रडार पर रखें इन दो कंपनियों के स्टॉक,5 साल में 1100% तक रिटर्न, BMW से लेकर KTM हैं क्लाइंट, ग्रोथ प्लान दमदार

ऑटोमोटिव कंपोनेंट्स सेक्टर घरेलू मांग और निर्यात से तेज गति से बढ़ रहा है. इस विकास में SJS एंटरप्राइजेज और Pricol Ltd. जैसी अग्रणी कंपनियां अहम भूमिका निभा रही हैं. ये कंपनियां इनोवेशन और मजबूत वित्तीय प्रदर्शन के दम पर बढ़ते वाहन उत्पादन से लाभ अर्जित कर रही हैं, जिससे निवेशकों का ध्यान आकर्षित हो रहा है.

Auto ancillary stocks Image Credit: Canva/ Money9

Auto ancillary stocks: ऑटोमोटिव कंपोनेंट्स सेक्टर में घरेलू मांग और निर्यात के अवसरों से तेज विकास हो रहा है. निवेशक उन कंपनियों पर नजर रख रहे हैं जो इनोवेशन और लगातार अच्छे वित्तीय परिणाम दे रही हैं. बढ़ते वाहन उत्पादन और वैश्विक सप्लाई चेन से इन कंपनियों को फायदा मिल रहा है. इस रिपोर्ट में आप इस सेक्टर में काम करने वाली उन दो कंपनियों के बारे में जानेंगे जिसके ग्रोथ मजबूत हैं. वे हैं SJS Enterprises और Pricol Ltd.

SJS Enterprises

SJS एंटरप्राइजेज लिमिटेड की स्थापना 1987 में हुई थी. कंपनी डेकल्स, 3D लग्ज बैज, ओवरले, एल्यूमिनियम बैज, क्रोम-प्लेटेड पार्ट्स और ऑप्टिकल प्लास्टिक्स बनाती है. कंपनी की मार्केट कैपिटलाइजेशन 5,620 करोड़ रुपये है और शेयर कीमत 1,759 रुपये है. 5 साल में इसके शेयर में 200 फीसदी से अधिक की तेजी आई है. SJS 220 से ज्यादा कस्टमर लोकेशंस पर काम करती है और 22 देशों में मौजूद है.

दोपहिया सेगमेंट में 44.3 प्रतिशत सालाना बढ़ोतरी हुई है. घरेलू कारोबार 24.0 प्रतिशत और निर्यात 40.9 प्रतिशत सालाना बढ़ा है. SJS के क्लाइंट्स में FIAT, होंडा, TVS, हुंडई, ब्रेम्बो, रिवोल्ट, बजाज, महिंद्रा और फॉक्सवैगन शामिल हैं.

मजबूत गाइडेंस और वित्तीय नतीजे

SJS इंडस्ट्री ग्रोथ से 2.5 गुना ज्यादा बढ़ने की उम्मीद कर रही है. प्रीमियमाइजेशन, मेगा OEM अकाउंट्स और निर्यात के जरिए ये अपने लक्ष्य को हासिल करेगी. Q2FY26 में सेल्स 25.4 फीसदी की बढ़ोतरी हुई जो 193 करोड़ से 242 करोड़ रुपये हुई. ऑपरेटिंग प्रॉफिट 50 करोड़ से 68 करोड़ हुआ. ऑपरेटिंग मार्जिन 26 से 28 प्रतिशत हुआ. प्रॉफिट बिफोर टैक्स 39 करोड़ से बढ़कर 58 करोड़ हो गया.. नेट प्रॉफिट 48.3 फीसदी बढ़कर 29 करोड़ से 43 करोड़ पहुंच गया.

Pricol Ltd

प्रिकॉल लिमिटेड की स्थापना 1975 में हुई और मुख्यालय कोयंबटूर में है. यह ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी और प्रिसिजन इंजीनियर्ड प्रोडक्ट्स प्रदान करती है. Pricol तीन मुख्य क्षेत्रों में काम करता है. DICVS, जिसमें वह वाहन की जानकारी और कनेक्टेड टेक्नोलॉजी बनाता है; ACFMS, जिसमें वह वाहनों के कंट्रोल और लिक्विड प्रबंधन से जुड़े पार्ट्स बनाता है; और Precision Products, जिसमें वह सटीक और उच्च गुणवत्ता वाले छोटे कंपोनेंट्स तैयार करता है.

शेयर का हाल और क्लाइंट्स

मार्केट कैपिटलाइजेशन 7,166.02 करोड़ रुपये है और शेयर कीमत 588.10 रुपये है. पांच साल में इसके शयेर 1100 फीसदी से अधिक उछले हैं. 16 देशों में डायरेक्ट OEM सप्लाई है. भारत, UAE, इंडोनेशिया, सिंगापुर और जापान में 14 प्लांट्स हैं.

क्लाइंट्स में BMW, बजाज, हार्ले डेविडसन, हीरो, होंडा, कावासाकी, KTM, पियाजियो, रॉयल एनफील्ड, सुजुकी, ट्रायंफ, TVS, यामाहा, हुंडई, किया, महिंद्रा, मारुति सुजुकी और टोयोटा शामिल हैं.

वित्तीय प्रदर्शन

Q2FY26 में सेल्स 669 करोड़ से 1,007 करोड़ रुपये हुई. ऑपरेटिंग प्रॉफिट 53.2 प्रतिशत बढ़ा जो 77 करोड़ से 118 करोड़. ऑपरेटिंग मार्जिन 12 फीसदी पर स्थिर रहा. प्रॉफिट बिफोर टैक्स 60 करोड़ से 85 करोड़. नेट प्रॉफिट 45 करोड़ से बढ़कर 64 करोड़ रुपये हो गया.

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.

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