Exide और अमारा राजा को छोड़िए… EV बैटरी रेस में ये 3 कंपनियां हासिल कर रही हैं बढ़त; निवेशक रखें नजर
भारत की ईवी और रिन्यूएबल एनर्जी ट्रांजिशन के साथ लिथियम आयन बैटरियों की मांग तेजी से बढ़ रही है. एक्साइड और अमारा राजा से अलग, HEG, PCBL Chemical और Himadri Speciality Chemicals जैसी कंपनियां बैटरी वैल्यू चेन में खामोशी से मजबूत पकड़ बना रही हैं. एनर्जी स्टोरेज सिस्टम, बैटरी केमिस्ट्री और एनोड मटीरियल जैसे सेगमेंट में इन कंपनियों की रणनीति उन्हें आने वाले वर्षों का संभावित विजेता बनाती है.
EV battery stocks India: भारत की एनर्जी ट्रांजिशन अब केवल नीतिगत इरादों तक सीमित नहीं रह गई है, बल्कि जमीनी स्तर पर इसका असर साफ दिखने लगा है. इलेक्ट्रिक व्हीकल्स और रिन्यूएबल एनर्जी के विस्तार के साथ बैटरियां इस बदलाव की सबसे अहम कड़ी बनकर उभर रही हैं. एक्साइड और अमारा राजा जैसे नामों से इतर, कुछ ऐसी भारतीय कंपनियां हैं जो खामोशी से लिथियम आयन बैटरी वैल्यू चेन में अपनी मजबूत मौजूदगी बना रही हैं. एक्सपर्ट्स का मानना है कि 2030 तक भारत में बैटरी डिमांड तीन गुना तक बढ़ सकती है, जिससे इन “हिडन” खिलाड़ियों के लिए बड़े अवसर खुल रहे हैं.
बैटरी सेक्टर में स्ट्रक्चरल ग्रोथ
फाइनेंसियल एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, इलेक्ट्रिक व्हीकल पेनिट्रेशन वित्त वर्ष 2025 में बढ़कर 7.3 फीसदी पर पहुंच चुका है, जो पिछले वर्ष 6.8 फीसदी था. इसके साथ ही भारत का 500 गीगावॉट रिन्यूएबल एनर्जी का लक्ष्य स्टेशनरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम्स की मांग को भी तेज कर रहा है. लिथियम आयन बैटरियों में एनएमसी और एलएफपी जैसी केमिस्ट्री हाई एनर्जी डेंसिटी, सेफ्टी और बेहतर साइकिल लाइफ के कारण केंद्र में हैं.
HEG: ग्रेफाइट से बैटरी एनर्जी तक
एचईजी दुनिया की प्रमुख ग्रेफाइट इलेक्ट्रोड निर्माता कंपनी है और मंडीदीप में इसका सिंगल साइट प्लांट 100000 टन प्रति वर्ष की क्षमता रखता है. कंपनी का करीब 65 से 70 फीसदी उत्पादन एक्सपोर्ट होता है. अब एचईजी ग्रीनटेक के जरिए बैटरी और बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम के क्षेत्र में प्रवेश कर रही है.
कंपनी ग्रेफाइट एनोड मटीरियल का उत्पादन 2027 से शुरू करने की योजना बना रही है, जिसमें 35 से 40 फीसदी तक EBITDA मार्जिन की संभावना जताई जा रही है. इसके अलावा, बीईएसएस ईपीसी बिजनेस में 2027 तक 6 गीगावॉट असेंबली क्षमता का लक्ष्य रखा गया है. शेयर की बात करें तो शुक्रवार को इसका शेयर 1.86 फीसदी बढ़कर 530.20 रुपये पर पहुंच गया.
PCBL Chemical: बैटरियों के लिए एडवांस केमिस्ट्री
पीसीबीएल केमिकल आरपी संजीव गोयनका ग्रुप की कंपनी है और यह कार्बन ब्लैक व स्पेशियलिटी केमिकल्स के क्षेत्र में वैश्विक पहचान रखती है. कंपनी बैटरी के लिए सुपर कंडक्टिव ग्रेड, नैनो सिलिकॉन और एसीटिलीन ब्लैक जैसी एडवांस टेक्नोलॉजी पर काम कर रही है.
गुजरात में 1000 एमटीपीए क्षमता का सुपर कंडक्टिव ग्रेड प्लांट और भविष्य में 4000 एमटीपीए एसीटिलीन ब्लैक यूनिट स्थापित करने की योजना है. हालांकि हालिया तिमाहियों में मार्जिन पर दबाव देखने को मिला है, लेकिन लंबी अवधि में हाई मार्जिन बैटरी केमिकल्स इसके ग्रोथ ड्राइवर माने जा रहे हैं. शुक्रवार को इसका शेयर 0.84 फीसदी गिरकर 307.10 रुपये पर पहुंच गया.
Himadri Speciality Chemicals: चीन के दबदबे को चुनौती
हिमाद्रि स्पेशियलिटी केमिकल्स लिथियम आयन बैटरी सप्लाई चेन में सबसे आक्रामक दांव खेल रही है. कंपनी 5 से 6 वर्षों में 200000 एमटीपीए एलएफपी कैथोड एक्टिव मटीरियल उत्पादन का लक्ष्य रखती है. यह चीन के बाहर पहला कमर्शियल एलएफपी प्लांट होगा, जिसकी शुरुआती 40000 एमटीपीए क्षमता 2027 की तीसरी तिमाही तक चालू होने की उम्मीद है.
साथ ही, सिलिकॉन कार्बन एनोड टेक्नोलॉजी से एनर्जी डेंसिटी में 20 फीसदी से अधिक सुधार और चार्जिंग टाइम में 40 फीसदी तक कमी संभव मानी जा रही है. शुक्रवार को इसका शेयर 3.28 फीसदी बढ़कर 478.35 रुपये पर पहुंच गया.
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डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.
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