती है.

आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, ईपीएफ योजना 1952 में बताए गये कारणों के अलावा भविष्य निधि खाते से किए गये किसी भी विड्राॅल को उल्लंघन माना जा सकता है. उल्लंघन की स्थिति में, ईपीएफओ के पास दुरुपयोग की गई धनराशि की वसूली शुरू करने के साथ-साथ उस पर अतिरिक्त दंड लगाने का अधिकार है,

क्या है प्रीमैच्योर विड्राॅल की क्राईटेरिया

क्या है रिकवरी का प्रोसेस

EPFO के अनुसार, गलत वजह से पीएफ निकालना ईपीएफ स्कीम 1952 के तहत रिकवरी का कारण बन सकता है इसलिए PF का इस्तेमाल केवल जरूरी चीजों के लिए ही करें.

उदाहरण के लिए, यदि कोई ईपीएफओ सदस्य अपने घर के निर्माण के लिए पैसा निकालता है, लेकिन बाद में उसका उपयोग किसी अन्य उद्देश्य के लिए करता है, तो ईपीएफ योजना, 1952 के नियमों के अनुसार, इसे गलत माना जाएगा.

ईपीएफ योजना, 1952, 68बी(11) नियम के अनुसार, यदि EPFO के किसी सदस्य द्वारा दी गई निकासी का दुरुपयोग किया गया है, तो उसे उक्त निकासी की अनुमति की तिथि से तीन वर्ष की अवधि के भीतर कोई और निकासी नहीं दी जाएगी. या उक्त निकासी की राशि की पूरी वसूली की जाएगी और उस पर दंड के तौर पर ब्याज भी लगाया जा सकता है.