Closing Bell: निफ्टी 24950 के ऊपर, सेंसेक्स 324 अंक बढ़कर बंद; आईटी और पीएसयू बैंक चमके
Closing Bell:अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा चल रही वार्ताओं के बारे में अपडेट देने के बाद भारत-अमेरिका व्यापार समझौते के जल्द ही अंतिम रूप दिए जाने की उम्मीदों से उत्साहित भारतीय शेयर बाजार बुधवार (10 सितंबर) को बढ़त के साथ बंद हुआ. बैंकिंग तथा आईटी सेक्टर्स के दिग्गजों में खरीदारी ने भी बाजार को ऊपर बनाए रखा.
Closing Bell: बुधवार को भारतीय शेयर बाजारों में तेजी दर्ज की गई और जीएसटी में हुए बदलाव के पॉजिटिव सेंटीमेंट के चलते निफ्टी में लगातार पांचवें दिन बढ़त दर्ज की गई, तथा साथ ही अमेरिका और भारत के बीच नए सिरे से व्यापार वार्ता को लेकर भी सेंटीमेंट में तेजी आई. 10 सितंबर को भारतीय शेयर बाजार में निफ्टी 24,950 पर पहुंचकर मजबूती के साथ बंद हुआ.
सेंसेक्स 323.83 अंक या 0.40 फीसदी बढ़कर 81,425.15 पर और निफ्टी 104.5 अंक या 0.42 फीसदी बढ़कर 24,973.10 पर पहुंच गया. लगभग 2169 शेयरों में तेजी, 1558 शेयरों में गिरावट और 114 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ.
टॉप गेनर्स और लूजर्स
निफ्टी पर सबसे अधिक लाभ में रहने वाले शेयरों में भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, विप्रो, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, बजाज फाइनेंस, टीसीएस शामिल थे, जबकि नुकसान में महिंद्रा एंड महिंद्रा, हीरो मोटोकॉर्प, बजाज ऑटो, मारुति सुजुकी और टाटा मोटर्स शामिल थे.
निफ्टी पर टॉप गेनर्स
शेयर | उछाल (%) |
बीईएल | 4.58 |
विप्रो | 2.63 |
एचसीएल टेक | 2.60 |
एचडीएफसी लाइफ | 2.21 |
बजाज फाइनेंस | 2.01 |
सेक्टोरल इंडेक्स
सेक्टोरल इंडेक्स पर ऑटो इंडेक्स में 1 फीसदी की गिरावट आई, जबकि आईटी इंडेक्स में 2.6 फीसदी की वृद्धि हुई, पीएसयू बैंक इंडेक्स में 2.2 फीसदी चढ़े और रियल्टी इंडेक्स में 1 फीसदी की तेजी आई. बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में 0.7 फीसदी की वृद्धि हुई.
निफ्टी आईटी सबसे अधिक 2.63 फीसदी चढ़ा, इसके बाद निफ्टी पीएसयू बैंक और निफ्टी रियल्टी का स्थान रहा, जिनमें क्रमशः 2.09 फीसदी और 1.13 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई. गिरावट वाले शेयरों में, निफ्टी ऑटो सबसे ज्यादा 1.28% लुढ़का, इसके बाद निफ्टी मीडिया और निफ्टी कंज्यूमर ड्यूरेबल्स का स्थान रहा, जिनमें क्रमशः 0.64% और 0.30% की गिरावट दर्ज की गई.
2 लाख करोड़ की कमाई
निवेशकों की वेल्थ में 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक की बढ़ोतरी हुई, क्योंकि बीएसई-लिस्टेड फर्मों का कुल मार्केट कैप पिछले सत्र के 453.8 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 456 लाख करोड़ रुपये हो गया.