एन्युटी प्लान क्या है, पेंशन प्लान में क्या है इसकी जरूरत, जानें यह कैसे करता है काम
एन्युटी प्लान रिटायरमेंट प्लानिंग का टूल है जो नियमित आय की गारंटी देता है. इसमें निवेशक इंश्योरेंस कंपनी को लम्पसम या नियमित प्रीमियम का भुगतान करता है. इसके बाद कंपनी निवेशक को मंथली, तिमाही, छमाही या सालाना भुगतान करती है. इसमें अक्युमुलेशन और डिस्ट्रिब्यूशन के दो स्टेप होते हैं.
एन्युटी प्लान उन कई टूल्स में से एक है जो रिटायरमेंट की प्लानिंग के लिए उपयोग किए जाते हैं. इस तरह का प्लान आपको निर्धारित अंतराल पर एक फिक्स्ड अमाउंट पाने में मदद करता है. यह एक ऐसा कॉन्ट्रैक्ट है जो आप किसी इंश्योरेंस कंपनी या वित्तीय संस्था के साथ बनाते हैं जिसमें आप एक निश्चित अमाउंट का भुगतान करते हैं और उसके बदले में एक नियमित आय प्राप्त करते हैं. इस प्रक्रिया के 2 स्टेप हैं, इंवेस्टमेंट/अक्युमुलेशन फेज और डिस्ट्रिब्यूशन फेज. आप एक लम्पसम या नियमित प्रीमियम का भुगतान करते हैं और कंपनी इस राशि को मार्केट-लिंक्ड या फिक्स्ड इनकम इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश करती है. कंपनी आपकी जमा राशि को आपके द्वारा चुने गए भुगतान के अनुसार, मासिक, त्रैमासिक, अर्धवार्षिक या वार्षिक के रूप से लौटाती है. आइये पूरा कैलकुलेशन समझते हैं.
एन्युटी प्लान के प्रकार
फिक्स्ड
जैसा कि नाम से पता चलता है, इस प्लान में आपको मिलने वाली राशि पॉलिसी खरीदने के समय तय होती है और पूरे टर्म के लिए समान रहती है. यह मार्केट फ्लक्चुएशन्स से प्रभावित नहीं होती है इसलिए एन्युटी की राशि ‘गारंटीड’ होती है. यह कम रिस्क लेने वाले निवेशकों के लिए अच्छा है.
वैरिएबल
इसमें आपकी निवेश राशि पर मार्केट-लिंक्ड रिटर्न मिलता है. इसका मतलब है कि एन्युटी की राशि मार्केट परफॉर्मेंस के अनुसार घट या बड़ सकती है. यह उन निवेशकों के लिए उपयुक्त है जो थोड़े रिस्क के साथ हाई रिटर्न कमाने की उम्नीद करते हैं.
इमीडिएट
इसमें कोई निवेश स्टेप नहीं होता है और निवेश होने के तुरंत बाद आपको पेआउट मिलना शुरू हो जाता है. इसलिए आपको लंबे समय तक प्रीमियम नहीं जमा करना पड़ता. यह उन लोगों के लिए अच्छा है जिनके पास बड़ा कॉर्पस है और जो तुरंत नियमित आय शुरू करना चाहते हैं.
डिफर्ड
इसमें आप एक निश्चित अवधि के लिए निवेश करते हैं और भुगतान इस अवधि के बाद ही शुरू होता है. यह उन लोगों के लिए उपयुक्त है जिनके पास रिटायर होने और लंबे समय तक नियमित निवेश करने का पर्याप्त समय है ताकि वे एक बड़ा कॉर्पस बना सकें. इसे वे लोग चुन सकते हैं जो काम कर रहे हैं और 10-15 साल बाद रिटायर होने वाले हैं.
पेंशन प्लान में क्या है इसकी जरूरत है
पेंशन प्लान में एन्युटी प्लान को शामिल कर आप रिटायरमेंट होने तक पर्याप्त फंड इकट्ठा कर सकते हैं. आप यह भी चुन सकते हैं कि आपको पेआउट कैसे प्राप्त करना हैं, ताकि आप अपने खर्चों की योजना उसी हिसाब से बना सकें. ज्यादातर एन्युटी प्लान्स या पेंशन प्लान्स में मंथली इनकम का विकल्प होता है, ताकि आप अपने खर्चों की योजना बना सकें और अपने दूसरे प्रमुख लक्ष्यों के लिए कुछ पैसे अलग रख सकें.
यह कैसे काम करता है
टाटा AIA के अनुसार, अगर आज कोई 45 वर्षीय पेशेवर अपने रिटायरमेंट की योजना बनाना चाहता है ताकि सैलरी न मिलने पर उसे रेगुलर इनकम मिल सके तो वह अपनी पसंद के एन्युटी प्लान (10 साल के लिए 2 लाख) में ₹20 लाख का निवेश करता है. यह एन्युटी प्लान अगले 15 सालों के लिए या उसके 60 साल के होने और रिटायर होने तक निवेश पर रिटर्न इकट्ठा करेगा. इसके बाद, मौजूदा एन्युटी की दरें लॉक हो जाएंगी और रिटायर होने के बाद उसे जीवन भर रेगुलर इनकम के तौर पर ₹2 लाख से लेकर ₹2.5 लाख के बीच हर साल मिल सकेंगे.