क्या इंडियन मार्केट में लॉन्ग टर्म तेजी लौटेगी, जानिए गौतम बैद्य से इसका जवाब?

​भारतीय शेयर बाजार में दीर्घकालिक निवेश के लिए कई सकारात्मक संकेत हैं. देश की अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है, जिससे कंपनियों की आय और मुनाफे में वृद्धि हो रही है. युवा जनसंख्या के कारण उपभोग में वृद्धि हो रही है, जो विभिन्न क्षेत्रों में विकास के अवसर बढ़ा रही है. डिजिटल तकनीकों का बढ़ता उपयोग कंपनियों की कार्यक्षमता और पहुंच को बढ़ा रहा है, जिससे उनकी प्रतिस्पर्धात्मकता में सुधार हो रहा है. सरकार द्वारा किए गए सुधार, जैसे वस्तु एवं सेवा कर (GST) और प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) में वृद्धि, व्यापारिक माहौल को बेहतर बना रहे हैं. स्टार्टअप और नवाचारों की बढ़ती संख्या से नए व्यावसायिक अवसर उत्पन्न हो रहे हैं, जो बाजार को विविधता प्रदान कर रहे हैं. इन कारकों के आधार पर, निवेशकों को दीर्घकालिक दृष्टिकोण अपनाते हुए मजबूत बुनियादी सिद्धांतों वाली कंपनियों में निवेश करना चाहिए.