बड़े नाम नहीं, ये 2 SME डिफेंस स्टॉक्स कर रहे धमाका! प्रॉफिट ग्रोथ 75% के पार; 5 साल में दिया 944% का रिटर्न
भारत में सुरक्षा जरूरतें बढ़ रही हैं. सरकार की नीति है कि सेना के लिए ज्यादा से ज्यादा सामान देश में ही बने. इसका असर डिफेंस एक्सपोर्ट पर भी दिखा है. साल 2014 के बाद से भारत का डिफेंस निर्यात कई गुना बढ़ चुका है. FY25 में एक्सपोर्ट करीब 2.76 अरब डॉलर तक पहुंच गया.
2 small defense stocks: भारत आज दुनिया की सबसे मजबूत सैन्य ताकतों में गिना जाता है. बीते कुछ सालों में सरकार ने रक्षा क्षेत्र को आत्मनिर्भर बनाने पर खास जोर दिया है. आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत अब हथियार, उपकरण और तकनीक बाहर से मंगाने के बजाय देश में ही तैयार की जा रही है. इसका सीधा फायदा भारतीय डिफेंस कंपनियों को मिल रहा है. जहां एक तरफ HAL और BEL जैसे बड़े नाम चर्चा में रहते हैं, वहीं दूसरी तरफ कुछ छोटे और कम-चर्चित डिफेंस शेयर भी जबरदस्त ग्रोथ दिखा रहे हैं.
खास बात यह है कि ये कंपनियां SME एक्सचेंज पर लिस्टेड हैं और इन्होंने मुनाफे के मामले में इंडस्ट्री को भी पीछे छोड़ दिया है. हालांकि, SME शेयरों में निवेश जोखिम भरा होता है, लेकिन मजबूत ऑर्डर बुक और तेजी से बढ़ता प्रॉफिट इन्हें खास बनाता है. आइए जानते हैं ऐसे ही दो SME डिफेंस शेयरों की कहानी, जिन्होंने 5 साल में 75 फीसदी से ज्यादा प्रॉफिट ग्रोथ दिखाई है.
डिफेंस सेक्टर को क्यों मिल रहा है बूस्ट
भारत में सुरक्षा जरूरतें बढ़ रही हैं. सरकार की नीति है कि सेना के लिए ज्यादा से ज्यादा सामान देश में ही बने. इसका असर डिफेंस एक्सपोर्ट पर भी दिखा है. साल 2014 के बाद से भारत का डिफेंस निर्यात कई गुना बढ़ चुका है. FY25 में एक्सपोर्ट करीब 2.76 अरब डॉलर तक पहुंच गया. इसमें प्राइवेट कंपनियों की बड़ी भूमिका रही है. FY26 के शुरुआती महीनों में ही हजारों करोड़ रुपये के विदेशी ऑर्डर मिल चुके हैं. SME शेयरों में खरीद-बिक्री आसान नहीं होती. कम लिक्विडिटी, छोटे इक्विटी बेस और तेज उतार-चढ़ाव का खतरा रहता है. कई बार निवेशक फंस भी जाते हैं. इसलिए ऐसे शेयरों में बहुत सोच-समझकर कदम रखना जरूरी है.
कृष्णा डिफेंस
कृष्णा डिफेंस एंड एलाइड इंडस्ट्रीज साल 1997 में शुरू हुई थी. यह कंपनी भारतीय नौसेना और सेना के लिए जरूरी उपकरण और पार्ट्स बनाती है. पिछले 5 साल में कंपनी की बिक्री ₹25 करोड़ से बढ़कर ₹194 करोड़ हो गई है. मुनाफा तो और भी तेज बढ़ा है. FY20 में जहां मुनाफा ₹1 करोड़ से कम था, वहीं FY25 में यह ₹22 करोड़ पहुंच गया. शेयर की कीमत लिस्टिंग के बाद कई गुना बढ़ चुकी है, हालांकि अभी यह अपने ऊपरी स्तर से नीचे ट्रेड कर रहा है. कंपनी का ऑर्डर बुक भी मजबूत है.
CFF फ्लूड कंट्रोल
CFF फ्लूड कंट्रोल भारतीय नौसेना के लिए सबमरीन और जहाजों में इस्तेमाल होने वाले सिस्टम बनाती है. FY20 से FY25 के बीच कंपनी की बिक्री ₹32 करोड़ से बढ़कर ₹146 करोड़ हो गई. मुनाफा भी तेजी से बढ़कर ₹24 करोड़ तक पहुंच गया. शेयर ने लिस्टिंग के बाद अच्छा रिटर्न दिया है और फिलहाल यह भी अपने हाई से नीचे है. कंपनी के पास ₹500 करोड़ से ज्यादा का ऑर्डर बुक है.
क्या ये आगे भी चमकेंगे?
आत्मनिर्भर भारत की रफ्तार तेज है और डिफेंस सेक्टर में मौके भी बढ़ रहे हैं. कृष्णा डिफेंस और CFF फ्लूड कंट्रोल ने दिखा दिया है कि छोटे खिलाड़ी भी बड़ा खेल खेल सकते हैं. लेकिन SME शेयरों में जोखिम हमेशा बना रहता है. मजबूत ऑर्डर बुक इनके लिए उम्मीद जगाती है, पर निवेश से पहले सावधानी जरूरी है. साल 2026 में ये शेयर लंबी रेस के घोड़े बनेंगे या नहीं, इसका फैसला समय ही करेगा.
डेटा सोर्स: FE, Groww, Trendlyne
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