फ्लॉप हुई DDA की ये योजनाएं! 25 फीसदी छूट के बाद भी नहीं मिल रहे फ्लैट के खरीदार; 31 मार्च तक है मौका
डीडीए ने स्पेशल हाउसिंग योजना 2025 के लिए ई-नीलानी के तहत 108 फ्लैट पेश किए थे. ये फ्लैट द्वारका, वसंत कुंज और रोहिणी जैसे इलाकों में बने हुए हैं. इनमें LIG, MIG और HIG कैटेगरी के फ्लैट शामिल हैं. लेकिन अभी तक केवल 83 फ्लैट ही बिक पाए हैं.

DDA Housing Scheme: दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) की न्यू हाउसिंग स्कीम ‘सबका घर आवास योजना’ और ‘श्रमिक आवास योजना’ को मार्केट में अच्छा रिस्पॉन्स नहीं मिल रहा है. लोग इन दोनों स्कीम में ज्यादा दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं. इसका अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि स्कीम को लॉन्च हुए करीब दो महीने होने को हैं, लेकिन फ्लैट्स की बिक्री बहुत धीमी गति से हो रही है. कहा जा रहा है कि अभी तक कुल फ्लैट्स की 26.5 फीसदी ही सेलिंग हो पाई है. यानी DDA की स्कीम में लोग निवेश करना पसंद नहीं कर रहे हैं.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, डीडीए ने 6 जनवरी को तीन हाउसिंग स्कीम शुरू की थी. इन स्कीम्स का मुख्य उदेश्य आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को किफायती रेट पर आवास उपलब्ध कराना था. लेकिन इस स्कीम्स में लोगों ने उतना उत्साह नहीं दिखाया. रिपोर्ट के अनुसार, DDA ने तीनों स्कीम के तहत कुल 9,887 फ्लैट बेचने का लक्ष्य रखा था, लेकिन अब तक केवल 2,628 फ्लैट की ही बिक्री हो पाई है. यानी DDA 26.5 फीसदी ही फ्लैट बेच पाया है.
क्यों फ्लॉप हो रहीं योजनाएं
डीडीए के फ्लैट की सेलिंग में गिरावट का यह कोई पहला मामला नहीं है. पिछले कई साल से डीडीए की स्कीम्स फ्लॉप हो रही हैं. लोग डीडीए के फ्लैट खरीदने में उतना अधिक रूचि नहीं दिखा रहे हैं. एक्सपर्ट का कहना है कि डीडीए के फ्लैट काफी छोटे हैं. साथ ही इसमें सुविधाओं की भी कमी है. इसके अलावा डीडीए के ये फ्लैट ऐसी जगह पर बनाए गए हैं, जहां से यातायात की भी अच्छी व्यवस्था नहीं है. यही वजह है कि लोग डीडीए के फ्लैट में कम रुचि ले रहे हैं.
कुल 2,440 फ्लैट ही बिक पाए हैं
डीडीए के ये फ्लैट ‘सबका घर आवास योजना’ के तहत बनाए गए हैं. ये फ्लैट लोकनायक पुरम, नरेला और सिरसपुर में बनाए गए हैं, जिनकी कुल संख्या 9,079 है. खास बात यह है कि ‘सबका घर आवास योजना के तहत’ के तहत ऑटोरिक्शा चालक, रेहड़ी-पटरी वाले, महिलाएं और वॉर विडोज के लिए 25 फीसदी की छूट दी गई थी. इसके बावजूद भी फ्लैट की बिक्री ने रफ्तार नहीं पकड़ी है. अधिकारियों का कहना है कि इस छूट योजना के तहत कुल 2,440 फ्लैट ही बिक पाए हैं, जिनमें से 2,000 फ्लैट EWS कैटेगरी के हैं. इन फ्लैटों में से 769 घर HIG और MIG के थे.
EWS के लिए अलग से जोड़े गए फ्लैट
शुरुआत में डीडीए ने ‘सबका घर आवास योजना के तहत’के तहत 7,579 फ्लैट बेचने की प्लानिंग की थी. लेकिन सस्ते फ्लैट की मांग बढ़ने के चलते उसने 500 अतिरिक्त EWS फ्लैट और योजना में जोड़ दिया. फिर 10 फरवरी को डीडीए ने 1,000 और फ्लैट इस स्कीम में और प्लस कर दिया. अधिकारियों का कहना है कि मेट्रो की मंजूरी मिलने के बाद नरेला में सस्ते फ्लैट की बिक्री बढ़ गई है.
श्रमिक आवास योजना के तहत बिक्री
वहीं, श्रमिक आवास योजना के तहत डीडीए ने नरेला में कंस्ट्रक्शन वर्कर्स के लिए 700 EWS फ्लैट पेश किए थे. इन फ्लैट पर 25 फीसदी की छूटी दी गई. लेकिन इसके बावजूद भी अभी तक केवल 105 फ्लैट की बिक पाए हैं. वहीं, दोनों योजना के तहत ग्राहक 31 मार्च तक ही फ्लैट की खरीदारी कर सकते हैं. क्योंकि इसके बाद फ्लैट सेलिंग की टाइमिंग समाप्त हो जाएगी.
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