Nifty Outlook: अप्रैल में कहां और कैसे मिलेगा मुनाफा, क्या कहती है ACMIIL की अल्फा ट्रेंड रिपोर्ट?
Nifty में पिछले पांच महीने से जारी गिरावट का दौर थमता नजर आ रहा है. ब्रोकरेज फर्म ACMIIL की अल्फा ट्रेंड रिपोर्ट में बताया गया है कि अप्रैल में निफ्टी में कहां तक जा सकता है. इसके साथ ही टेक्निकल एनालिसिस के जरिये बताया गया है कि निफ्टी के कौनसे अहम लेवल हैं, जो मजबूती का संकेत देते हैं. जानते हैं रिपोर्ट के हिसाब से अप्रैल में कैसे और कहां मुनाफा बनाया जा सकता है?
Indian Share Market में सितंबर 2024 के शीर्ष स्तर से अच्छा खासा करेक्शन आ चुका है. बीते पांच महीने में बाजार ऑल टाइम हाई से टूटते हुए 52 वीक लो के आसपास तक पहुंचा. अब फिलहाल एक स्लो लेकिन, मजबूत रिकवरी की तरफ बढ़ता दिख रहा है. अक्टूबर से फरवरी तक लगातार निफ्टी महीने दर महीने गिरावट के साथ बंद हुआ, लेकिन अब मार्च में यह सिलसिला खत्म हो गया है.
निफ्टी ने बनाया मजबूत बेस
ब्रोकरेज फर्म ACMIIL यानी Asit C Mehta Investment Intermediates Ltd ने अप्रैल में निफ्टी को लेकर अपना आउटलुक जारी किया है. इस रिपोर्ट में कहा गया है कि निफ्टी ने पांच महीनों की गिरावट के रुख को तोड़ते हुए 21,800 से 22,000 के बीच मजबूत बेस बनाया है. ACMIIL के अल्फा ट्रेंड्स रिपोर्ट के मुताबिक इस रिकवरी से बाजार में सेंटिमेंट बदलने के मजबूत संकेत दिख रहे हैं. हालांकि, रिपोर्ट में कहा गया है कि निवेशकों को भरोसा तभी होगा, जब यह इंडेक्स 23,800 से ऊपर स्थिर होता है. हालांकि, तब तक हर डिप पर खरीदारी की रणनीति पर काम किया जा सकता है.
ये हैं निफ्टी प्रमुख सपोर्ट लेवल
रिपोर्ट में बताया गया है कि बाजार में मंदी की लंबी अवधि के बाद अब उम्मीद की रोशनी दिखाई दे रही है. निफ्टी के मौजूदा रिकवरी फेज में फिलहाल 22,700 का एक मिड सपोर्ट है, वहीं 22,000 के स्ट्रॉन्ग सपोर्ट बेस बना हुआ है. हालांकि, वीकली चार्ट पर 38.2% रिट्रेसमेंट लेवल के ऊपर नहीं टिकने से कैंडलस्टिक में निर्णायक ट्रेंड नजर नहीं आ रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक 23,800 से ऊपर स्टेबिलिटी बेहद जरूरी है, इसके बाद इंडेक्स 24,800 से 25,000 तक पहुंच सकता है.
वैश्विक प्रभाव और कमोडिटी प्रदर्शन
रिपोर्ट में कहा गया है कि वैश्विक आर्थिक प्रभाव भी घरेलू बाजार के प्रदर्शन में देखा जा रहा है. कमोडिटी कीमतों में बड़ा उछाल आया है. सोने की कीमत मार्च में 9% से ज्यादा बढ़कर 3,123 डॉलर प्रति आउंस हो गई है और चांदी 34.08 डॉलर प्रति आउंस तक पहुंच गई है. यह ट्रेंड बताता है कि सुरक्षित निवेश विकल्पों में रुचि बढ़ी है. वहीं, ब्रेंट क्रूड का मूल्य लगभग 74.67 डॉलर प्रति बैरल पर स्थिर है, जबकि भारत और अमेरिका दोनों में बॉन्ड यील्ड में मामूली बदलाव देखने को मिले हैं. ये सभी संकेत संभावित उतार-चढ़ाव को दिखाते हैं.
इन सेक्टर में दिखेगी तेजी
रिपोर्ट में बताया गया है कि मध्यम आकार और छोटे आकार के सेक्टर में 7-9% की वृद्धि देखने को मिली है, जबकि कुछ तकनीकी स्टॉक्स पिछड़ रहे हैं. रिलेेटिव रोटेशन ग्राफ यानी RRG टूल के मुताबिक आने वाले दिनों में ऊर्जा और धातु जैसे सेक्टर में सुधार के संकेत दिखाई दे रहे हैं, वहीं फार्मा और आईटी सेक्टर में चुनौतियां बनी हुई हैं.
टेक्निकल संकेत
रिपोर्ट में टेक्निकल एनालिसिस के आधार पर बताया गया है कि बाजार में निवेशकों को सावधानी के साथ आशावादी रुख रखना चाहिए. निफ्टी का हाल ही में 20-सप्ताह के एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज (EMA) को हासिल करना एक पॉजिटिव संकेत है. हालांकि, वीकली कैंडलस्टिक में मजबूत बुलिश ट्रेंड नहीं दिख रहा है, लिहाजा सावधान रहने की जरूरत है.

इन स्टॉक्स पर लगा सकते हैं दांव
रिपोर्ट में बताया गया है IRCTC लिमिटेड और इंफोसिस में अच्छी तेजी देखने को मिल सकती है. इसके अलावा बैंकिंग इंडेक्स ने भी तेजी से सुधार दिख सकता है. वहीं, हीरो मोटोकॉर्प पर भी नजर रखने की सलाह दी गई है, जो अपने ऑल टाइम हाई से 45% गिर चुका है.

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.
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