ट्रिलियन में टर्नओवर, करोड़ों का मुनाफा और 5 साल में 4362% रिटर्न; जानिए कौन है ये शेयर बाजार का ‘बॉस’
5 साल पहले 55 रुपये पर ट्रेड कर रहे शेयर भविष्य में क्या खजाना बनेगा, शायद ही किसी ने सोचा हो. लेकिन अब यह निवेशकों की नजरों का तारा बन चुका है. इसकी ग्रोथ देखकर लोग हैरान हैं, और आंकड़े बताते हैं कि यह कंपनी भारत की पूंजी बाजार व्यवस्था में बड़ी भूमिका निभा रही है. पूरा मामला जानिए रिपोर्ट में.

BSE Limited Stock: एक ऐसा शेयर, जो पांच साल में निवेशकों को 4362 फीसदी का रिटर्न दे चुका है, अब बाजार में चर्चा का केंद्र बना हुआ है. यह कोई नई कंपनी नहीं, बल्कि देश की सबसे पुरानी और भरोसेमंद स्टॉक एक्सचेंज है, जिसने खुद को न सिर्फ समय के साथ बदला, बल्कि निवेशकों के लिए भी जबरदस्त कमाई का जरिया बन गई. बात हो रही है BSE Limited यानी बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज की, जो अब सिर्फ ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म नहीं, बल्कि एक मल्टीबैगर निवेश बन चुका है.
BSE ने कैसे बढ़ाया अपना बाजार?
BSE लिमिटेड की शुरुआत 1875 में हुई थी और यह एशिया का पहला स्टॉक एक्सचेंज है. 5000 से ज्यादा कंपनियों को लिस्ट करने वाला यह एक्सचेंज अब सिर्फ इक्विटी ट्रेडिंग तक सीमित नहीं है, बल्कि डेरिवेटिव्स, डेट इंस्ट्रूमेंट्स, म्यूचुअल फंड्स जैसे कई सेगमेंट्स में एक्टिव है.
देश के 721 शहरों में 214 मिलियन से ज्यादा रजिस्टर्ड इनवेस्टर्स BSE के साथ जुड़े हैं. इसका इक्विटी कैश सेगमेंट हर दिन औसतन 77,666 मिलियन रुपये का कारोबार करता है. वहीं डेरिवेटिव्स सेगमेंट का टॉप सिंगल डे टर्नओवर 564 ट्रिलियन रुपये तक पहुंच चुका है.
BSE की कमाई सिर्फ शेयर ट्रेडिंग से नहीं होती. इसके कई रेवेन्यू स्ट्रीम हैं- जैसे ट्रांजैक्शन चार्ज से 611.7 करोड़ रुपये, कॉरपोरेट सर्विसेस से 125.3 करोड़ रुपये, और क्लीयरिंग फंड्स पर मिलने वाला इंटरेस्ट 44.3 करोड़ रुपये. इसके अलावा 70.3 करोड़ रुपये की इनवेस्टमेंट इनकम और 9.4 करोड़ रुपये की अन्य इनकम भी शामिल है.
इसके ऑपरेशन्स भी विविध हैं, जैसे- ट्रेडिंग, क्लियरिंग, म्यूचुअल फंड डिस्ट्रीब्यूशन, आईपीओ बुक बिल्डिंग, इंश्योरेंस सर्विसेस, डेटा फीड्स, सॉफ्टवेयर सलूशन्स और इंडेक्स सेवाएं.
कमाई का धमाका, शेयर का हाल
Q4 FY24-25 के आंकड़ों के मुताबिक, कंपनी का रेवेन्यू 548.36 करोड़ रुपये से बढ़कर 926.38 करोड़ रुपये हो गया, यानी 68.9% की बढ़त. वहीं नेट प्रॉफिट 107.04 करोड़ रुपये से सीधा 494.42 करोड़ रुपये पहुंच गया. यह ग्रोथ सिर्फ एक तिमाही की नहीं है. पिछले तीन सालों से कंपनी हर साल औसतन 23.73 फीसदी रेवेन्यू ग्रोथ और 46.60 फीसदी नेट प्रॉफिट ग्रोथ दर्ज कर रही है.
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सबसे खास बात यह है कि कंपनी पूरी तरह से debt-free है, यानी उस पर कोई कर्ज नहीं है. यह निवेशकों के लिए भरोसे का एक बड़ा संकेत है. हालांकि शुक्रवार को कंपनी के शेयरों में 3.68 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई और शेयर 2,444.20 रुपये तक नीचे गया शेयर की क्लोजिंग 2,454 पर हुई.
शेयरहोल्डिंग स्ट्रक्चर, पब्लिक की बड़ी हिस्सेदारी
कंपनी में सबसे बड़ी हिस्सेदारी 35.8 फीसदी के साथ आम निवेशकों की है. इसके बाद बॉडी कॉरपोरेट्स के पास 18.3%, FPI और NRI के पास 14.5% हिस्सेदारी है. म्यूचुअल फंड्स, AIFs और ट्रेडिंग मेंबर्स की भी अच्छी भागीदारी है.
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.
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