अब और बढ़ेंगी Jane Street की मुश्किलें, SEBI ने बढ़ाया जांच का दायरा; हजारों करोड़ की हेराफेरी का आरोप
SEBI ने अमेरिकी ट्रेडिंग कंपनी जेन स्ट्रीट के खिलाफ जांच को और बढ़ा दिया है. SEBI अब जेन स्ट्रीट की गतिविधियों को अन्य इंडेक्स और एक्सचेंजों में भी जांचेगी. जेन स्ट्रीट ने सेबी के इस आदेश को गलत बताया और कहा कि वे सेबी के साथ बातचीत करेंगे. कंपनी का कहना है कि वे सभी नियमों का पालन करती है. सेबी ने जेन स्ट्रीट को 21 दिनों के अंदर जवाब या आपत्ति दर्ज करने की अनुमति दी है.
SEBI actions on Jane Street: SEBI ने अमेरिकी ट्रेडिंग कंपनी जेन स्ट्रीट के खिलाफ जांच को और बढ़ा दिया है. SEBI अब जेन स्ट्रीट की गतिविधियों को अन्य इंडेक्स और एक्सचेंजों में भी जांचेगी. SEBI ने जेन स्ट्रीट पर मार्केट में हेरफेर करने का आरोप लगाया है. शुक्रवार को SEBI ने जेन स्ट्रीट को भारत में सिक्योरिटीज खरीदने-बेचने से रोक दिया और उनके लगभग 4,843 करोड़ रुपये जब्त करने के आदेश दिए है.
जेन स्ट्रीट ने सेबी के इस आदेश को गलत बताया और कहा कि वे सेबी के साथ बातचीत करेंगे. कंपनी का कहना है कि वे सभी नियमों का पालन करती है. सेबी ने जेन स्ट्रीट को 21 दिनों के अंदर जवाब या आपत्ति दर्ज करने की अनुमति दी है. कंपनी चाहे तो सिक्योरिटीज अपीलेट ट्रिब्यूनल में भी इस आदेश को चुनौती दे सकती है. मिंट के हवाले से सूत्र ने बताया कि सेबी को इस जांच को पूरा करने में समय लगेगा, लेकिन उन्होंने जांच को और विस्तार देने की योजना बनाई है.
क्या है पूरा मामला?
शुक्रवार को SEBI ने बाजार में हेरफेर का संदेह होने पर जांच शुरू की, जिसमें अमेरिकी फर्म Jane Street का नाम सामने आया. SEBI ने कंपनी और चार संबंधित संस्थाओं पर प्रतिबंध लगाया और 4,843 करोड़ रुपये जब्त करने के आदेश दिए है.. Jane Street ने फ्यूचर्स, ऑप्शंस और कैश मार्केट में Coordinated strategy से 36,671 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया. कंपनी ने इंडेक्स मैनिपुलेशन और एक्सपायरी डे पर बड़े सौदों से लाभ कमाया.
Jane Street ने Bank Nifty और Nifty में expiry के दिन बड़ी पोजिशन लीं. जैसे सुबह भारी मात्रा में स्टॉक्स और फ्यूचर्स खरीदना, फिर ऑप्शन में शॉर्ट पोजिशन बनाकर दोपहर में स्टॉक्स को बेचना. इससे इंडेक्स नीचे जाता और ऑप्शन ट्रेड से भारी मुनाफा होता. कई बार कंपनी आखिरी दो घंटे में Nifty से जुड़े स्टॉक्स खरीदती थी और ऑप्शन के जरिए लॉन्ग पोजिशन लेती थी ताकि इंडेक्स ऊपर दिखे और ऑप्शन मुनाफे में बिके.
2021-2024 में रिटेल निवेशकों को 1.79 लाख करोड़ का नुकसान हुआ, जबकि विदेशी HFT फर्मों ने 59,850 करोड़ कमाए. SEBI ने नवंबर 2023 से ऑप्शंस ट्रेडिंग नियम कड़े किए. Jane Street ने Nuvama Wealth Management के जरिए ट्रेडिंग की, जिसके शेयर 10.59% गिरे.
दुनिया का सबसे बड़ा डेरिवेटिव्स मार्केट है भारत
भारत दुनिया का सबसे बड़ा डेरिवेटिव्स मार्केट है. अप्रैल में 7.3 बिलियन ट्रेड्स हुए. यह वैश्विक इक्विटी डेरिवेटिव ट्रेडिंग का लगभग 60 फीसदी है. भारत में डेरिवेटिव ट्रेडिंग में बहुत सारे रिटेल निवेशक शामिल हैं. इस वजह से सेबी ने कुछ नियम लागू किए हैं. इसमें कॉन्ट्रैक्ट्स की संख्या सीमित करना और ट्रेडिंग लॉट का आकार बढ़ाना शामिल है. expiry day पर रिटेल निवेशकों की भागीदारी कम हुई है, लेकिन अभी भी छोटी अवधि के ट्रेडिंग और expiry पर ज्यादा ध्यान है. सेबी का मानना है कि लंबी अवधि के ट्रेडिंग, हेजिंग और निवेश को बढ़ावा देना भारत के पूंजी बाजार के लिए बेहतर होगा. इससे मार्केट में स्थिरता आएगी और हेरफेर जैसी गतिविधियां कम होंगी.
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