इन 5 ग्रीन एनर्जी स्टॉक को मिल रहा सरकारी योजनाओं का सहारा, ग्रोथ स्ट्रेटेजी मजबूत, शेयर दे रहें लगातार रिटर्न

भारत सौर ऊर्जा के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है. सरकार का लक्ष्य है कि 2028 तक सोलर से जुड़ी हर चीज देश में ही बने और 2030 तक 500 GW रिन्यूएबल एनर्जी का लक्ष्य हासिल किया जाए. इस तेजी से बढ़ते सेक्टर में काम करने वाली कंपनियों और निवेशकों दोनों के लिए नए मुनाफे के मौके खुल रहे हैं.

5 Green Energy Stocks Image Credit: @Grok

5 Green Energy Stocks: भारत तेजी से सौर ऊर्जा के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है. सरकार का लक्ष्य है कि 2028 तक सोलर एनर्जी से जुड़ी हर चीज मटेरियल से लेकर सोलर सेल तक देश में ही बने. 2030 तक 500 GW रिन्यूएबल ऊर्जा (Renewable Energy) का लक्ष्य रखा गया है. अगर सब कुछ प्लान के मुताबिक चला तो भारत न सिर्फ ग्रीन एनर्जी का लीडर बनेगा बल्कि सौर तकनीक में आत्मनिर्भर भी हो जाएगा.

अब ऐसे में जैसे-जैसे रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में बूम आएगा वैसे ही इस सेक्टर में काम करने वाली कंपनियों के मुनाफे में तेजी दिखेगी. साथ ही इनके स्टॉक में पैसा लगाने वाले निवेशकों की जेब भी गर्म होगी. इस रिपोर्ट में आप उन 5 कंपनियों के बारे में जानेंगे जो इस सेक्टर की लीडर मानी जाती है. इसके अलावा भारत रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर कैसा उसकी भी झलक दिखेगी.

रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर की झलक

रिन्यूएबल ऊर्जा क्षमता के मामले में भारत अब दुनिया में चौथे नंबर पर है. भारत विंड एनर्जी में चौथा और सौर ऊर्जा में तीसरा स्थान है. 30 सितंबर 2025 तक भारत की कुल बिजली क्षमता 500.89 GW हो गई है. इसमें से 256.09 GW गैर-जीवाश्म ईंधन यानी ग्रीन एनर्जी से है. सौर ऊर्जा की हिस्सेदारी सबसे ज्यादा है. भारत के पास अब 127.33 GW सोलर और 53.12 GW विंड एनर्जी की क्षमता है.

भारत अब खुद सौर उपकरण बनाने पर जोर दे रहा है. 2024 में जहां 38 GW सौर मॉड्यूल बनते थे, वहीं 2025 में यह क्षमता बढ़कर 100 GW हो गई है. सोलर सेल उत्पादन भी 27 GW तक पहुंच गया है. देश की पहली वेफर-इंगॉट फैक्ट्री (2.2 GW) भी शुरू हो चुकी है. अब सौर सप्लाई चेन पूरी तरह भारत में बनने की दिशा में काम हो रहा है.

Adani Green Energy Ltd – AGEL

अदानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड भारत की सबसे बड़ी रिन्यूएबल एनर्जी कंपनी है. यह कंपनी बड़े पैमाने पर सोलर, विंड, हाइब्रिड और ऊर्जा भंडारण परियोजनाओं का विकास और संचालन करती है. वर्तमान में AGEL की संचालन क्षमता 16.7 GW से अधिक है, जो 12 राज्यों में फैली हुई है. कंपनी का लक्ष्य है कि 2030 तक अपनी क्षमता को बढ़ाकर 50 GW तक पहुंचाया जाए. एक शेयर की कीमत 1059.80 रुपये है. पांच साल निवेशकों को 20 फीसदी का मुनाफा हुआ है.

Tata Power Company Ltd

टाटा पावर कंपनी लिमिटेड टाटा समूह की प्रमुख कंपनी है. इसका कुल पोर्टफोलियो 26.03 GW का है, जिसमें से 17.2 GW ग्रीन एनर्जी से आता है. कंपनी का लक्ष्य है कि 2030 तक अपनी स्वच्छ ऊर्जा क्षमता को 20 GW से अधिक कर ले और अपनी कुल बिजली उत्पादन का कम से कम 70 फीसदी हिस्सा रिन्यूएबल स्रोतों से प्राप्त करे. इसके शेयर की कीमत 393 रुपये हैं. पांच साल में इसने 609 फीसदी तक रिटर्न दिया है.

NTPC Green Energy Ltd – NGEL

एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड, एनटीपीसी लिमिटेड की सहायक कंपनी है और यह भारत की सबसे बड़ी सार्वजनिक क्षेत्र की रिन्यूएबल एनर्जी कंपनी है (हाइड्रो प्रोजेक्ट्स को छोड़कर).वर्तमान में NGEL की संचालन क्षमता 5,419 MW सौर ऊर्जा और 483 MW पवन ऊर्जा की है. कंपनी ने 2032 तक अपनी नवीकरणीय क्षमता को बढ़ाकर 60 GW तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है. एक शेयर खरीदने के लिए 98.96 रुपये निवेश करने होंगे. लिस्टिंग के बाद से इसने 11 फीसदी का निगेटिव रिटर्न दिया है.

Waaree Energies Ltd

वारी एनर्जीज लिमिटेड भारत की अग्रणी नवीकरणीय ऊर्जा कंपनी है जो सौर पैनलों के निर्माण, EPC सेवाओं और प्रोजेक्ट डेवलपमेंट सेक्टर में काम करती है. कंपनी की सौर PV मॉड्यूल निर्माण क्षमता 18.7 GW और सौर सेल निर्माण क्षमता 5.4 GW है. वारी एनर्जीज भारत के साथ-साथ 25 से अधिक देशों में काम कर रही है. इसके शेयर की कीमत 3276 रुपये है. लिस्टिंग के बाद इसने 31 फीसदी का रिटर्न दिया है.

JSW Energy Ltd

जेएसडब्ल्यू एनर्जी लिमिटेड भारत की प्रमुख प्राइवेट एनर्जी उत्पादक कंपनियों में से एक है. कंपनी का कारोबार ऊर्जा उत्पादन और ट्रांसमिशन दोनों क्षेत्रों में फैला हुआ है. वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही तक कंपनी की स्थापित क्षमता 13,211 MW है, जबकि 12,540 MW की परियोजनाएं निर्माणाधीन हैं. पांच साल में इसने 758 फीसदी का रिटर्न दिया है. इसके एक शेयर की कीमत 519.15 रुपये है.

सरकारी नीतियों का असर

सरकार घरों और किसानों को सौर ऊर्जा अपनाने के लिए कई योजनाएं चला रही है. PM सूर्या घर मुफ्त बिजली योजना के तहत एक करोड़ घरों को हर महीने 300 यूनिट मुफ्त बिजली मिलेगी. 1 kW सिस्टम पर 30,000 रुपये तक की सब्सिडी दी जा रही है. इससे हर परिवार सालाना करीब 15,000 रुपये बचा सकता है. PM-कुसुम योजना के तहत किसानों को सौर पंप लगाने पर 30-50 फीसदी तक की सब्सिडी मिलती है. वे अतिरिक्त बिजली बेचकर अतिरिक्त आय भी कमा सकते हैं. बड़ी परियोजनाओं के लिए सरकार 40 GW क्षमता वाले सोलर पार्क बना रही है. अभी तक 53 पार्कों को मंजूरी दी जा चुकी है, जिनमें से 13,800 MW चालू हो चुके हैं.

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.