जिन्होंने 17 साल पहले अनिल अंबानी पर किया था भरोसा, अब पलटेगी किस्मत! डूबा पैसा कराएगा कमाई?

अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस पावर का आईपीओ साल 2008 में लॉन्‍च हुआ था, निवेशकों ने इसमें जमकर पैसा लगाया था, लेकिन लिस्टिंग के पहले दिन ही ये लुढ़क गया था. तब से ये रिकवर नहीं हो पाया है. मगर हाल ही में इसके शेयरों में आई तेजी से निवेशकों ने दोबारा अनिल अंबानी के लिए भरोसा जगाया है.

रिलायंस पावर से जुड़े निवेशकों की क्‍या बदलेगी किस्‍मत Image Credit: money9

Reliance Power share price: कर्ज चुकाने और लगातार नए-नए डील को लेकर अनिल अंबानी आजकल खूब लाइमलाइट में हैं. उनकी दोनों कंपनियां रिलायंस इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर और रिलायंस पावर दोनों के शेयरों में पिछले कुछ समय से जबरदस्‍त तेजी देखने को मिल रही है. जिससे इन कंपनियों में दांव लगाने वालों की चांदी हो रही है. शेयरों में आए इस उछाल से रिलायंस पावर से जुड़े उन निवेशकों की उम्‍मीद जगी है जिन्‍होंने इसमें 17 साल पहले निवेश किया था और आज भी इस कंपनी से जुड़े हुए हैं. चूंकि साल 2008 में अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस पावर का आईपीओ बाजार में उतरा था, इसने मार्केट में काफी सुर्खियां बंटोरी थी. मगर लिस्टिंग के दिन ही इसके आईपीओ ने निवेशकों की उम्‍मीदें तोड़ दी थी. ये पहले ही दिन अपने इश्‍यू प्राइस से 17 फीसदी गिरकर बंद हुआ था. तो उस वक्‍त क्‍या थी रिलायंस पावर के शेयरों की कीमत और अभी स्‍टॉक में आई तेजी से क्‍या कंपनी से जुड़े निवेशक को पैसे होंगे रिकवर, जानें पूरी डिटेल.

IPO को मिला था बंपर सब्‍सक्रिप्‍शन

रिलायंस पावर का IPO 11 फरवरी 2008 को BSE और NSE पर लिस्ट हुआ था. उस वक्त इसका प्राइस बैंड 450 रुपये प्रति शेयर था. रिटेल निवेशकों के लिए मिनिमम लॉट साइज 15 शेयरों का था, यानी उन्‍हें कम से कम 6,075 रुपये लगाने थे. IPO को डेब्‍यू से पहले ही जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला था. ये 73.04 गुना सब्सक्राइब हुआ था, जिसमें रिटेल कैटेगरी में 14.87 गुना, QIB में 82.62 गुना और NII में 190.02 गुना सब्सक्रिप्शन मिला. इस IPO ने 11,563 करोड़ रुपये जुटाए, जो उस समय भारत के सबसे बड़े IPOs में से एक था.

लिस्टिंग के दिन ही 17% लुढ़का

सब्‍सक्रिप्‍शन के दौरान निवेशकों ने भले ही अनिल अंबानी की कंपनी के आईपीओ पर जमकर प्‍यार लुटाया हो, लेकिन लिस्टिंग के दिन ही स्टॉक ने उन्‍हें निराश किया था. शेयर लिस्टिंग के वक्‍त दिन में 599 रुपये तक गया, मगर बाद में ये 17 फीसदी तक लुढ़ककर 372 रुपये पर बंद हुआ. इसके बाद ये कभी अपने इश्यू प्राइस तक नहीं पहुंच सका. निवेशकों को कंपनी से जोड़े रखने के मकसद से अनिल अंबानी ने 3:5 के रेशियो में बोनस शेयर जारी करने का ऐलान किया था, लेकिन स्टॉक अभी भी अपने एडजस्टेड इश्यू प्राइस से काफी नीचे ट्रेड कर रहा है.

शेयरों में आई तेजी, पर इश्‍यू प्राइस से है नीचे

पिछले कुछ ट्रेडिंग सेशंस में रिलायंस पावर के शेयरों ने बाजार में धूम मचा रखी है. बीते पांच कारोबारी दिनों में इस स्टॉक में 16% की बढ़त देखने को मिली. पिछले एक महीने में शेयर ने 70% से ज्यादा और छह महीनों में 65% का तगड़ा रिटर्न दिया है. अगर पिछले एक साल की बात करें, तो रिलायंस पावर के शेयरों ने 153% की जबरदस्त उछाल दर्ज की है. वर्तमान में इसके शेयर 67.32 रुपये है. ये अपने इश्‍यू प्राइस 450 रुपये से अभी भी काफी नीचे ट्रेड कर रहा है.

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क्या है रिलायंस पावर की उड़ान की वजह?

रिलायंस पावर की इस शानदार रैली के पीछे कई बड़े कारण हैं:

  • नए ऑर्डर्स और सेबी केस में मिली राहत ने रिलायंस पावर स्टॉक की तेजी को सपोर्ट किया है.
  • रिलायंस पावर ने भूटान की ड्रक होल्डिंग एंड इनवेस्टमेंट (DHI) के साथ मिलकर 2,000 करोड़ रुपये का सोलर पावर प्रोजेक्ट शुरू किया है. ये भूटान का सबसे बड़ा सोलर प्रोजेक्ट है, इससे भी निवेशकों का भरोसा बढ़ा है.
  • जनवरी-मार्च 2025 की तिमाही में रिलायंस पावर ने 125.57 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया, जबकि पिछले साल की इसी तिमाही में 397.56 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था. इस जबरदस्त टर्नअराउंड ने निवेशकों का सेंटिमेंट बूस्ट किया है.
  • अनिल अंबानी ग्रुप (ADAG) की कंपनियां, खासकर रिलायंस पावर और रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर, कर्ज कम करने में जुटी हैं. रिलायंस पावर ने प्रीफरेंशियल अलॉटमेंट के जरिए पूंजी जुटाई है. इससे भी शेयरों में तेजी आई है.