रियल एस्टेट बाजार में विस्फोट, 6 साल में गुरुग्राम में घर खरीदना हुआ 150% महंगा, बढ़ रही प्रीमियम घरों की मांग
भारत के रियल एस्टेट बाजार में 2025 यादगार साल रहा. प्रमुख शहरों में घरों की कीमतें तेजी से बढ़ीं. गुरुग्राम में 2019 से 150%, पुणे में 115% और नोएडा में 104% की वृद्धि. बिक्री मात्रा 5% घटी, लेकिन कुल मूल्य 11% बढ़ा क्योंकि प्रीमियम व लग्जरी घरों की मांग बढ़ी. अमीर वर्ग की बढ़ती संख्या ने बाजार को संभाला.
Real Estate Market in 2025: भारत के रियल एस्टेट बाजार में 2025 एक शानदार वर्ष रहा, जहां प्रमुख शहरों में आवासीय संपत्तियों की कीमतें तेजी से बढ़ीं. स्क्वायर यार्ड्स की रिपोर्ट के अनुसार, 2019 से अब तक गुरुग्राम में घरों की कीमतें सबसे अधिक 150% उछलीं, इसके बाद पुणे में 115%, नोएडा-ग्रेटर नोएडा में 104%, मुंबई में 97% और बेंगलुरु में 98% की वृद्धि दर्ज की गई. नौ प्रमुख शहरों में बिक्री की मात्रा 5% घटी, लेकिन कुल बिक्री मूल्य 11% से अधिक बढ़ा, क्योंकि औसत डील साइज में 22% की बढ़ोतरी हुई. यह बदलाव मुख्य रूप से प्रीमियम और लग्जरी सेगमेंट की बढ़ती मांग से हुआ, जो अमीर वर्ग की बढ़ती संख्या और आय का परिणाम है.
कहां घर खरीदना हुआ महंगा?
बिजनेस टुडे के मुताबिक, गुरुग्राम के बाद पुणे में कीमतें 115% बढ़ीं, जबकि नोएडा और ग्रेटर नोएडा में 104% की बढ़ोतरी हुई. मुंबई में 97% और बेंगलुरु में 98% की वृद्धि दर्ज की गई. नौ प्रमुख शहरों में घरों की बिक्री 2025 में 5% घट गई, लेकिन कुल बिक्री मूल्य 11% से ज्यादा बढ़ गया. हर डील के साइज में भी 22 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. यानी पहले की तुलना में अब घर खरीदने वाले खरीददार 22 फीसदी अधिक राशि देने के लिए तैयार हैं. यानी महंगे घरों की बिक्री ज्यादा हुई.
प्रीमियम घरों की मांग में तेजी
रिपोर्ट के अनुसार, भारत में अमीर लोगों की संख्या तेजी से बढ़ रही है और उनकी आय ज्यादा हो रही है. इसलिए 2025 में मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन (एमएमआर) जैसे बाजारों में प्रीमियम और लग्जरी घरों की मांग बढ़ी है.
2026 में कैसा होगा हाउसिंग मार्केट?
2025 भारत के रियल एस्टेट सेक्टर के लिए बहुत खास साल रहा. इसमें बड़े नीतिगत बदलाव हुए, हर तरह की संपत्ति की अच्छी मांग रही. तेजी के होते शहरों का विकास ने इसके लिए ट्रिगर प्वाइंट रहा. सेक्टर ने मजबूती दिखाई और खुद को ज्यादा पारदर्शी, तकनीक से जुड़ा तथा ग्राहक के हित में काम करने वाला बनाया. एक्सपर्ट के अनुसार, भारत का हाउसिंग मार्केट 2026 में संतुलित और स्थिर विकास के लिए अच्छी स्थिति में है. इसमें घरों की सप्लाई नियंत्रित रहेगी और मध्यम आय वाले सेगमेंट की मांग फिर से बढ़ेगी.